राष्ट्रीय करेंट अफेयर्स
सरदार वल्लभभाई पटेल का AI संचालित होलोबॉक्स
- 19 Sep 2025
- 15 min read
चर्चा में क्यों?
दिल्ली में स्थित प्रधानमंत्री संग्रहालय, जो अपनी तरह का विश्व का एकमात्र संग्रहालय है, ने 17 सितम्बर, 2025 को सरदार वल्लभभाई पटेल के AI संचालित होलोबॉक्स का अनावरण किया।
मुख्य बिंदु
- परिचय:
- दर्शकों ने AI-संचालित होलोबॉक्स 3D अवतार के साथ संवाद किया, जिसमें उन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल के जीवन और भारत के इतिहास में उनके महत्त्वपूर्ण योगदान से संबंधित प्रश्न पूछ।
- यह अवतार उनके स्वर में उत्तर देता है, जो उनके भाषणों, पुस्तकों और अभिलेखीय स्रोतों पर आधारित होते हैं, जिससे एक प्रामाणिक शैक्षिक अनुभव प्राप्त होता है।
- अवतार द्वारा दिये गए उत्तर उनकी विचारधारा और जीवन की प्रमुख घटनाओं को प्रतिबिंबित करते हैं।
- उद्देश्य:
- इस पहल का उद्देश्य ऐतिहासिक जुड़ाव में प्रौद्योगिकी का एकीकरण कर वैश्विक मानक स्थापित करना है। इसका विशेष लक्ष्य युवा पीढ़ी को आकर्षित करना और इतिहास को अधिक सुगम व रोचक बनाना है।
- भविष्य की योजनाएँ:
- पटेल के AI अवतार की सफलता के पश्चात, प्रधानमंत्री संग्रहालय डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के लिये एक पूर्णाकृति होलोबॉक्स शुरू करने की योजना बना रहा है।
- इससे भारत के महान नेताओं के ज्ञान को भावी पीढ़ियों तक पहुँचाने की प्रतिबद्धता और भी सशक्त होगी।
- ऐतिहासिक महत्त्व
- 17 सितंबर का दोहरा महत्त्व है; एक ओर यह 1948 में ऑपरेशन पोलो की सफलता का प्रतीक है, जब सरदार पटेल के नेतृत्व में हैदराबाद का भारत में विलय हुआ। दूसरी ओर, यही दिन वर्ष 1950 में जन्मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म दिवस भी है, जिनकी ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की दृष्टि, पटेल की राष्ट्रीय एकता की विरासत को साकार करती है।
नोट:
- AI-संचालित होलोबॉक्स एक अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी है, जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) को होलोग्राफिक डिस्प्ले के साथ एकीकृत करती है।
- यह इंटरैक्टिव और सजीव 3D छवियाँ व अवतार तैयार करती है, जिनसे दर्शक स्वाभाविक रूप से वॉयस कमांड, हावभाव और भावनात्मक संकेतों के माध्यम से संवाद कर सकते हैं।