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अंतर्राष्ट्रीय संबंध

आंध्रप्रदेश में राष्ट्रीय महिला संसद का शुभारंभ

  • 11 Feb 2017
  • 4 min read

पृष्ठभूमि

10 फरवरी, 2017 को आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती में प्रदेश की विधानसभा द्वारा गठित की गई तीन दिवसीय राष्ट्रीय महिला संसद (National Women’s Parliament - NWP) का शुभारंभ किया गया| इस संसद का शीर्षक- “महिलाओं का सशक्तीकरण-लोकतंत्र का सुदृणीकरण” (Empowering Women -Strengthening Democracy) रखा गया है|  

प्रमुख बिंदु

  • इसके उद्घाटन समारोह के दौरान बौद्ध आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा, केन्द्रीय मंत्री एम. वैंकया नायडू और पी. अशोक गजपति राजू के साथ-साथ कई अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे|
  • ध्यातव्य है कि राष्ट्रीय महिला संसद का उद्देश्य समाज के सभी स्तरों पर महिलाओं के सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक सशक्तीकरण को बढ़ावा देना है|
  • गौरतलब है कि राष्ट्रीय महिला संसद का एक उद्देश्य महिला सशक्तिकरण के लिये नए विचारों, अवधारणाओं, संकल्पनाओं और विचारधाराओं को उजागर करने के साथ-साथ उनमें आत्मविश्वास को बढ़ाना है| 
  • विदित हो कि राष्ट्रीय महिला संसद में ‘अंतर्राष्ट्रीय महिला प्रतीक’ (International Woman Icon of the World) के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में 12 युवा पुरस्कार प्राप्तकर्ता महिलाओं को भी सम्मानित किया जाएगा|
  •  इस संसद के कुल सात पूर्ण सत्र आयोजितय किये जाएंगे| इन सत्रों में निम्नलिखित विषयों जैसे- महिला सशक्तीकरण में सामाजिक एवं राजनीतिक चुनौतियों, महिलाओं की स्थिति और निर्णय करने की क्षमता, अपनी पहचान और भविष्य के सन्दर्भ में उनके दृष्टिकोण आदि पर विचार-विमर्श किया जाएगा| 
  • यह आशा की जा रही है कि भारत तथा विदेशों से 91 महिला सांसद, 401 विधायक, 300 सामाजिक व कॉर्पोरेट क्षेत्र की महिलाएँ भी इस राष्ट्रीय महिला संसद में उपस्थित होंगी|
  • यह निर्वाचिका सभा विभिन्न पृष्ठभूमि की महिलाओं जैसे राजनीति, कला एवं संस्कृति, खेल, शिक्षा, उद्यम, मीडिया, सिनेमा, न्यायपालिका और सामाजिक क्षेत्र की महिलाओं के लिये उनकी शिक्षा तथा महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक सशक्तीकरण के क्षेत्र में शोध करने के लिये एक साझा मंच उपलब्ध कराएगी|
  • राष्ट्रीय महिला संसद इन महिलाओं और बालिका विद्यार्थियों को समाज के कुछ मुद्दों जैसे कुपोषण, सामाजिक सुरक्षा, यौन उत्पीड़न,स्वच्छता, अत्याचार और अन्य लिंग पर आधारित समस्याओं के विषय में संवेदनशील बनाने तथा उनके मध्य वार्ता को आसान बनाने में भी मददगार सिद्ध होगी|
  • गौरतलब है कि राष्ट्रीय महिला संसद का उद्देश्य युवा लड़कियों को उनकी क्षमता का आकलन कराना तथा उन्हें उस क्षेत्र से अवगत कराना है जिस क्षेत्र में वे अपनी अमिट छाप छोड़ सकती हैं|
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