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प्रारंभिक परीक्षा

कोर सेक्टर आउटपुट

  • 02 Jun 2022
  • 6 min read

भारत के आठ कोर उद्योग  ने मार्च 2022 में 4.9% की तुलना में अप्रैल में 8.4% की मज़बूत वृद्धि दर्ज की है। 

  • आठ कोर उद्योग में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) में शामिल मदों के भार का 40.27 प्रतिशत शामिल है। 
  • आठ कोर उद्योग अपने भारांक के घटते क्रम में हैं: रिफाइनरी उत्पाद> बिजली> स्टील> कोयला> कच्चा तेल> प्राकृतिक गैस> सीमेंट> उर्वरक। 

आठ कोर उद्योग  सूचकांक: 

  • परिचय: 
    • आठ कोर उद्योग सूचकांक (ICI) उत्पादन मात्रा सूचकांक को संदर्भित करता है 
    • यह चयनित आठ कोर उद्योगों में उत्पादन के संयुक्त और व्यक्तिगत प्रदर्शन का मूल्यांकन करता है। 
    • आठ कोर उद्योगों का वर्तमान भारांक (अप्रैल 2021) नीचे दिया गया है: 
      • पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पादन (28.04%), बिजली (19.85%), स्टील (17.92%), कोयला उत्पादन (10.33%), कच्चा तेल (8.98%), प्राकृतिक गैस उत्पादन (6.88%), सीमेंट उत्पादन (5.37%), उर्वरक उत्पादन (2.63%) 
    • ICI को आर्थिक सलाहकार कार्यालय (OEA), उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (DPIIT), वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय द्वारा संकलित एवं जारी किया जाता है। 
  • महत्त्व: 
    • ICI राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय, एनएसओ द्वारा आईआईपी जारी करने से पहले 'कोर' प्रकृति के उद्योगों के उत्पादन प्रदर्शन पर अग्रिम संकेत प्रदान करता है। 
    • आठ प्रमुख उद्योगों से सामान्य आर्थिक गतिविधियों और औद्योगिक गतिविधियों के प्रभावित होने की संभावना है। 

औद्योगिक उत्पादन सूचकांक: 

  • 'औद्योगिक उत्पादन सूचकांक' अर्थव्यवस्था के विभिन्न उद्योग समूहों में एक निश्चित समय अवधि में विकास दर को प्रदर्शित करता है। 
  • इसका संकलन तथा प्रकाशन मासिक आधार पर 'राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय', 'सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय' द्वारा किया जाता है। 
  • IIP एक समग्र संकेतक है जो वर्गीकृत किये गए उद्योग समूहों की वृद्धि दर को मापता है जिनमें शामिल है:  
    • व्यापक क्षेत्र (Broad sectors)- खनन, विनिर्माण और विद्युत।  
    • उपयोग आधारित क्षेत्र (Use-based Sectors)- मूलभूत वस्तुएँ, पूंजीगत वस्तुएँ और मध्यवर्ती वस्तुएँ। 
  • IIP के आकलन के लिये आधार वर्ष 2011-2012 है। 

औद्योगिक उत्पादन सूचकांक का महत्त्व: 

  • इसका उपयोग नीति-निर्माण के लिये वित्त मंत्रालय, भारतीय रिज़र्व बैंक सहित अन्य सरकारी एजेंसियों द्वारा किया जाता है।  
  • IIP, त्रैमासिक और अग्रिम सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के अनुमानों की गणना के लिये अत्यंत प्रासंगिक बना हुआ है। 

विगत वर्षों के प्रश्न: 

प्रश्न: ‘आठ कोर उद्योग सूचकांक' में निम्नलिखित में से किसको सर्वाधिक महत्त्व दिया गया है? 

(a) कोयला उत्पादन 
(b) विद्युत उत्पादन 
(c) उर्वरक उत्पादन 
(d) इस्पात उत्पादन 

उत्तर: b 

व्याख्या: 

  • वर्ष 2015 में 8 प्रमुख उद्योगों के सूचकांक में बिजली का भार सबसे अधिक था। अतः विकल्प (b) सही है। 
  • आठ प्रमुख उद्योगों में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) में शामिल मदों के भार का 40.27 प्रतिशत शामिल है। 
  • आठ प्रमुख उद्योगों का वर्तमान भारांक (अप्रैल 2021) नीचे दिया गया है: 
    • पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पादन (28.04%), बिजली (19.85%), स्टील (17.92%), कोयला उत्पादन (10.33%), कच्चा तेल (8.98%), प्राकृतिक गैस उत्पादन (6.88%), सीमेंट उत्पादन (5.37%), उर्वरक उत्पादन (2.63%)। 
  • औद्योगिक उत्पादन सूचकांक: 
    • 'औद्योगिक उत्पादन सूचकांक' अर्थव्यवस्था के विभिन्न उद्योग समूहों में एक निश्चित समय अवधि में विकास दर को प्रदर्शित करता है।  
    • इसका संकलन तथा प्रकाशन मासिक आधार पर 'राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय', 'सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय' द्वारा किया जाता है। 

स्रोत: पी.आई.बी. 

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