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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 17 नवंबर, 2021

  • 17 Nov 2021
  • 6 min read

सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गाँव- ‘पोचमपल्ली’ 

तेलंगाना में हैदराबाद से तकरीबन 50 किमी. दूर स्थित ‘पोचमपल्ली’ गाँव को ‘संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन’ (UNWTO) द्वारा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गाँवों में से एक के रूप में चुना गया है। नलगोंडा ज़िले में ‘पोचमपल्ली’ को प्रायः उत्कृष्ट साड़ियों के लिये भारत के ‘रेशम शहर’ के रूप में जाना जाता है, जिसे ‘इकत’ नामक एक अनूठी शैली के माध्यम से बुना जाता है। ‘पोचमपल्ली इकत’ शैली को वर्ष 2004 में एक भौगोलिक संकेतक (GI) प्राप्त हुआ था। 18 अप्रैल, 1951 को आचार्य विनोबा भावे द्वारा इस गाँव से भूदान आंदोलन की शुरुआत की गई थी, जिसको चिह्नित करने हेतु ‘पोचमपल्ली’ गाँव को ‘भूदान पोचमपल्ली’ के नाम से भी जाना जाता है। ‘संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन’ द्वारा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गाँव के चयन से संबंधित इस पहल का उद्देश्य उन गाँवों को पुरस्कृत करना है, जिन्होंने स्वयं को ग्रामीण स्थलों के उत्कृष्ट उदाहरण के रूप में स्थापित किया है। साथ ही इसका उद्देश्य गाँवों को प्रशिक्षण एवं सुधार के अवसर प्रदान कर ग्रामीण पर्यटन क्षमता को बढ़ाने में सहायता करना है। 

राष्ट्रीय प्रेस दिवस

प्रतिवर्ष 16 नवंबर को भारत में ‘राष्ट्रीय प्रेस दिवस’ का आयोजन किया जाता है। भारत में प्रेस की स्वतंत्रता और भारतीय समाचार पत्रों एवं समाचार एजेंसियों के मानकों को बनाए रखने तथा उनमें सुधार करने के लिये 16 नवंबर, 1966 को भारतीय प्रेस परिषद (PCI) की स्थापना की गई थी। वर्ष 1954 में गठित प्रथम प्रेस आयोग ने वर्ष 1956 में भारत में पत्रकारिता की नैतिकता और प्रेस की स्वतंत्रता की रक्षा के लिये एक समिति के गठन की बात की थी। इसके तकरीबन 10 वर्ष बाद भारतीय प्रेस परिषद (PCI) का गठन किया गया। यह नैतिकता के उल्लंघन और प्रेस की स्वतंत्रता के उल्लंघन संबंधी शिकायतों का न्यायनिर्णयन करती है। वर्तमान में जस्टिस चंद्रमौली कुमार प्रसाद भारतीय प्रेस परिषद (PCI) के अध्यक्ष पद पर कार्यरत हैं। भारतीय प्रेस परिषद (PCI) एक सांविधिक निकाय है, जिसकी अध्यक्षता सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश द्वारा की जाती है। इसके अलावा इस परिषद में 28 अन्य सदस्य होते हैं, जिनमें से 20 प्रेस का प्रतिनिधित्व करते हैं, पाँच सदस्य संसद के दोनों सदनों से नामित होते हैं और तीन सदस्य सांस्कृतिक, साहित्यिक एवं कानूनी क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं। 

खाद्य संग्रहालय

केंद्रीय उपभोक्ता मामलों, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री ने हाल ही में तमिलनाडु के तंजावुर में देश के पहले ‘खाद्य संग्रहालय’ का उद्घाटन किया है। इस खाद्य संग्रहालय को ‘भारतीय खाद्य निगम’ और ‘विश्वेश्वरैया इंडस्ट्रियल एंड टेक्नोलॉजिकल म्यूज़ियम’ (बंगलूरू) द्वारा 1.10 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया गया है। ध्यातव्य है कि ‘तंजावुर’ भारतीय खाद्य निगम (FCI) का जन्मस्थान भी माना जाता है, जहाँ 14 जनवरी, 1965 को इसके पहले कार्यालय का उद्घाटन किया गया था। यह संग्रहालय खानाबदोश शिकारी समूहों से सभ्यता की शुरुआत की ओर अग्रणी कृषि प्रक्रियाओं में मनुष्य के विकास को प्रदर्शित करता है। साथ ही विभिन्न प्राचीन अनाज भंडारण विधियों, भंडारण संबंधी चुनौतियों और राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खाद्यान्न उत्पादन संबंधी परिदृश्य को प्रदर्शित करता है। संग्रहालय में ‘भारतीय खाद्य निगम’ की अब तक की यात्रा को भी डिजिटल रूप से प्रदर्शित किया गया है। 

अंतर्राष्ट्रीय सहिष्णुता दिवस

प्रतिवर्ष 16 नवंबर को ‘अंतर्राष्ट्रीय सहिष्णुता दिवस’ का आयोजन किया जाता है। यह संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित दिवस है जिसका उद्देश्य असहिष्णुता के खतरों के बारे में जन जागरूकता पैदा करना है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 1995 को ‘सहिष्णुता के लिये एक वर्ष’ के रूप में घोषित किया गया था। सहिष्णुता पर सिद्धांतों की घोषणा भी उसी वर्ष 16 नवंबर को की गई थी। संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 1995 में महात्मा गांधी की 125वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देने हेतु ‘अंतर्राष्ट्रीय सहिष्णुता दिवस’ के आयोजन की घोषणा की थी।

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