छत्तीसगढ़
रायपुर में प्रधानमंत्री ने 60वें DGP/IGP सम्मेलन की अध्यक्षता की
- 01 Dec 2025
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चर्चा में क्यों?
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने रायपुर में पुलिस महानिदेशकों और निरीक्षकों के 60वें अखिल भारतीय सम्मेलन की अध्यक्षता की।
मुख्य बिंदु
- परिचय: यह 60वाँ सम्मेलन 28 से 30 नवंबर, 2025 तक छत्तीसगढ़ के नया रायपुर स्थित भारतीय प्रबंध संस्थान (IIM) में आयोजित किया गया। इसने आंतरिक सुरक्षा की समीक्षा और विकसित भारत के विज़न के अनुरूप पुलिसिंग को सुदृढ़ करने के लिये एक राष्ट्रीय मंच प्रदान किया।
- वर्ष 2014 से, इस सम्मेलन के प्रारूप को लगातार उन्नत किया गया है, और इसे देश भर में विविध स्थानों पर आयोजित किया जा रहा है, जिनमें गुवाहाटी (असम), कच्छ का रण (गुजरात), हैदराबाद (तेलंगाना) आदि शामिल हैं।
- विषय: सम्मेलन का केंद्रीय विषय "विकसित भारत: सुरक्षा आयाम" था, जिसमें एक विकसित और सुरक्षित भारत के लक्ष्यों के साथ पुलिसिंग प्रणालियों को संरेखित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
- उद्देश्य: सम्मेलन का लक्ष्य प्रमुख पुलिसिंग चुनौतियों पर प्रगति का आकलन करना और एक सुरक्षित भारत के निर्माण के लिये एक दूरदर्शी रोडमैप विकसित करना था।
- भागीदारी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन की अध्यक्षता की, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के DGP/IGP, केंद्रीय पुलिस संगठनों के प्रमुख और चयनित DIG/SP-रैंक के अधिकारी उपस्थित रहे।
- पुरस्कार एवं मान्यता: सम्मेलन के दौरान, प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति पुलिस पदक (विशिष्ट सेवा) प्रदान किये तथा गृहमंत्री ने पुलिस पदक (सराहनीय सेवा) के साथ-साथ देश के शीर्ष तीन पुलिस स्टेशनों को ट्रॉफियाँ प्रदान कीं।
- मुख्य चर्चा क्षेत्र: सम्मेलन में वामपंथी उग्रवाद, आतंकवाद-निरोध, साइबर एवं महिला सुरक्षा, आपदा प्रबंधन तथा आधुनिक पुलिसिंग में फोरेंसिक विज्ञान और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के बढ़ते उपयोग पर विस्तृत चर्चाएँ आयोजित की गईं।
- नेताओं, जिनमें प्रधानमंत्री और गृहमंत्री शामिल हैं, ने सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने पर ज़ोर दिया और प्रमुख प्रगति को उजागर किया, जैसे कि नक्सल प्रभावित ज़िलों की संख्या वर्ष 2014 में 126 से घटकर वर्ष 2025 में 11 हो गई, जिसे 586 सशक्त पुलिस स्टेशनों और केंद्र-राज्य समन्वय को सुदृढ़ करने का समर्थन प्राप्त है।
- महत्त्व: यह सम्मेलन एक संवादात्मक, समाधान-उन्मुख मंच के रूप में निरंतर विकसित हो रहा है, जो वरिष्ठ पुलिस नेतृत्व को सर्वोत्तम प्रथाएँ साझा करने, चुनौतियों पर चर्चा करने और प्रधानमंत्री के साथ सीधा संवाद करने में सक्षम बनाता है। इससे भविष्य के लिये आधुनिक, प्रौद्योगिकी-संचालित पुलिसिंग प्रणालियों का निर्माण हो रहा है।