इंदौर शाखा: IAS और MPPSC फाउंडेशन बैच-शुरुआत क्रमशः 6 मई और 13 मई   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

झारखंड स्टेट पी.सी.एस.

  • 03 Dec 2022
  • 0 min read
  • Switch Date:  
झारखंड Switch to English

झारखंड के फॉरेस्ट सॉयल हेल्थ कार्ड का विमोचन

चर्चा में क्यों?

2 दिसंबर, 2022 को झारखंड के प्रधान मुख्य वन संरक्षक संजय श्रीवास्तव ने राँची के ललगुटवा स्थित वन उत्पादकता संस्थान में फॉरेस्ट सॉयल हेल्थ कार्ड ऑफ झारखंड का विमोचन किया।

प्रमुख बिंदु

  • इस अवसर पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक संजय श्रीवास्तव ने कहा कि झारखंड देश का पहला राज्य है, जहाँ फॉरेस्ट सॉयल हेल्थ कार्ड (वन मृदा स्वास्थ्य कार्ड) का विमोचन किया गया है।
  • राँची के वन उत्पादकता संस्थान के निदेशक डॉ. नितिन कुलकर्णी ने कहा कि पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की स्वीकृति के बाद देहरादून की भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद द्वारा वन मृदा स्वास्थ्य कार्ड का कार्य शुरू किया गया था।
  • राँची के वन उत्पादकता संस्थान को झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल के लिये वन मृदा स्वास्थ्य कार्ड तैयार करने का कार्य सौंपा गया था। कोरोना के बावजूद तय समय सीमा में ये कार्य पूरा किया गया।
  • देहरादून के वन अनुसंधान केंद्र के राष्ट्रीय परियोजना समन्वयक डॉ. विजेंदर पाल पवार ने कहा कि कई जगहों से मिट्टियों का सैंपल लेकर जाँच की गई है। इसके बाद उनका विश्लेषण किया गया है।
  • वन मृदा स्वास्थ्य कार्ड के निर्माण का मुख्य उद्देश्य मिट्टी की उर्वरता संबंधी परेशानियों का निदान करना है। इसका लाभ वनों के किनारे रहने वाले ग्रामीणों को मिलेगा।
  • इस अवसर पर वन उत्पादकता संस्थान के प्रधान अन्वेषक डॉ. शंभुनाथ मिश्रा ने कहा कि जीआईएस और रिमोट सेंसिंग की मदद से झारखंड के 31 प्रादेशिक वन प्रमंडलों के 1311 स्थानों से मिट्टी के नमूनों को एकत्र किया गया। इसके बाद संस्थान की प्रयोगशाला में 16670 मृदाओं का विश्लेषण किया गया।      

 Switch to English
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2