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मध्य प्रदेश

पानी में डूबते लोगों को बचाएगा ड्रोन ‘नभ रक्षक’

  • 20 Nov 2023
  • 4 min read

चर्चा में क्यों?

19 नवंबर, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार इंदौर की पिसार्व टेक्नोलॉजीस कंपनी ने ‘नभ रक्षक’नाम का एक ऐसा ड्रोन तैयार किया है जो पानी में डूबते हुए लोगों को न केवल डिटेक्ट करेगा बल्कि उनकी जान भी बचाएगा।

प्रमुख बिंदु

  • कंपनी के फाउंडर और चीफ टेक्निकल ऑफिसर (CTO) अभिषेक मिश्रा व चीफ पीपुल ऑफिसर (CPO) रोशनी शुक्ला (मिश्रा) का दावा है कि यह भारत ही नहीं बल्कि विश्व का सबसे पहला आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस इनेबल ड्रोन है।
  • आमतौर पर दूसरे ड्रोन उड़ते हैं लेकिन इस ड्रोन के साथ ऑन बोर्ड कम्प्यूटर भी है जो साथ में उड़ता है। यह ड्रोन समुद्र में, नदी में, तालाब आदि में कोई डूब रहा है तो ऑटोमैटिक उसे डिटेक्ट कर लेगा। इस दौरान वहां बेस्ड स्टेशन पर अलार्म बजेगा।
  • डिटेक्ट करने के अलावा इसमें एक और सुविधा है कि जब कोई डूबता है तो यह संबंधित व्यक्ति के ऊपर जाकर लाइफ सेविंग जैकेट गिरा देगा। ऐसे में डूबता हुआ व्यक्ति उस जैकेट की मदद से करीब एक घंटे तक पानी में आराम से तैर सकता है और उसकी जान बच सकती है।
  • अभिषेक मिश्रा ने बताया कि उक्त ड्रोन का गोवा के सभी 52 बीचेस पर इंस्टालेशन किया जाएगा। इसी तरह गुजरात के कोस्टल एरिया, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश में भी खासकर वाराणसी के घाटो में इसका उपयोग किया जाएगा। इसके अलावा आने वाले सालों में उत्तर प्रदेश में कुंभ मेले में हादसों पर नियंत्रण के लिये इसका उपयोग किया जा सकेगा।
  • मध्य प्रदेश में भी अब चुनाव के बाद नई सरकार बनने के बाद चर्चा की जाएगी और इसका प्रेजेंटेशन दिया जाएगा। प्रदेश में भी इसका उपयोग हनुमंतिया सहित सभी बड़ी नदियों, तालाबों में आसानी से किया जा सकेगा।
  • कंपनी के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) दुर्गेश शुक्ला व डायरेक्टर आलोक वाणी ने बताया कि इंडियन नैवी कोराकुट (ओडिशा) ने भी इसके ऑर्डर दिए हैं। नैवी इसके पूर्व कंपनी द्वारा किए गए सर्विलॉन्स जोन ‘गरुड़’का पहले से ही उपयोग कर रही है। 1 दिसंबर को वहाँ ‘नभ रक्षक’ इंस्टॉल किया जाएगा।
  • कंपनी के सीईओ अमित पांचाल के मुताबिक पिसार्व टेक्नोलॉजीस कंपनी इसके पूर्व ‘सरल’ लॉन्च कर चुकी है। यह थ्री डी ऑगमेंटेड रियलटी पर काम करता है जो बच्चों के लिये हैं। दूसरा ऑफ लाइन कोडियन प्रोग्राम्स ‘सॉल्युशन्स’है। तीसरा इनोवेशन ‘कवच’है और चौथा ‘ड्रोन'। इसमें पहले मल्टी स्पेशलिटी वाला ड्रोन ‘गरुड़’को लॉन्च किया गया जो जंगल में आग लगते ही अलार्म बजाता है। यह फॉरेस्ट, माइंस, रेलवे, पुलिस विभाग के सर्विलांस के लिये उपयोगी है।
  • नभ रक्षक ड्रोन की विशेषताएँ-
    • यह भारत का ऑटोनोमस ड्रोन है जो पानी में डूबते हुए व्यक्ति को ऑटोमेटिक डिटेक्ट करता है और उसे बचाने के लिये लाइफ सेविंग जैकेट गिरा देता है।
    • इसका वजन 2 किग्रा. है और यह 600 फीट की ऊँचाई तक उड़ सकता है।
    • इसमें 2 हाईटेक कैमरे लगे हैं, एक के बंद होते ही दूसरा कैमरा चालू हो जाता है।
    • इसको उड़ाने के लिये रिमोट की जरुरत नहीं पड़ती।
    • ड्रोन के साथ लाइफ सेविंग जैकेट, एयर बलून, पतली रस्सी लटकाई जा सकती है।

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