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राईस येलो मोटल वायरस

  • 23 Jun 2025
  • 2 min read

स्रोत: डाउन टू अर्थ 

राइस येलो मोटल वायरस (RYMV) एक अत्यधिक संक्रामक पादप रोग है, जो पूरे अफ्रीका में धान की फसलों को बर्बाद कर रहा है, जिससे फसल उत्पादन में भारी क्षति हो रही है और खाद्य सुरक्षा  के लिये एक गंभीर चुनौती उत्पन्न कर रहा है।

राईस येलो मोटल वायरस

  • उत्पत्ति और प्रसार: इसका उद्गम 1800 के दशक में तंज़ानिया के ईस्टर्न आर्क पर्वतों में जंगली घासों से हुआ था। यह पहले किलोम्बेरो घाटी और मोरोगोरो (तंज़ानिया) तक विस्तारित हुआ, और फिर उप-सहारा अफ्रीका के विभिन्न क्षेत्रों में फैल गया।
    • हालाँकि यह अफ्रीका में स्थानिक है, लेकिन इसे तुर्की में भी रिपोर्ट किया गया है।
  • कारक एवं संचरण: यह वायरस सोबेमोवायरस का एक सदस्य है जो अपनी उच्च आनुवंशिक परिवर्तनशीलता के लिये जाना जाता है, जिसके कारण यह तेज़ी से विकसित होता है।
  • वेक्टर में भृंग (क्राइसोमेलिडे), टिड्डे, गाय, चूहे और गधे शामिल हैं।
  • यह कीट वाहकों, यांत्रिक साधनों (रस या जल के संपर्क) और जड़ों की चोटों (root injuries) के माध्यम से फैलता है, लेकिन यह बीज जनित नहीं है।
  • लक्षण: युवा पत्तियों पर पीले-हरे धारियाँ दिखाई देती हैं, जो धब्बेदारता और पत्तियों के मुड़ने का कारण बनती हैं। पौधों में विकास रुक जाता है, पुष्पगुच्छों (पैनिकल) का निर्माण खराब होता है, प्रजनन क्षमता कम होती है और अंततः पौधे मर सकते हैं।
  • चावल उत्पादन पर प्रभाव: उपज में 10% से 100% तक की हानि होती है, प्रारंभिक संक्रमण से अधिक क्षति होती है।

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