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विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

विद्युत चुंबकीय व्यतिकरण एवं अदृश्य शील्ड

  • 20 Aug 2020
  • 5 min read

प्रिलिम्स के लिये:

विद्युत चुंबकीय व्यतिकरण, विद्युत चुंबकीय स्पेक्ट्रम, प्रकाश, पॉलीइथिलीन टेरेफ्थलेट

मेन्स के लिये:

इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के निर्माण एवं सैन्य क्षेत्र में इस खोज का महत्त्व

चर्चा में क्यों?

हाल ही में, ‘सेंटर फॉर नैनो एंड सॉफ्ट मैटर साइंसेज़’ (Centre for Nano and Soft Matter Sciences- CeNS), बंगलुरु के वैज्ञानिकों द्वारा विद्युत चुंबकीय व्यतिकरण (Electromagnetic Interference-EMI) हेतु अदृश्य कवच/शील्ड (Invisible Shield) बनाने के लिये एक धातु की जालीदार संरचना (Metal Mesh Structure) का निर्माण किया गया है।

प्रमुख बिंदु:

  • ‘सेंटर फॉर नैनो एंड सॉफ्ट मैटर साइंसेज़’, भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (Department of Science & Technology) के तहत एक स्वायत्त संस्थान है।
  • धातु की जालीदार संरचना(Metal Mesh Structure):

    • वैज्ञानिकों द्वारा कंटीन्यूअस फिल्म (Continuous Film) के स्थान पर पॉलीइथिलीन टेरेफ्थलेट (Polyethylene Terephthalate- PET) की शीट पर एक तांबे धातु की जाली को विकसित किया गया है, जो लगभग 85% दृश्य संचरण/संप्रेषण (Visible Transmittance) प्रदर्शित करती है।
      • यह संप्रेषण इस बात को वर्णित करता है कि एक नमूने से प्रकाश की कितनी मात्रा गुजर सकती है, दूसरे शब्दों में, प्रकाश की यह मात्रा अवशोषित,फैलती या प्रतिबिंबित नहीं होती है। इसे प्रतिशत में मापा जाता है।
    • सब्सट्रेट (Substrate) पर धातु की झिल्ली कंटीन्यूअस फिल्म की तुलना में अधिक पारदर्शी होती है क्योंकि कंटीन्यूअस फिल्म के 100% विपरीत यह सब्सट्रेट केवल 7% क्षेत्र को कवर करता है।
    • धातु की जाली, समान मोटाई की एक निरंतर धातु शील्ड की तुलना में बेहतर विद्युत चुंबकीय परिरक्षण (Electromagnetic Shielding) प्रदान करती है जिसके लिये पारदर्शिता के साथ समझौता किया जा सकता है।

विद्युत चुंबकीय व्यतिकरण:

  • EMI एक विद्युत चुंबकीय उत्सर्जन है जो अन्य विद्युत उपकरण में गड़बड़ी या रूकावट उत्पन्न करता है।
  • जिस भी उपकरण में इलेक्ट्रॉनिक सर्किट होता है, वह EMI के लिये अतिसंवेदनशील हो सकता है।
  • यह डेटा को बाधित करके या उसे कम करके विद्युत उपकरणों की कार्यप्रणाली को बाधित करता है इससे कभी-कभी पूरा डेटा भी समाप्त हो जाता है।
  • EMI रेडियो और माइक्रोवेव आवृत्तियों सहित विद्युत चुंबकीय स्पेक्ट्रम की एक विस्तृत अवधि के गुणों को प्रदर्शित कर सकते हैं।
  • वर्ष 1933 में, EMI से संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिये इंटरनेशनल स्पेशल कमेटी ऑन रेडियो इंटरफेरेंस (International Special Committee on Radio Interference-CISPR) का गठन किया गया था।

लाभ:

  • EMI शील्ड का मुख्य उद्देश्य किसी डिवाइस की ऊर्जा को अलग करना है ताकि यह किसी अन्य चीज को प्रभावित किये बिना बाह्य ऊर्जा को अंदर जाने से रोक सके।
  • बिना परिरक्षण के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस उस प्रकार से कार्य नहीं कर सकते हैं जिस प्रकार उनको डिज़ाइन किया गया है या फिर वे पूरी तरह से कार्य करना बंद कर सकते हैं।
  • इस 'अदृश्य' शील्ड का अनुप्रयोग विभिन्न गुप्त सैन्य कार्यों में किया जा सकता है एवं विभिन्न सैन्य साजो-सामान से समझौता किये बिना विद्युत चुंबकीय तरंग उत्सर्जक (Electromagnetic Wave Emitter) या अवशोषक उपकरणों (Absorber Devices) में भी इसका प्रयोग संभव है।
  • भौतिक अनुप्रयोग के अलावा यह इलेक्ट्रोमेग्नेटिक सिग्नेचर ( Electromagnetic Signature) को कम करने में सहायक है जिसमें रडार तरंगें एवं रेडियो सिग्नल शामिल हैं यह भारत के सैन्य हथियार तथा उपकरणों की क्षमता में वृद्धि करेगी।

स्रोत: पीआईबी

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