प्रारंभिक परीक्षा
चीता स्थानांतरण - बोत्सवाना से भारत
- 13 Nov 2025
- 30 min read
भारत से बोत्सवाना की पहली राष्ट्रपति यात्रा के दौरान, भारत के राष्ट्रपति ने 8 चीतों को भारत में स्थानांतरित करने की घोषणा की, जो कि प्रोजेक्ट चीता में एक प्रमुख मील का पत्थर साबित हुआ।
- बोत्सवाना ने प्रतीकात्मक रूप से चीतों का स्थानांतरण किया, जिनमें से पाँच को क्वारंटीन के लिये मोकोलोडी नेचर रिज़र्व (बोत्सवाना) में रखा गया।
प्रोजेक्ट चीता क्या है?
- परिचय: वर्ष 2022 में प्रोजेक्ट टाइगर के अंतर्गत शुरू किया गया प्रोजेक्ट चीता भारत में वर्ष 1952 से विलुप्त हो चुके चीतों के पुनर्वास का प्रयास है। यह विश्व का पहला अंतरमहाद्वीपीय जंगली मांसाहारी प्रजाति पुनर्स्थापन कार्यक्रम है।
- उद्देश्य: इस परियोजना का उद्देश्य चीता आबादी को फिर से पुनर्स्थापित करना, सवाना पारितंत्र को सशक्त बनाना, इको-टूरिज़्म और स्थानीय आजीविका को प्रोत्साहित करना तथा सामुदायिक जागरूकता के माध्यम से मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करना है।
- संरचना: राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) इस परियोजना को मध्य प्रदेश वन विभाग और भारतीय वन्यजीव संस्थान (WII) के सहयोग से लागू कर रहा है। वर्ष 2023 में इसके कार्यान्वयन की निगरानी और दिशा-निर्देशन के लिये एक स्टीयरिंग कमेटी का गठन किया गया।
- चीता आबादी और आवास की स्थिति: वर्तमान में भारत में कुल 27 चीते हैं, जिनमें से 16 चीते देश में ही जन्मे हैं।
- कुनो राष्ट्रीय उद्यान, गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य (WLS) और नौरादेही वन्यजीव अभयारण्य (प्रस्तावित) स्थानांतरित चीतों के आवास के रूप में कार्य करते हैं।
- इस परियोजना को 350 से अधिक 'चीता मित्रों' का समर्थन प्राप्त है जो स्थानीय जागरूकता बढ़ाने और मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिये कार्य कर रहे हैं।
बोत्सवाना के संबंध में मुख्य तथ्य क्या हैं?
- भूगोल और परिदृश्य: दक्षिणी अफ्रीका में स्थलरुद्ध देश, दक्षिण अफ्रीका (दक्षिण और पूर्व), नामीबिया (पश्चिम) और ज़िम्बाब्वे (पूर्व) से घिरा हुआ।
- कालाहारी रेगिस्तान बोत्सवाना के 70% से अधिक भू-भाग को कवर करता है, हालाँकि इसे रेगिस्तान कहा जाता है, लेकिन इसमें मध्यम वर्षा होती है और वनस्पति पनपती है
- भूदृश्य: परिदृश्य में सवाना घास के मैदानों का प्रभुत्व है, जहाँ बाओबाब वृक्ष आमतौर पर पाए जाते हैं — इनमें से कुछ की आयु 2,000 वर्ष से भी अधिक है।
- प्रमुख प्राकृतिक आकर्षण:
- ओकावांगो डेल्टा: विश्व के सबसे बड़े अंतर्देशीय डेल्टाओं में से एक और यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल।
- चोबे राष्ट्रीय उद्यान: 50,000 से अधिक हाथियों के लिये प्रसिद्ध।
- संरक्षण प्रयास: लगभग 17% भूमि राष्ट्रीय उद्यानों और खेल संरक्षण के लिये आरक्षित है।
- अर्थव्यवस्था: बोत्सवाना विश्व के सबसे बड़े हीरा उत्पादकों में से एक है, जो वैश्विक उत्पादन का लगभग 20% हिस्सा है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
1. प्रोजेक्ट चीता क्या है?
प्रोजेक्ट चीता (प्रोजेक्ट टाइगर के तहत 2022 में शुरू किया गया) विश्व की पहली अंतरमहाद्वीपीय बड़े मांसाहारी पुनर्स्थापन कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य भारत में विलुप्त हो चुके चीतों का पुनर्स्थापन और ऐतिहासिक आवासों में स्थायी प्रजनन आबादी स्थापित करना है।
2. अब तक की प्रमुख संरक्षण उपलब्धियाँ क्या हैं?
भारत ने अफ्रीका (8 नामीबिया, 12 दक्षिण अफ्रीका) से 20 चीतों को स्थानांतरित किया है, जिससे अब भारत में कुल 27 चीते हो गए हैं, जिनमें से 16 शावक स्थानीय रूप से पैदा हुए हैं, जो सफल पुनर्स्थापन की एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि है।
3. उन अफ्रीकी देशों के नाम बताइये जिनसे प्रोजेक्ट चीता के तहत चीतों को भारत में स्थानांतरित किया गया।
सबसे पहले नामीबिया (2022) से चीतों को स्थानांतरित किया गया, उसके बाद दक्षिण अफ्रीका (2023) और हाल ही में बोत्सवाना (2024) से चीतों को स्थानांतरित किया गया।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ):
प्रश्न. निम्नलिखित पर विचार कीजिये: (2012)
1. ब्लैक नेक क्रेन
2. चीता
3. उड़न गिलहरी
4. हिम तेंदुआ
उपर्युक्त में से कौन-से स्वाभाविक रूप से भारत में पाए जातें हैं?
(a) केवल 1, 2 और 3
(b) केवल 1, 3 और 4
(c) केवल 2 और 4
(d) 1, 2, 3 और 4
उत्तर: (b)

