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सांभर झील: राजस्थान

  • 22 Feb 2021
  • 4 min read

चर्चा में क्यों?

हाल ही में राजस्थान राज्य सरकार ने कहा कि वह सांभर नमक झील (Sambhar Salt Lake) में पर्यटन के नए बिंदुओं की पहचान करेगी।

  • यह झील केंद्र के स्वदेश दर्शन योजना (Swadesh Darshan Scheme) के राजस्थान सर्किट का हिस्सा है। इस योजना को पर्यटन मंत्रालय (Ministry of Tourism) द्वारा वर्ष 2014-15 में पर्यटक सर्किट के एकीकृत विकास के लिये शुरू किया गया था।

प्रमुख बिंदु

  • अवस्थिति:
    • यह झील जयपुर से लगभग 80 किमी. दूर पूर्व-मध्य राजस्थान में स्थित है।

  • विशेषताएँ:
    • नमक झील: यह भारत की सबसे बड़ी अंतर्देशीय नमक झील है जो अरावली रेंज (Aravalli Range) के गर्त को दर्शाती है।
      • मुगल वंश (1526-1857) को इस झील से नमक की आपूर्ति की जाती थी, लेकिन बाद में इस झील पर जयपुर और जोधपुर रियासतों का संयुक्त रूप से स्वामित्व हो गया था।
    • रामसर साइट: इसे वर्ष 1990 से रामसर कन्वेंशन (Ramsar Convention) के तहत 'अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व' की एक आर्द्रभूमि घोषित किया गया है।
    • आकार और गहराई:
      • इस झील का आकार सभी मौसमों में एक समान नहीं होता बल्कि मौसम-दर-मौसम बदलता रहता है। अतः इसका कुल क्षेत्रफल लगभग 190 से 230 वर्ग किमी. के बीच है।
      • सांभर झील की गहराई भी इसके व्यापक खारे आर्द्रभूमि के कारण मौसम-दर- मौसम बदलती रहती है। इसकी गहराई ग्रीष्मकाल (शुष्क समय) के दौरान 60 सेमी. और मानसून के दौरान 3 मीटर तक कम हो जाती है।
    • नदियाँ: इसे छह नदियों यथा- मेड़ता, समौद, मंथा, रूपनगढ़, खारी और खंडेला से पानी प्राप्त होता है।
    • वनस्पति: इसके जलग्रहण क्षेत्र में मौजूद ज़्यादातर वनस्पतियाँ ज़ेरोफाइटिक (Xerophytic) प्रकार की हैं।
      • ज़ेरोफाइटिक एक प्रकार के पौधे होते हैं जिनका विकास शुष्क परिस्थितियों में अच्छे से हो सकता है।
    • जीव-जंतु: आमतौर पर सांभर झील में फ्लेमिंगो (Flamingo), पेलिकन (Pelican) और जलपक्षी (Waterfowl) देखे जाते हैं।
      • इस झील में वर्ष 2019 में बॉटुलिज़्म (Botulism) के कारण लगभग 22,000 प्रवासी पक्षियों की मौत हो गई थी।
      • इस झील के पास राजस्थान सरकार द्वारा वर्ष 2020 की सर्दियों से पहले प्रवासी पक्षियों के लिये अस्थायी आश्रयों का निर्माण करने का निर्णय लिया गया।
    • नमक का उत्पादन: यह झील देश में नमक के उत्पादन का एक बड़ा स्रोत है।
    • अन्य निकटवर्ती स्थान: शाकम्बरी देवी मंदिर, सांभर वन्यजीव अभयारण्य आदि।
  • राजस्थान सरकार की नवीनतम योजनाएँ:
    • सांभर झील में नए पर्यटन बिंदुओं पर वनस्पतियों, जीवों और नमक बनाने की प्रक्रिया की एक झलक दिखाई जाएगी।
    • एक "नमक ट्रेन", जिससे रिफाइनरी तक नमक पहुँचाया जाता है, को फिर से शुरू किया जाएगा।
    • इस झील के आसपास के नमक संग्रहालय, कारवां पार्क, साइकिल ट्रैक और उद्यान सहित नए स्थलों को अंतिम रूप दिया जाएगा।
    • इस झील में अवैध नमक उत्पादन करने वाले अनधिकृत बोरवेल और पाइपलाइनों के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें प्रतिबंधित कर दिया जाएगा, जबकि पुलिस की मदद से भूमि पर किये गए अतिक्रमण को हटाया जाएगा।

स्रोत: द हिंदू

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