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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 20 अप्रैल, 2021

  • 20 Apr 2021
  • 7 min read

‘ब्लड ऑक्सीजन सेचुरेशन (SpO2) सप्लीमेंटल ऑक्सीजन डिलीवरी सिस्टम’

कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनज़र रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने ‘ब्लड ऑक्सीजन सेचुरेशन (SpO2) सप्लीमेंटल ऑक्सीजन डिलीवरी सिस्टम’ विकसित की है, जो कि अत्यधिक ऊँचाई वाले इलाकों में युद्धरत भारतीय सैनिकों के लिये बहुत उपयोगी होगी। साथ ही इस प्रणाली का उपयोग कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों द्वारा भी किया जा सकता है। इस प्रणाली को DRDO की बंंगलूरू स्थित ‘रक्षा जैव अभियांत्रिकी और इलेक्ट्रो मेडिकल प्रयोगशाला’ (DEBEL) ने विकसित किया है। यह ऑटोमेटिक प्रणाली SpO2 पर आधारित अनुपूरक ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है और लोगों को हाईपोक्सिया से बचाती है। हाईपोक्सिया ऑक्सीजन की कमी को कहते हैं और अधिकतर मामलों में यह स्थिति जानलेवा होती है। महामारी के मौजूदा दौर में यह प्रणाली बहुत उपयोगी मानी जा रही है, क्योंकि इसे ऑक्सीजन फ्लो थेरेपी के लिये सामान्‍य कोविड मरीज़ अपने घर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। SpO2 का स्तर कम होने पर यह प्रणाली ऑक्सीजन का प्रवाह बढाकर उसे स्वयं समायोजित कर सकती है। इस प्रणाली की उपलब्‍धता और आसानी से उपयोग की क्षमता के कारण डॉक्‍टरों और चिकित्साकर्मियों पर कार्य का बोझ कम होगा तथा रोगी के SpO2 स्तर की निगरानी के लिये डॉक्‍टरों और चिकित्साकर्मियों को संक्रमण का जोखिम नहीं लेना होगा।

भारत में इटली का मेगा फूड पार्क

भारत और इटली के द्विपक्षीय संबंधों में सुधार करने के उद्देश्य से इटली ने हाल ही में भारत में अपनी पहली मेगा फूड पार्क परियोजना शुरू की है, जिसमें खाद्य प्रसंस्करण सुविधाएँ और इकाइयाँ शामिल हैं। इस परियोजना का उद्देश्य दोनों देशों के कृषि एवं औद्योगिक क्षेत्रों के बीच तालमेल स्थापित करना है और इन क्षेत्र में नई एवं अधिक कुशल प्रौद्योगिकियों के अनुसंधान और विकास पर ध्यान केंद्रित करना है। इस परियोजना के माध्यम से इटली का लक्ष्य भारतीय बाज़ार में मौजूद विभिन्न अवसरों का पता लगाना है। यह परियोजना खाद्य-प्रसंस्करण क्षेत्र, जो कि भारत और इटली के बीच साझेदारी का एक महत्त्वपूर्ण स्तंभ है, के विकास में काफी सहायक हो सकती है। ध्यातव्य है कि इटली, दक्षिण-मध्य यूरोप का एक महत्त्वपूर्ण देश है और भारत तथा इटली के मध्य वर्ष 1947 में राजनयिक संबंध स्थापित किये गए थे, तब से दोनों देशों के बीच सौहार्दपूर्ण द्विपक्षीय संबंध रहे हैं। इटली वर्तमान में यूरोपीय संघ में भारत का पाँचवाँ सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है और वर्ष 2019 में दोनों देशों के मध्य लगभग 9.52 बिलियन यूरो का द्विपक्षीय व्यापार हुआ था। भारत में इटली की लगभग 600 बड़ी कंपनियाँ सक्रिय हैं, जबकि लगभग 4,000 भारतीय छात्र और 250,000 कर्मचारी (मुख्यतः कृषि क्षेत्र में) इटली में मौजूद हैं।

‘लूनर 25’ मिशन 

रूस की अंतरिक्ष एजेंसी रॉसकॉसमॉस, इसी वर्ष अक्तूबर माह में अपने ‘लूनर 25’ मिशन को लॉन्च करने की योजना बना रही है। रूस का लूनर लैंडिंग मिशन ‘लूनर 25’ चंद्रमा की सतह के नीचे जमी बर्फ का अध्ययन करेगा, जिसे भविष्य में अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा एक संसाधन के रूप में प्रयोग किया जा सकेगा। इसके अलावा इस मिशन के माध्यम से चंद्रमा पर धूल के कणों के कारण उत्पन्न खतरों का भी अध्ययन किया जाएगा। हालाँकि ‘लूनर 25’ को रूस के अंतरिक्ष अभियानों की शुरुआत के तौर पर देखा जा सकता है, और भविष्य में रूस नियोजित चरणों में कुल पाँच अंतरिक्ष अभियानों की योजना बना रहा है। रूस के अगले मिशन यानी ‘लूनर 26’ को वर्ष 2023 या वर्ष 2024 में लॉन्च किया जाएगा और चंद्रमा में चुंबकीय एवं गुरुत्वाकर्षण विसंगतियों की तलाश करेगा तथा संभावित लैंडिंग स्थानों की इमेज भी कैप्चर करेगा। ध्यातव्य है कि सोवियत संघ द्वारा ‘लूनर 24’ को वर्ष 1976 में लॉन्च किया गया था और इसके बाद से रूस ने अब तक चंद्रमा पर लैंडिंग संबंधी कोई मिशन नहीं किया है। ज्ञात हो कि इसरो भी वर्ष 2022 में चंद्रयान-3 मिशन को लॉन्च करने की योजना बना रहा है। 

इंडियन जंपिंग आंट

हाल ही में वैज्ञानिकों ने पाया है कि ‘इंडियन जंपिंग आंट’ अपने शरीर को प्रजनन के लिये तैयार करने हेतु अपने मस्तिष्क को लगभग 20 प्रतिशत तक कम कर सकती है, और प्रजनन के बाद हफ्तों के भीतर अपने मस्तिष्क के आकार को पुनः बढ़ा सकती है। मधुमक्खियों समेत कुछ अन्य कीटों में केवल अपने मस्तिष्क के आकार को बढ़ाने की क्षमता पाई जाती है, किंतु ‘इंडियन जंपिंग आंट’ ऐसे पहले कीट हैं जिनमें अपने मस्तिष्क के आकार को बढ़ाने के साथ-साथ घटाने की भी क्षमता है। भारत के मैदानी इलाकों में पाई जाने वाली ‘इंडियन जंपिंग आंट’ (वैज्ञानिक नाम: हार्पेग्नाथोस सॉल्टेटर) एक बड़ी आँखों वाली चींटी होती है, जिसमें तकरीबन चार इंच तक कूदने/ छलांग लगाने की अद्भुत क्षमता होती है, साथ ही इसमें अपने आकार से दोगुने आकार के जीव का शिकार करने की भी क्षमता होती है।

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