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प्रिलिम्स फैक्ट्स

प्रारंभिक परीक्षा

प्रीलिम्स फैक्ट्स: 23 मई, 2020

  • 23 May 2020
  • 13 min read

उमंग

UMANG

भारत सरकार के डिजिटल इंडिया प्रोग्राम की पहलों को आगे बढ़ाने के लिये ‘केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय’ (Union Ministry of Electronics and Information Technology) ने ‘उमंग’ (UMANG) एप पर ‘भारत मौसम विज्ञान विभाग’ (India Meteorological Department- IMD) से संबंधित सूचनाएँ भी प्रदान करनी शुरू की हैं।

प्रमुख बिंदु:

  • उमंग मोबाइल एप्लीकेशन पर IMD की निम्नलिखित सात सेवाओं को ऑन-बोर्ड किया गया है

      सेवाएँ

विवरण

1. वर्तमान मौसम की स्थिति

• इसमें 150 नगरों के लिये वर्तमान तापमान, आर्द्रता, हवा की गति एवं दिशा को दिन में आठ बार अपडेट किया जाता है। 
• सूर्योदय/सूर्यास्त तथा चंद्रमा के उगने/डूबने के बारे में भी सूचना दी जाती है।

2. नाऊकास्ट (Nowcast)

• IMD के राज्य मौसम विज्ञान विभाग केंद्रों द्वारा देश के लगभग 800 स्टेशनों के लिये स्थानीय मौसम की घटनाओं तथा उनकी तीव्रता के बारे में अगले तीन घंटे की चेतावनी जारी की जाती है। 
• गंभीर मौसम की स्थिति में जारी की गई चेतावनी में इसके प्रभावों को भी शामिल किया जाता है।

3. नगर पूर्वानुमान

• भारत के लगभग 450 नगरों के मौसम की स्थितियों के बारे में पिछले 24 घंटों तथा अगले 7 दिन के पूर्वानुमान दिये जाते हैं।

4. वर्षा की सूचना

• ‘अखिल भारतीय ज़िला वर्षा सूचना’ को दैनिक, साप्ताहिक,  मासिक एवं संचयी श्रृंखला के रूप में उपलब्ध कराया जाता है।

5. पर्यटन पूर्वानुमान

• भारत के लगभग 100 पर्यटन नगरों की मौसम की स्थिति को पिछले 24 घंटों एवं 7 दिन के पूर्वानुमान के रूप में उपलब्ध कराया जाता है। 

6. चेतावनी

• नागरिकों को आने वाले खतरनाक मौसम की चेतावनी देने के लिये अलर्ट जारी किया जाता है। 
• इसे लाल, नारंगी एवं पीले रंग के अलर्ट स्तर में कोड किया जाता है जिसमें लाल रंग सबसे गंभीर श्रेणी है।
• आने वाले पाँच दिन के लिये सभी ज़िलों हेतु दिन में दो बार इसे जारी किया जाता है।

7. चक्रवात 

• तूफान की चेतावनी एवं अलर्ट, तूफान के तटों से गुजरने के संभावित समय और बिंदुपथ के द्वारा चक्रवाती तूफान का ट्रैक उपलब्ध कराता है।
• चक्रवात के प्रभाव के आधार पर क्षेत्रवार/ज़िलेवार चेतावनियाँ जारी की जाती हैं जिससे कि संवेदनशील क्षेत्रों से लोगों की निकासी सहित उपयुक्त तैयारी संभव हो सके।

  • भारतीय प्रधानमंत्री ने नागरिकों तक एक ही मोबाइल एप के माध्यम से प्रमुख सरकारी सेवाओं को पहुँचाने के लिये वर्ष 2017 में उमंग (UMANG) एप लॉन्च किया था।
  • उमंग (UMANG) का पूर्ण रूप ‘नए युग के शासन के लिये एकीकृत मोबाइल एप्लिकेशन’ (Unified Mobile Application for New-age Governance) है।
  • यह भारत सरकार का ऑल-इन-वन सिंगल, एकीकृत, सुरक्षित, मल्टी-चैनल, मल्टी-प्लेटफॉर्म, बहुभाषी, मल्टी सर्विस मोबाइल एप है जो केंद्र एवं राज्य सरकार के विभिन्न संगठनों की महत्त्वपूर्ण सेवाओं की सुविधा प्रदान करता है।
  • वर्तमान में इस एप के माध्यम से केंद्र सरकार के 127 विभागों एवं 25 राज्यों की लगभग 600 सेवाएँ और लगभग 180 उपयोगी बिल भुगतान सेवाएँ प्रदान की जा रही हैं और कई अन्य सेवाओं को अभी जारी किया जाना बाकी है।   
  • वर्तमान में एंड्रॉइड, iOS, वेब एवं KaiOS आधारित उमंग (UMANG) उपयोगकर्त्ताओं की संख्या 2.1 करोड़ से अधिक हो चुकी है।
  • नागरिक उमंग एप के माध्यम से अपने डिजिलॉकर (Digilocker) तक पहुँच सकते हैं और ‘रैपिड असेसमेंट सिस्टम’ (RAS) के माध्यम से किसी भी सेवा का लाभ उठाने के बाद अपनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं जिसे उमंग (UMANG) के साथ एकीकृत किया गया है।

अक्षय ऊर्जा व्यवसाय के लिये संयुक्त उपक्रम कंपनी

Joint Venture Company for Renewable Energy Business

भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय (Ministry of Power) के तहत सार्वजनिक कंपनी ‘राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम लिमिटेड’ (NTPC Ltd.) और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय (Ministry of Petroleum & Natural Gas) के तहत ‘ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड’ (Oil and Natural Gas Corporation Limited- ONGC) ने अक्षय ऊर्जा व्यापार (Renewable Energy Business) के लिये एक ‘संयुक्त उपक्रम कंपनी’ (Joint Venture Company) बनाने के लिये समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं।

प्रमुख बिंदु: 

  • इस समझौते के अनुसार, NTPC और ONGC भारत एवं विदेश में अपतटीय पवन (Offshore Wind) और अन्य अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना से जुड़ी संभावनाओं का पता लगाएंगी।
  • दोनों कंपनियाँ संवहनीयता, भंडारण, ई-परिवर्तनीयता और ईएसजी (पर्यावरणीय, सामाजिक एवं प्रबंधन) के अनुकूल परियोजनाओं के क्षेत्र में भी संभावनाओं का पता लगाएंगी।

NTPC की वर्तमान स्थिति:

  • NTPC के पास अभी 920 मेगावाट की स्थापित अक्षय ऊर्जा परियोजनाएँ हैं और लगभग 2300 मेगावाट की अक्षय ऊर्जा परियोजनाएँ अभी निर्माण की प्रक्रिया में हैं। 
  • इस समझौते से NTPC अपने ‘अक्षय ऊर्जा क्षमता योग कार्यक्रम’ में तेज़ी लाएगी और अपतटीय पवन ऊर्जा परियोजनाओं एवं विदेश में अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं में अपनी मौजूदगी का विस्तार करेगी। 
  • इससे भारत की सबसे बड़ी विद्युत उत्पादक कंपनी NTPC को वर्ष 2032 तक 32 गीगावाट अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं के महत्त्वाकांक्षी लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी।

नोट:

  • NTPC समूह के पास कुल स्थापित क्षमता 62110 मेगावाट की है। इनमें NTPC के पास 70 ऊर्जा केंद्र हैं जिनमें 25 संयुक्त उपक्रम सहित, 24 कोयला, 7 संयुक्त गैस/द्रव्य, 1 हाइड्रो और 13 अक्षय ऊर्जा केंद्र शामिल हैं। 

ONGC की वर्तमान स्थिति:

  • ONGC के पास अभी 176 मेगावाट की अक्षय ऊर्जा परियोजनाएँ हैं जिसमें 153 मेगावाट पवन ऊर्जा परियोजनाएँ और 23 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजनाएँ शामिल हैं।  
  • इस नए समझौते से अक्षय ऊर्जा व्यापार में ONGC की मौजूदगी बढ़ेगी और वर्ष 2040 तक यह अपने पोर्टफोलियो में 10 गीगावाट अक्षय ऊर्जा जोड़ने के लक्ष्य को हासिल करने में सक्षम होगी।

रीस्टार्ट

ReStart

आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण प्रभावित राज्य के MSMEs क्षेत्र को सहारा देने के लिये ‘रीस्टार्ट’ (ReStart) नाम से एक नया कार्यक्रम शुरू किया है।

प्रमुख बिंदु: 

  • इस कार्यक्रम से MSMEs की 98,000 इकाइयों को लाभ होने की उम्मीद जताई गई है जो 10 लाख से अधिक लोगों को रोज़गार प्रदान करती हैं।
  • इसके अंतर्गत MSMEs सेक्टर के पुनरुद्धार के लिये आंध्रप्रदेश सरकार 1100 करोड़ रुपए खर्च करेगी।
  • मुख्यमंत्री ने 450 करोड़ रुपए की पहली किस्त जारी करते हुए कहा कि MSMEs सेक्टर की फर्मों को कम ब्याज दरों पर इनपुट पूंजी ऋण प्रदान करने के लिये 200 करोड़ रुपए का एक विशेष कोष बनाया जाएगा।
  • इस कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य सरकार ने MSMEs से खरीदे जाने वाले लगभग 360 उत्पादों की पहचान की है जिनकी सरकारी खरीद पर 45 दिनों के अंदर पैसों का भुगतान किया जाएगा। कुल खरीद में से लगभग 25% सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों से, 4% SC/ST सामुदायिक उद्यमों से और 3% महिला उद्यमियों से खरीदा जाएगा।
  • इस पहल से 72531 से अधिक सूक्ष्म (Micro), 24252 लघु (Small) और 645 मध्यम (Medium) उद्योगों को लाभ होगा।

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 

India’s forex reserves

15 मई, 2020 को भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (India’s forex reserves) 1.73 बिलियन डॉलर की वृद्धि के साथ 487.04 अरब डॉलर तक पहुँच गया है। 

प्रमुख बिंदु: 

  • विदेशी मुद्रा भंडार में 6 मार्च, 2020 को अपने पिछले आँकड़ों में उच्च स्तर पर पहुँचने के बाद 20 मार्च, 2020 तक इसमें $11.983 बिलियन की गिरावट दर्ज की गई थी जो वर्ष 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के बाद सबसे अधिक थी किंतु बाद में इसमें वृद्धि हुई है।
  • विदेशी मुद्रा भंडार को ‘फोरेक्स रिज़र्व’ या ‘आरक्षित निधियों का भंडार’ भी कहा जाता है 

15 मई, 2020 तक विदेशी मुद्रा भंडार की स्थिति:

  • विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (Foreign Currency Assets- FCA) में 1.122 बिलियन डॉलर की वृद्धि के साथ अब यह 448.67 बिलियन डॉलर हो गया है। 
  • स्वर्ण भंडार (Gold Reserve) में $616 मिलियन की वृद्धि के साथ अब यह $32.906 बिलियन हो गया है।
  • अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से विशेष आहरण अधिकार (Special Drawing Rights- SDR) में $2 मिलियन की वृद्धि के साथ अब यह $1.425 बिलियन हो गया है।
    • विशेष आहरण अधिकार (Special drawing rights- SDR), IMF द्वारा बनाई गई एक ‘अंतर्राष्ट्रीय आरक्षित संपत्ति’ है और IMF इसे (SDR) अपने सदस्यों देशों को उनके आरक्षण के अनुपात में आवंटित करता है।
  • भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के आँकड़ों के अनुसार, IMF के साथ रिज़र्व कोष (Reserve Trench) की स्थिति में $13 मिलियन की गिरावट दर्ज की गई है जिससे अब यह $4.038 बिलियन हो गया है।
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