राष्ट्रीय करेंट अफेयर्स
सूर्यकिरण अभ्यास 2025
- 26 Nov 2025
- 11 min read
चर्चा में क्यों?
भारत–नेपाल संयुक्त सैन्य अभ्यास सूर्यकिरण का 19वाँ संस्करण 25 नवंबर, 2025 को उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में प्रारंभ हुआ।
मुख्य बिंदु
सूर्यकिरण अभ्यास के बारे में:
- सूर्यकिरण अभ्यास भारतीय सेना और नेपाली सेना के बीच एक द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास है, जो प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है तथा इसकी मेज़बानी का दायित्व दोनों देशों के बीच बारी-बारी से होता है।
- इसका उद्देश्य अंतर-संचालनीयता को बढ़ाना, सैन्य कूटनीति को मज़बूत करना और भारत-नेपाल रक्षा सहयोग में वृद्धि करना है।
- यह अभ्यास मुख्यतः सशस्त्र विद्रोह निवारण, आतंकवाद निवारण तथा दोनों सेनाओं के लिये समान वन/पहाड़ी युद्ध क्षेत्र पर केंद्रित है।
- यह संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय VII के अंतर्गत आयोजित किया जाता है, जो शांति बनाए रखने, शांति के उल्लंघनों और आतंकवाद निवारण परिदृश्यों से संबंधित दायित्वों को संबोधित करता है।
वर्ष 2025 का संस्करण:
- यह संस्करण 25 नवंबर से 8 दिसंबर, 2025 तक उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में आयोजित किया जा रहा है।
- भारतीय दल में 334 कार्मिक शामिल हैं, जिनमें से अधिकांश असम रेजिमेंट से हैं, जबकि नेपाली दल में भी 334 कार्मिक शामिल हैं, जिनमें से अधिकांश देवी दत्त रेजिमेंट से हैं।
- इस संस्करण में विशिष्ट और उन्नत सैन्य प्रौद्योगिकियों को शामिल किया गया है, जैसे:
- मानव रहित हवाई प्रणाली (UAS)
- ड्रोन आधारित ISR (इंटेलिजेंस, सर्विलांस एवं रीकॉन्सेंस)
- AI-सक्षम निर्णय-सहायक उपकरण
- मानव रहित लॉजिस्टिक वाहन
- सैनिक सुरक्षा प्लेटफॉर्म