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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 3 नवंबर, 2023

  • 03 Nov 2023
  • 7 min read

दक्षिण-पूर्व एशिया हेतु WHO क्षेत्रीय समिति का 76वाँ सत्र

नई दिल्ली में दक्षिण-पूर्व एशिया के लिये WHO क्षेत्रीय समिति के 76वें सत्र में मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन के दौरान सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज प्राप्त करने के सबसे समावेशी, न्यायसंगत एवं लागत प्रभावी तरीके के रूप में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल (PHC) में निवेश पर ज़ोर दिया गया।

  • बैठक में सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज प्राप्त करने की दिशा में एक प्रमुख तत्त्व के रूप में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल को सुदृढ़ करने की दिशा में दिल्ली घोषणा पर हस्ताक्षर किये गए।
  • भारत सरकार के "अंत्योदय" (किसी को पीछे न छोड़ने का सिद्धांत) के दृष्टिकोण की पुष्टि करते हुए यह कहा गया था कि भारत की सुदृढ़ स्वास्थ्य प्रणाली आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं और स्वास्थ्य प्रणालियों को महामारी पूर्व स्तरों पर बेहतर बनाने के लक्ष्य के साथ "संपूर्ण सरकार" और "संपूर्ण समाज" के दृष्टिकोण पर निर्भर करती है।
  • आयुष्मान भारत स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों (AB-HWC) के महत्त्व पर ज़ोर दिया गया जो व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं के वितरण में बदलाव ला रहे हैं।

और पढ़ें: मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता (ASHA), आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (ABDM) 

साइमा वाज़ेद को दक्षिण-पूर्व एशिया के लिये WHO की क्षेत्रीय निदेशक के रूप में चुना गया

दक्षिण पूर्व एशिया के लिये WHO क्षेत्रीय समिति के 76वें सत्र के दौरान साइमा वाज़ेद (बांग्लादेश) को विश्व स्वास्थ्य संगठन के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के क्षेत्रीय निदेशक के रूप में चुना गया था।

  • दक्षिण-पूर्व एशिया के लिये क्षेत्रीय समिति इस क्षेत्र में WHO की शासी निकाय है।
  • WHO के दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र में 11 सदस्य देश हैं - बांग्लादेश, भूटान, डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया, भारत, इंडोनेशिया, मालदीव, म्याँमार, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड और तिमोर-लेस्ते। WHO के सभी 11 सदस्य देशों में कार्यालय हैं।
    • WHO दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्रीय कार्यालय का मुख्यालय नई दिल्ली, भारत में है।

चीनी अंटार्कटिक बेड़ा नए अनुसंधान केंद्र के निर्माण के लिये रवाना हुआ

दो चीनी आइसब्रेकर अनुसंधान जहाज़ और एक मालवाहक जहाज़ अंटार्कटिका के लिये रवाना हो गए हैं।

  • इस मिशन का प्राथमिक उद्देश्य अंटार्कटिक में रॉस सागर के पास इनएक्सप्रेसिबल द्वीप पर स्थित चीन के पाँचवे रिसर्च स्टेशन का निर्माण पूरा करना है।
    • रॉस सागर अंटार्कटिका के तट पर स्थित है। यह विश्व के अंतिम अक्षुण्ण समुद्री पारिस्थितिक तंत्रों में से एक है।
    • अंटार्कटिका में चीन के चार अनुसंधान केंद्र स्थित हैं जिनमें ग्रेट वॉल (1985), झोंगशान (1989), कुनलुन (2009) और ताइशान (2014) शामिल हैं।
  • आइसब्रेकर एक जहाज़ है जिसे विशेष रूप से बर्फ से ढके समुद्री जल मार्ग में नेविगेट करने के लिये डिज़ाइन किया गया है, जो अन्य जहाज़ों के लिये एक सुरक्षित जलमार्ग निर्धारित करता है।
  • अंटार्कटिका में भारत के दो सक्रिय अनुसंधान केंद्र हैं जिनके नाम 'मैत्री' और 'भारती' हैं।

आज़ादी का अमृत महोत्सव का समापन

भारतीय प्रधानमंत्री ने 'मेरी माटी मेरा देश' अभियान के समापन के साथ आज़ादी का अमृत महोत्सव की समाप्ति को चिह्नित किया।

  • 12 मार्च, 2021 को शुरू हुई आज़ादी का अमृत महोत्सव ने महात्मा गांधी की दांडी मार्च से प्रेरणा ग्रहण की।
    • विशेष रूप से इस उत्सव समारोह का समापन 31 अक्तूबर, 2023 को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर मनाया गया।
  • इसी अवसर पर अमृत वाटिका एवं अमृत महोत्सव स्मारक का भी समारोह पूर्वक शिलान्यास किया गया।
  • "मेरी माटी मेरा देश" अभियान उन साहसी व्यक्तियों को श्रद्धांजलि देता है जिन्होंने देश के लिये बलिदान दिया।
    • विभिन्न स्तरों पर सहयोगात्मक प्रयासों के माध्यम से अभियान में विभिन्न गतिविधियाँ शामिल हैं जैसे स्मारक बनाना, प्रतिज्ञा लेना, स्वदेशी पौधे लगाना और समारोहों के माध्यम से स्वतंत्रता सेनानियों तथा उनके परिवारों का सम्मान करना।

और पढ़ें…दांडी मार्च 1930, सरदार वल्लभ भाई पटेल

रोहिणी नैय्यर पुरस्कार

इंजीनियर से सामाजिक कार्यकर्ता बने दीनानाथ राजपूत को किसान उत्पादक संगठन (FPO) की स्थापना के माध्यम से छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में 6,000 से अधिक आदिवासी महिलाओं के जीवन को बदलने में उनके योगदान के लिये ग्रामीण विकास में उत्कृष्ट योगदान हेतु रोहिणी नैय्यर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 

  • यह रोहिणी नैय्यर पुरस्कार का दूसरा संस्करण है, जिसे प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और प्रशासक रोहिणी नैय्यर की स्मृति में स्थापित किया गया था, जिनका वर्ष 2021 में निधन हो गया था।
  • रोहिणी नैय्यर पुरस्कार विजेता को ₹10 लाख का नकद पुरस्कार दिया जाता है।

और पढ़ें.. गांधी शांति पुरस्कार, शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार

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