प्रारंभिक परीक्षा
राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव 2022
- 05 Nov 2022
 - 17 min read
 
राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर रायपुर, छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव के तीसरे संस्करण में दुनिया भर के कलाकार भाग लेते हैं।
- भारत और मोज़ाम्बिक, मंगोलिया, टोंगा, रूस, इंडोनेशिया, मालदीव, सर्बिया, न्यूज़ीलैंड एवं मिस्र जैसे देशों से लगभग 1,500 नर्तक इस महोत्सव में शामिल हुए।
 
राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव:
- राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव छत्तीसगढ़ के भव्य त्योहारों में से एक है जो न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर के विविध आदिवासी समुदायों द्वारा मनाया जाता है।
 - यह छत्तीसगढ़ के पर्यटन और संस्कृति विभाग के तहत आयोजित किया जाता है।
 - इस त्योहार का उद्देश्य आदिवासी समुदायों को एकजुट करना और सभी को उनकी समृद्ध संस्कृति के बारे में शिक्षित करने का अवसर प्रदान करना है।
 - पहला राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव वर्ष 2019 में और दूसरा वर्ष 2021 में आयोजित किया गया था।
 
भारतीय लोक और जनजातीय नृत्य:
- भारतीय लोक और आदिवासी नृत्य, आपस में खुशी व्यक्त करने के लिये किये जाने वाले साधारण नृत्य हैं।
 - लोक और जनजातीय नृत्य का आयोजन ऋतुओं के आगमन, बच्चे के जन्म, शादी और त्योहारों जैसे हर अवसर पर जश्न मनाने के लिये किया जाता है।
 - इनमें कुछ नृत्य विशेष रूप से पुरुष और महिलाओं द्वारा अलग-अलग किये जाते हैं, जबकि कुछ प्रदर्शनों में पुरुष और महिलाएँ एक साथ नृत्य करते हैं।
 
भारत के प्रमुख लोक और जनजातीय नृत्य
- राज्य: लोक/जनजातीय नृत्य
- असम: बगुरुम्बा, बिहू, भोरताल, झुमुरी
 - अरुणाचल प्रदेश: बार्डो छमो
 - छत्तीसगढ़: राउत नाच
 - गोवा: फुगदि
 - गुजरात: डांडिया, गरबा, रास
 - हिमाचल प्रदेश: नाटी
 - हरियाणा: रास लीला
 - जम्मू और कश्मीर: दुमहाल
 - केरल: चाक्यार कूथु, डफमुट्टु, मार्गमकली, ओप्पना, पद्यानी, थेयम, थिरयट्टम
 - कर्नाटक: हुलिवेशा, पाटा कुनिथा
 - मध्य प्रदेश: ग्रिडा, माचा, मटकी, फूलपति
 - नगालैंड: चांग लो
 - मिजोरम: चेराव
 - महाराष्ट्र: लावणी, परवी नाच
 - पंजाब: भांगड़ा, गिद्दा, किक्कली,
 - ओडिशा: छऊ, गोटी पुआ, बाग नाच, दालखाई, ढप, गुमरा, कर्मा नाच, कीसाबादी
 - पुद्दुचेरी: गरदी
 - राजस्थान: घूमर, कालबेलिया, कच्छी घोड़ी
 - तमिलनाडु: पराई अट्टम, कारागट्टम, कोलट्टम, मयिल अट्टम, पम्पू अट्टम, ओयिलट्टम, पुलियाट्टम, पोइकल कुदिराई अट्टम, थेरु कूथु
 - त्रिपुरा: होजागिरी
 - उत्तर प्रदेश: मयूर नृत्य, चारुकल
 - पश्चिम बंगाल: गंभीरा, अलकप, डोमनी
 - सिक्किम: सिंघी चाम