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ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP)

  • 16 Oct 2025
  • 46 min read

स्रोत: PIB

चर्चा में क्यों? 

दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 'खराब' श्रेणी में पहुँचने के कारण वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने वायु गुणवत्ता में और गिरावट को रोकने के लिये राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के चरण-I को लागू किया है।

ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) क्या है?

  • परिचय: GRAP एक पूर्व-निवारक और आपातकालीन ढाँचा है जिसे दिल्ली-NCR क्षेत्र में वायु प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने और कम करने के लिये डिज़ाइन किया गया है। 
    • इसे एम.सी. मेहता बनाम भारत संघ (2016) मामले में भारत के सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों के तहत तैयार किया गया था। 
    • GRAP को आधिकारिक तौर पर अधिसूचित किया गया, जो वर्ष 2017 में लागू हुआ और इसे पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEFCC) और राज्य प्राधिकरणों के समन्वय से वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) द्वारा कार्यान्वित किया जाता है।
    • योजना में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के स्तर के आधार पर प्रदूषण प्रतिक्रिया उपायों को चार चरणों में वर्गीकृत किया गया है।
  • GRAP के चरण:
    • चरण I - खराब (AQI 201-300): बुनियादी प्रदूषण नियंत्रण उपाय जैसे सड़क धूल प्रबंधन और वाहन PUC (प्रदूषण नियंत्रण) मानदंडों को लागू करना।
    • चरण II - बहुत खराब (AQI 301-400): डीजल जनरेटर के उपयोग को सीमित करने और प्रदूषण हॉटस्पॉट में संचालन को नियंत्रित करने जैसी सख्त कार्रवाई।
    • चरण III - गंभीर (AQI 401-450): विशिष्ट वाहनों, निर्माण गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाता है तथा दूरस्थ शिक्षा के उपायों की अनुमति देता है।
    • चरण IV - गंभीर+ (AQI > 450): भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध, स्कूलों को बंद करना और गैर-आवश्यक उद्योगों को बंद करना। 
  • उद्देश्य: GRAP बढ़ते प्रदूषण स्तर पर एक क्रमबद्ध, समन्वित और समयबद्ध प्रतिक्रिया सुनिश्चित करता है।
    • इसका उद्देश्य प्रदूषण के बढ़ते स्तर पर सख्त कदम उठाकर वायु गुणवत्ता को खतरनाक स्थिति तक पहुँचने से रोकना है।

वायु गुणवत्ता सूचकांक

  • स्वच्छ भारत मिशन के तहत MoEFCC द्वारा लॉन्च किया गया राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लोगों के लिये वायु गुणवत्ता को समझने का एक सरल तरीका प्रदान करता है, जिसे ‘वन नंबर - वन कलर - वन डिस्क्रिप्शन’ के सिद्धांत के माध्यम से समझाया जाता है।
  • यह राष्ट्रीय वायु निगरानी कार्यक्रम (NAMP) के तहत 240 से अधिक शहरों में आठ प्रदूषकों (PM₁₀, PM₂.₅, NO₂, SO₂, CO, O₃, NH₃, और Pb) को ट्रैक करता है।
  • AQI के छह श्रेणीबद्ध स्तर हैं: अच्छा (Good), संतोषजनक (Satisfactory), मध्यम प्रदूषित (Moderately Polluted), खराब वायु गुणवत्ता (Poor), बहुत खराब वायु गुणवत्ता (Very Poor), और गंभीर (Severe); प्रत्येक स्तर से संभावित स्वास्थ्य प्रभाव जुड़े होते हैं।
  • जटिल डेटा को स्पष्ट शब्दों में बदलकर, AQI जनता में जागरूकता बढ़ाने, नीति निर्माण में मार्गदर्शन देने और भारत के पर्यावरण एवं स्वास्थ्य कार्यक्रमों के तहत स्वच्छ वायु पहलों को बढ़ावा देने में सहायता करता है।

AQI (वायु गुणवत्ता सूचकांक)

संभावित स्वास्थ्य प्रभाव

अच्छा (Good)  (0-50)

न्यूनतम प्रभाव

संतोषजनक (Satisfactory)  (51-100)

सामान्य जन स्वास्थ्य पर हल्का प्रभाव

मध्यम प्रदूषित (Moderately Polluted) (101-200)

संवेदनशील लोगों में हल्की श्वसन असुविधा हो सकती है।

खराब (Poor) (201-300)

अस्थमा जैसी फेफड़े की बीमारी वाले लोगों में श्वसन असुविधा हो सकती है, हृदय रोग वाले लोगों, बच्चों और बुजुर्गों में भी असुविधा हो सकती है।

बहुत खराब (Very Poor) (301-400)

लंबे समय तक एक्सपोज़र वाले लोगों में श्वसन असुविधा और हृदय रोग वाले लोगों में भी असुविधा हो सकती है।

गंभीर (Severe) (401-500)

स्वस्थ लोगों में भी श्वसन प्रभाव हो सकता है और फेफड़े/हृदय रोग वाले लोगों में गंभीर स्वास्थ्य प्रभाव। हल्की शारीरिक गतिविधि के दौरान भी ये प्रभाव महसूस हो सकते हैं।

वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM)

  • CAQM एक सांविधिक संस्था है, जिसे NCR और आस-पास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग अधिनियम, 2021 के तहत स्थापित किया गया है, ताकि NCR और आस-पास के क्षेत्रों (पंजाब, हरियाणा, राजस्थान एवं उत्तर प्रदेश) में वायु प्रदूषण नियंत्रण के उपायों का समन्वय तथा  कार्यान्वयन किया जा सके।
    • आयोग में पूर्णकालिक अध्यक्ष होना अनिवार्य है, जिसके पास पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण में कम से कम 15 वर्षों का अनुभव हो या प्रशासनिक अनुभव में 25 वर्ष का अनुभव हो।
  • आयोग सीधे संसद के प्रति उत्तरदायी है और NCR वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिये सर्वोच्च निकाय के रूप में कार्य करता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

1. ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) क्या है?
GRAP एक क्रमबद्ध कार्य योजना है, जिसे वर्ष 2017 में दिल्ली-NCR में बढ़ते वायु प्रदूषण से निपटने के लिये अधिसूचित किया गया था। यह एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) के स्तर के आधार पर चरणबद्ध उपायों को लागू करने का ढाँचा प्रदान करता है।

2. दिल्ली-एनसीआर में GRAP को कौन लागू करता है?
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) GRAP को पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEFCC) और राज्य सरकारों के समन्वय में लागू करता है।

3. GRAP के चार चरण कौन से हैं?
चरण I - खराब वायु गुणवत्ता, चरण II - बहुत खराब, चरण III - गंभीर, चरण IV - गंभीर+ साथ ही प्रदूषण नियंत्रण के उपाय क्रमशः सख्त होते जाएंगे।

4. राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) क्या है?
 AQI, जिसे स्वच्छ भारत मिशन के तहत लॉन्च किया गया, ‘वन नंबर - वन कलर - वन डिस्क्रिप्शन’ के सिद्धांत का उपयोग करके जनता के लिये वायु गुणवत्ता डेटा को सरल बनाता है।

UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)

प्रीलिम्स 

प्रश्न: हमारे देश के शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक के मूल्य की गणना में सामान्यतः निम्नलिखित में से किस वायुमंडलीय गैस को ध्यान में रखा जाता है? (2016)

  1. कार्बन डाइऑक्साइड
  2.   कार्बन मोनोऑक्साइड
  3.   नाइट्रोजन डाइऑक्साइड
  4.   सल्फर डाइऑक्साइड
  5.   मीथेन

नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर के सही उत्तर चुनिये:

(a) केवल 1, 2 और 3
(b) केवल 2, 3 और 4
(c) केवल 1, 4 और 5
(d) 1,2,3,4 और 5

उत्तर: (b)

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