प्रारंभिक परीक्षा
PMFBY का विस्तार: वन्यजीवों के कारण होने वाली क्षति और धान जलमग्नता भी हुए शामिल
- 21 Nov 2025
- 37 min read
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने घोषणा की है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) अब खरीफ सत्र 2026 से वन्यजीवों के हमले और धान की बुवाई में जलभराव के कारण होने वाले फसल नुकसान को भी कवर करेगी।
- वर्ष 2018 में धान की बुवाई में जलभराव (बाढ़ और भारी वर्षा के कारण होने वाला नुकसान) को स्थानीय आपदा (Localised Calamity) श्रेणी से हटा दिया गया था, क्योंकि इसके मूल्यांकन में चुनौतियाँ थीं, लेकिन अब इसे फिर से शामिल किया गया है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) क्या है?
- PMFBY एक केंद्रीय क्षेत्रीय योजना है, जिसे कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने वर्ष 2016 में लॉन्च किया था।
- यह किसानों को प्राकृतिक आपदाओं, कीटों या रोगों से होने वाली फसल हानि के लिये वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है और किसानों को आर्थिक सहायता देने का उद्देश्य रखती है।
- उद्देश्य:
- पात्रता और कवरेज: निर्धारित क्षेत्रों में अधिसूचित फसलों की खेती करने वाले सभी किसान जिसमें बटाईदार और पट्टेदार किसान भी शामिल हैं, PMFBY के तहत कवरेज के पात्र हैं।
- इसमें भागीदारी स्वैच्छिक है और कुल लाभार्थियों में से 55% गैर-ऋणी किसान हैं।
- किसानों के आवेदनों की संख्या वर्ष 2014-15 में 371 लाख से बढ़कर वर्ष 2024-25 में 1510 लाख हो गई है, जबकि इसी अवधि में गैर-ऋणी किसानों के आवेदन 20 लाख से बढ़कर 522 लाख तक पहुँच गए हैं।
- जोखिम संरक्षण: PMFBY विभिन्न प्रकार के जोखिमों से व्यापक सुरक्षा प्रदान करता है।
- प्राकृतिक आपदाएँ: बाढ़, सूखा, चक्रवात, ओलावृष्टि, भूस्खलन और असमय वर्षा से होने वाले नुकसानों को शामिल करता है।
- कीट एवं रोग संरक्षण: फसलों को कीट प्रकोप और रोगों से होने वाले नुकसान से सुरक्षा प्रदान करता है।
- कटाई पश्चात् हानि (व्यक्तिगत खेत स्तर पर): कटाई के 14 दिनों के भीतर होने वाले नुकसान के लिये मुआवज़ा देता है, विशेषकर उन फसलों के लिये जो ‘कट एंड स्प्रेड’ अवस्था में होती हैं।
- स्थानीयकृत आपदाएँ: स्थानीय स्तर पर होने वाली आपदाओं जैसे ओलावृष्टि, भूस्खलन आदि के लिये व्यक्तिगत खेत-आधारित मुआवज़ा उपलब्ध कराता है।
- बुवाई न हो पाना (अधिसूचित क्षेत्र के आधार पर): यदि किसान प्रतिकूल मौसम की वजह से, तैयारी और खर्च करने के बावजूद बुवाई नहीं कर पाते हैं तो वे बीमित राशि के 25% तक का दावा कर सकते हैं।
- प्रीमियम दर: किसान खरीफ फसलों के लिये 2%, रबी फसलों के लिये 1.5% और वार्षिक वाणिज्यिक या बागवानी फसलों के लिये 5% का किफायती प्रीमियम देते हैं।
- पूर्वोत्तर राज्यों, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के किसानों के लिये सरकार पूर्ण प्रीमियम सब्सिडी प्रदान करती है।
- हानि आकलन हेतु प्रौद्योगिकी का उपयोग
- सैटेलाइट इमेजरी और ड्रोन: फसल क्षेत्र का अनुमान लगाने, उत्पादकता से जुड़े विवादों को सुलझाने और फसल हानियों का आकलन करने के लिये उपयोग किये जाते हैं।
- फसल कटाई प्रयोग (CCEs): CCE-Agri ऐप के माध्यम से डेटा सीधे राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल (NCIP) पर अपलोड किया जाता है, जिससे उपज मूल्यांकन पारदर्शी बनता है।
- YES-TECH (टेक्नोलॉजी पर आधारित यील्ड एस्टिमेशन सिस्टम): यह रिमोट सेंसिंग के आधार पर फसल उपज का आकलन करने में सक्षम बनाता है, ताकि निष्पक्ष और सटीक मूल्यांकन हो सके।
- अतिरिक्त उपकरण: यह स्कीम सही और समय पर असेसमेंट के लिये DigiClaim, CROPIC (फसलों के वास्तविक समय का अवलोकन एवं फोटोग्राफ संग्रह) और WINDS (वेदर इन्फाॅर्मेशन नेटवर्क डेटा सिस्टम) का भी उपयोग करती है।
- त्वरित निपटान: PMFBY फसल कटाई के दो महीनों के भीतर दावा निपटारे की गारंटी देता है, जिससे किसानों को समय पर मुआवज़ा मिल सके और वे ऋणग्रस्त होने से बच पाएँ।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1.PMFBY क्या है?
PMFBY एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है जो प्राकृतिक आपदाओं, कीटों और रोगों के कारण फसल में होने वाली क्षति पर किसानों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है।
2.PMFBY कवरेज के लिये कौन पात्र है?
सभी किसान—जिसमें बटाईदार और किरायेदार किसान भी शामिल हैं—जो अधिसूचित फसलों की खेती निर्धारित क्षेत्रों में करते हैं। इसकी भागीदारी स्वैच्छिक है।
3.खरीफ 2026 से PMFBY में कौन-से नए बदलाव लागू किये जा रहे हैं?
कमज़ोर क्षेत्रों के किसानों को बेहतर संरक्षण देने के लिये जंगली जानवरों के हमलों को स्थानीय जोखिम के रूप में शामिल किया जा रहा है तथा धान की फसल के जलमग्न होने (paddy inundation) के कवरेज को पुनः शुरू किया जा रहा है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा विगत वर्षों के प्रश्न
प्रश्न: 'प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना' के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजये: (2016))
- इस योजना के तहत किसानों को वर्ष के किसी भी मौसम में खेती की जाने वाली किसी भी फसल के लिये दो प्रतिशत का एक समान प्रीमियम का भुगतान करना होगा।
- इस योजना में चक्रवातों और बेमौसम बारिश तथा फसल कटाई के बाद होने वाले नुकसान को शामिल किया गया है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2
उत्तर: b
