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अंतर्राष्ट्रीय संबंध

फेनी नदी

  • 08 Nov 2019
  • 3 min read

प्रीलिम्स के लिये:

फेनी नदी की भौगोलिक स्थिति

मेन्स के लिये:

नदी जल विवाद से संबंधित मुद्दे

चर्चा में क्यों?

भारत सरकार के केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा भारत और बांग्लादेश के बीच फेनी नदी से संबंधित जल निकासी के एक समझौता ज्ञापन को मंज़ूरी दी गई।

प्रमुख बिंदु:

  • केंद्रीय मंत्रिमंडल ने त्रिपुरा के सबरूम शहर में पेयजल आपूर्ति योजना के लिये भारत द्वारा फेनी नदी से 1.82 क्यूसेक (क्यूबिक फीट प्रति सेकंड) पानी की निकासी पर भारत और बांग्लादेश के बीच इस समझौता ज्ञापन (Memorandum of understanding-MoU) को मंज़ूरी दी है।
  • त्रिपुरा की राजधानी अगरतला से 135 किलोमीटर दक्षिण में बहने वाली फेनी नदी वर्ष 1934 से विवादों में रही है।
    • उल्लेखनीय है कि यह नदी कुल 1,147 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैली हुई है जिसमें से 535 वर्ग किमी. भारत में और शेष बांग्लादेश में पड़ता है।
  • त्रिपुरा के जल संसाधन विभाग के अनुसार, बांग्लादेश द्वारा आपत्ति व्यक्त किये जाने के बाद फेनी नदी से जुड़ी 14 परियोजनाएँ वर्ष 2003 से ही रुकी हुई हैं जिसके कारण इस क्षेत्र के गाँवों में सिंचाई प्रभावित हो रही है।

फेनी नदी

  • फेनी नदी दक्षिण-पूर्वी बांग्लादेश में प्रवाहित होने वाली एक नदी है।
  • यह एक ट्रांस-बाउंड्री (Trans-Boundary) नदी है जिसके पानी के अधिकारों को लेकर विवाद चल रहा है।
  • फेनी नदी का उद्गम दक्षिण त्रिपुरा ज़िले से होता है तथा यह सबरूम शहर से बहती हुई बांग्लादेश में प्रवेश करती है।
  • नोअखली ज़िले से मुहुरी नदी, जिसे छोटी फेनी भी कहा जाता है इसके मुहाने पर मिलती है।

ऐसा समझौता क्यों?

  • भारत और पाकिस्तान (बांग्लादेश के निर्माण से पूर्व) के बीच नदी-जल के बँटवारे पर पहली बार वर्ष 1958 में चर्चा शुरू की गई थी।
  • गौरतलब है कि आज तक भारत और बांग्लादेश के बीच फेनी नदी के जल-साझाकरण पर कोई समझौता नहीं हुआ है।
  • सबरूम शहर में पीने के पानी की वर्तमान आपूर्ति अपर्याप्त है। विदित हो कि इस क्षेत्र के भू-जल में लौह तत्व की मात्रा अधिक है। ऐसे में शहर की जलापूर्ति योजना के कार्यान्वयन से सबरूम शहर की 7000 से अधिक आबादी को लाभ होगा।

स्रोत- PIB और इंडियन एक्सप्रेस

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