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भारत का पहला अश्व रोग-मुक्त कम्पार्टमेंट

  • 08 Jul 2025
  • 3 min read

स्रोत: हिंदुस्तान टाइम्स

भारत ने उत्तर प्रदेश के मेरठ छावनी में अपना पहला अश्व रोग-मुक्त कम्पार्टमेंट (Equine Disease-Free Compartment - EDFC) स्थापित किया है, जिसे विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन (WOAH) द्वारा आधिकारिक रूप से मान्यता प्रदान की गई है।

  • EDFC: यह एक वैज्ञानिक रूप से प्रबंधित और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त क्षेत्र है, जो यह सुनिश्चित करता है कि घोड़े कुछ विशिष्ट अश्व रोगों से मुक्त हैं, जिससे वे वैश्विक व्यापार तथा प्रतियोगिताओं में भाग ले सकें।
    • यह क्षेत्र मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के तहत स्थापित किया गया है।
  • रोग-मुक्त स्थिति हेतु प्रमाणन: EDFC को प्रमुख अश्व रोगों से मुक्त प्रमाणित किया गया है, जिनमें अश्व संक्रामक एनीमिया, अश्व इन्फ्लूएंज़ा, अश्व पिरोप्लास्मोसिस, ग्लैंडर्स और सुर्रा शामिल हैं।
  • भारत की रोग-मुक्त कम्पार्टमेंट रणनीति का हिस्सा: EDFC, भारत की व्यापक रणनीति का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका उद्देश्य रोग-मुक्त कम्पार्टमेंट स्थापित करना है। इस रणनीति में अत्यधिक रोगजनक एवियन इन्फ्लूएंज़ा (HPAI) मुक्त कम्पार्टमेंट भी शामिल हैं, ताकि पोल्ट्री (मुर्गी उत्पादों) का निर्यात सुरक्षित रूप से किया जा सके।
    • भारत ने वर्ष 2014 से अफ्रीकन हॉर्स सिकनेस (African Horse Sickness) से रोग-मुक्त स्थिति बनाए रखी है, जिससे वैश्विक अश्व समुदाय में उसकी स्थिति और अधिक मज़बूत हुई है।
  • अश्व रोग: ये वे रोग होते हैं जो घोड़े, गधे, खच्चर तथा अश्वारोही प्रजाति (Equidae) के अन्य प्राणियों को प्रभावित करते हैं। ये प्रकृति में संक्रामक हो सकते हैं, जो वायरस, बैक्टीरिया या परजीवियों के कारण उत्पन्न होते हैं।  

और पढ़ें: विश्व पशु स्वास्थ्य स्थिति रिपोर्ट पशु 

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