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छत्तीसगढ़

राज्य के 422 स्कूलों में लागू होगी स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय योजना

  • 17 Aug 2022
  • 4 min read

चर्चा में क्यों?

15 अगस्त, 2022 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के विद्यार्थियों को बेहतर एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने के लिये आगामी शिक्षा सत्र के पूर्व राज्य के 422 स्कूलों में ‘स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय योजना’ लागू किये जाने की घोषणा की, जिसमें से 252 स्कूल बस्तर एवं सरगुजा संभाग में होंगे।

प्रमुख बिंदु 

  • मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय योजना’ से स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति आई है। विगत वर्ष राज्य सरकार ने 51 स्कूलों से यह योजना प्रारंभ की थी, जो अब बढ़ाकर 279 स्कूलों तक पहुँच चुकी है। इनमें से 32 स्कूल हिन्दी माध्यम के हैं तथा 247 स्कूलों में हिन्दी के साथ अंग्रेज़ी माध्यम में भी शिक्षा दी जा रही है।
  • इस वर्ष 2 लाख 52 हज़ार 600 बच्चों ने इन स्कूलों में प्रवेश लिया है, जिनमें 1 लाख 3 हज़ार बच्चे अंग्रेज़ी माध्यम तथा 1 लाख 49 हज़ार 600 बच्चे हिन्दी माध्यम के हैं।
  • इस योजना की सफलता को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि अधिक-से-अधिक स्कूलों को इस योजना के अंतर्गत लाया जाएगा। आगामी शिक्षा सत्र के पूर्व 422 स्कूलों में यह योजना लागू होगी, जिनमें से 252 स्कूल बस्तर एवं सरगुजा संभाग में होंगे और इनमें दंतेवाड़ा ज़िले के शत-प्रतिशत शासकीय हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूल होंगे।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि नवा रायपुर में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बोर्डिंग स्कूल स्थापित करने की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गई है।
  • बच्चों को उनकी मातृभाषा में ही प्रारंभिक शिक्षा प्रदान करने के लिये राज्य सरकार ने हिन्दी के अलावा 16 स्थानीय भाषाओं में तथा 4 पड़ोसी राज्यों की भाषाओं में पाठ्य पुस्तकें प्रकाशित कराई हैं।
  • ‘नि:शुल्क पाठ्यपुस्तक योजना’ के तहत कक्षा पहली से कक्षा दसवीं तक सभी शासकीय-अशासकीय शालाओं तथा कक्षा आठवीं तक मदरसों के बच्चों को लगभग 52 लाख पाठ्य पुस्तकें प्रदान की जा रही हैं।
  • नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली 1 लाख 55 हज़ार छात्राओं को इस वर्ष नि:शुल्क साइकिल देने का लक्ष्य रखा गया है।
  • स्कूली शिक्षा को रोज़गारमूलक बनाने के लिये उसका आईटीआई के साथ समन्वय किया गया है, ताकि स्कूली शिक्षा और आईटीआई प्रशिक्षित होने का प्रमाण-पत्र एक साथ प्राप्त हो सके। इस योजना के तहत 114 हायर सेकेंडरी स्कूलों को जोड़ा जा चुका है।
  • उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिये 1 हज़ार 459 सहायक प्राध्यापकों, क्रीड़ा अधिकारियों और ग्रंथपालों की नियुक्ति की गई है। अतिथि व्याख्याताओं का मानदेय बढ़ाया गया है। सभी ज़िलों में कन्या महाविद्यालय खोलने के क्रम में मुंगेली ज़िले में नया कन्या महाविद्यालय प्रारंभ किया गया है।
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