प्रारंभिक परीक्षा
दुर्लभ दाता रजिस्ट्री का ई-रक्त कोष के साथ एकीकरण
- 24 Jun 2025
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स्रोत: द हिंदू
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय दुर्लभ रक्त प्रकारों (जैसे Bombay, Rh-null, P-Null) तक वास्तविक समय पर पहुँच को सक्षम करने और रक्त बैंकों के बीच राष्ट्रव्यापी समन्वय में सुधार करने के लिये भारतीय दुर्लभ दाता रजिस्ट्री (Rare Donor Registry of India- RDRI) को ई-रक्त कोष के साथ एकीकृत कर रहा है।
भारतीय दुर्लभ दाता रजिस्ट्री (RDRI) क्या है?
- दुर्लभ रक्त समूह दाताओं का राष्ट्रीय डेटाबेस: भारतीय दुर्लभ दाता रजिस्ट्री (RDRI) दुर्लभ रक्त समूह दाताओं का राष्ट्रीय डेटाबेस है।
- इसे भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय इम्यूनोहेमेटोलॉजी संस्थान (ICMR-NIIH) द्वारा अग्रणी चिकित्सा संस्थानों के सहयोग से विकसित किया गया है।
- उद्देश्य एवं आवश्यकता: RDRI उन रोगियों को सहायता प्रदान करता है, जिन्हें विशेष रूप से मिलान वाले रक्ताधान की आवश्यकता होती है, विशेष रूप से वे जो थैलेसीमिया, सिकल सेल रोग और अन्य दुर्लभ स्थितियों से पीड़ित होते हैं।
- दायरा/स्कोप तथा कवरेज: इस रजिस्ट्री में 4,000 से अधिक जाँचे गए रक्तदाताओं को शामिल किया गया है, जिनका परीक्षण 300 से अधिक दुर्लभ रक्त चिह्नकों (मार्कर्स) के लिये किया गया है।
- यह ऐसे रक्त समूहों पर केंद्रित हैं, जिनमें या तो उच्च आवृत्ति वाले प्रतिजन (Antigens) अनुपस्थित होते हैं या जिनमें असामान्य प्रतिजन संयोजन पाए जाते हैं।
- दुर्लभ रक्त समूह वाले लोगों के लिये महत्त्व: दुर्लभ रक्त समूहों का मिलान कर पाना कठिन होता है। असंगत रक्त चढ़ाने से एलोइम्यूनाइज़ेशन (alloimmunisation) हो सकता है, जिसमें रोगी संक्रमित रक्त के विरुद्ध एंटीबॉडी विकसित कर लेता है, जिससे भविष्य के उपचार जटिल हो जाते हैं।
ई-रक्त कोष क्या है?
- परिचय: ई-रक्त कोष एक केंद्रीकृत डिजिटल रक्त बैंक प्रबंधन प्रणाली है, जिसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत सी-डैक (CDAC) द्वारा विकसित किया गया है।
- यह पूरे भारत में रक्त की उपलब्धता, रक्तदान शिविरों और रक्त बैंकों की वास्तविक समय (रियल-टाइम) जानकारी प्रदान करता है।
- यह प्लेटफॉर्म रक्तदाताओं, अस्पतालों और रक्त बैंकों को आपस में जोड़ता है, जिससे कुशल निगरानी (ट्रैकिंग) और सुरक्षित रक्त संक्रमण सुनिश्चित हो पाता है।
रक्त
- परिचय: रक्त एक आवश्यक द्रव है, जो पूरे शरीर में ऑक्सीजन, पोषक तत्त्व, हार्मोन तथा अपशिष्ट पदार्थों का परिवहन करता है।
- अस्थि मज्जा में निर्मित रक्त प्रतिरक्षा, उपचार और यकृत तथा वृक्क के माध्यम से अपशिष्ट निष्कासन में भी सहायता करता है। एक औसत वयस्क के शरीर में लगभग 5 लीटर रक्त होता है।
- घटक: यह 45% कोशिकाओं (लाल रक्त कोशिकाएँ, श्वेत रक्त कोशिकाएँ और प्लेटलेट्स) और 55% प्लाज़्मा से मिलकर बना होता है, जो एक तरल पदार्थ है तथा प्रोटीन, विटामिन और खनिजों का परिवहन करता है।
- रक्त प्रकार या समूह: रक्त के चार मुख्य प्रकार/समूह होते हैं- A, B, AB और O।
बॉम्बे ब्लड ग्रुप क्या है?
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UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रश्न. एक विवाहित दंपति ने एक बालक को गोद लिया। इसके कुछ वर्ष उपरांत उन्हें जुड़वाँ पुत्र हुए। दंपति में एक का रक्त वर्ग AB पॉज़ीटिव है और दूसरे का O नेगीटिव है। तीनों पुत्रों में से एक का रक्त वर्ग A पॉज़ीटिव, दूसरे का B पॉज़ीटिव और तीसरे का O पॉज़ीटिव है। गोद लिये गए पुत्र का रक्त वर्ग कौन-सा है ? (2011) (a) O पॉज़ीटिव (b) A पॉज़ीटिव (C) B पॉज़ीटिव (d) उपलब्ध जानकारी के आधार पर कहा नहीं जा सकता उत्तर: (a) |