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बोको हराम

  • 16 Jun 2025
  • 3 min read

स्रोत: टाइम्स ऑफ इंडिया

नाइजीरिया बोको हराम और उसके गुटों द्वारा नेतृत्व किये जा रहे एक नये उग्रवाद का सामना कर रहा है, जो उसकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिये खतरा बना हुआ है।

बोको हराम:

  • बोको हराम एक इस्लामी सांप्रदायिक आंदोलन है जो वर्ष 2002 में पूर्वोत्तर नाइजीरिया में उभरा, जिसकी स्थापना मोहम्मद यूसुफ ने की थी। 
    • वे मुख्य रूप से नाइजीरिया के उत्तरी राज्यों, विशेषकर योबे, कानो, बाउची, बोर्नो और कडुना में निवास करते हैं।
  • बोको हराम (जिसका अर्थ है 'पश्चिमी शिक्षा निषिद्ध है') पश्चिमी शैली की शिक्षा और पंथनिरपेक्ष शासन का विरोध करता है और इसका उद्देश्य एक इस्लामी राज्य की स्थापना करना है।
  • यह 1990 के दशक के मध्य में नाइजीरिया में एक उदारवादी इस्लामी समूह के रूप में उभरा, जो बियाफ्रान युद्ध (1967-70) के बाद की शिकायतों से प्रभावित था, जिसमें पश्चिमी शक्तियों और तेल हितों द्वारा समर्थित सरकारी दमन के कारण 2 मिलियन से अधिक मृत्यु हुईं।
  • वे नाइजीरिया, नाइजर, चाड और कैमरून की सीमाओं के पार सक्रिय हैं तथा दमन के प्रयासों के बावजूद अफ्रीका में सबसे घातक आतंकवादी समूहों में से एक बने हुए हैं।

नाइजीरिया:

  • नाइजीरिया (जिसे अफ्रीका का विशालकाय (Giant of Africa) देश भी कहा जाता है) पश्चिम अफ्रीका में स्थित एक देश है, जिसकी सीमा नाइजर, चाड, कैमरून, बेनिन और गिनी की खाड़ी से लगती है।
  • अफ्रीका में इसकी जनसंख्या सबसे अधिक है और विश्व में यह छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, इसके अतिरिक्त यह अफ्रीका में  चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
  • 1960 में इसे ब्रिटेन से स्वतंत्रता प्राप्त हुई और अबुजा इसकी राजधानी बनी।
  • यह देश कैमरूनियन हाइलैंड्स से घिरा हुआ है और प्राकृतिक संसाधनों, विशेषकर पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस से समृद्ध है।

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