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वेरा सी. रुबिन वेधशाला

  • 10 Jul 2025
  • 3 min read

स्रोत: IE

चिली में स्थित खगोलीय सुविधा वेरा सी. रुबिन वेधशाला ( समुद्र तल से 8,684 फीट ऊपर सेरो पचोन पर्वत के ऊपर ) ने अपने प्राथमिक उपकरण के रूप में सिमोनी सर्वेक्षण दूरबीन का उपयोग करते हुए अपनी पहली परीक्षण छवियाँ (Test Images) जारी कीं।

वेरा सी. रुबिन वेधशाला

  • परिचय: यह एक खगोलीय वेधशाला है जिसका निर्माण निरंतर स्कैनिंग के माध्यम से दक्षिणी गोलार्द्ध के रात्रि आकाश का सबसे व्यापक सर्वेक्षण करने के लिये किया गया है।
    • इसका नाम अमेरिकी खगोलशास्त्री वेरा सी. रुबिन के सम्मान में रखा गया है, जिन्होंने 1970 के दशक में डार्क मैटर के अस्तित्व का पहला साक्ष्य प्रस्तुत किया था।
  • विशिष्टता: इसका सिमोनी सर्वे टेलीस्कोप एक विस्तृत दृश्य क्षेत्र (Wide Field of View) से युक्त है, जो एक ही बार में 40 पूर्ण चंद्रमाओं के बराबर क्षेत्र को कैप्चर करने में सक्षम है। यह क्षमता हबल स्पेस टेलीस्कोप (1%) और जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (75%) की तुलना में कहीं अधिक व्यापक कवरेज  प्रदान करती है।
    • इसमें 3,200 मेगापिक्सेल वाला विश्व का सबसे बड़ा डिजिटल कैमरा लगा है, जो नग्न आँखों से दिखाई देने वाली वस्तुओं की तुलना में 100 मिलियन गुना धुँधली वस्तुओं का पता लगाने में सक्षम है।   
    • इसके अतिरिक्त, यह सबसे तेज़ गति से घूमने वाले टेलीस्कोप है, जो केवल पाँच सेकंड में अपनी स्थिति को समायोजित करने में सक्षम है।
  • उद्देश्य: यह डार्क एनर्जी (68%) और डार्क मैटर (27%) की प्रकृति की खोज करने में सहायक होगा, जो मिलकर ब्रह्मांड का 95% हिस्सा बनाते हैं, जबकि दृश्य पदार्थ (Visible Matter) केवल 5% है।
    • इसका उद्देश्य कुछ प्रमुख खगोलीय प्रश्नों को संबोधित करना है, जिनमें शामिल हैं — आकाशगंगा का निर्माण, हमारे सौरमंडल में 9वें ग्रह का अस्तित्व और पृथ्वी के लिये किसी क्षुद्रग्रह से खतरे की संभावना।

और पढ़ें: डार्क मैटर और डार्क एनर्जी

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