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Rapid Fire करेंट अफेयर्स (18 July)

  • 18 Jul 2019
  • 9 min read
  • नीदरलैंड्स के द हेग स्थित अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (International Court of Justice) ने 2 साल 2 महीने तक चली सुनवाई के बाद 17 जुलाई को 15-1 के बहुमत से भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की फाँसी की सज़ा पर रोक को बरकरार रखा और पाकिस्तान से इस पर पुनर्विचार करने को कहा। साथ ही पाकिस्तान से कुलभूषण जाधव को कॉन्सुलर एक्सेस देने के लिये भी कहा। लेकिन उसकी सज़ा रद्द करने, बरी करने, रिहा करने या वापस भारत भेजने को लेकर न्यायालय ने कुछ नहीं कहा। विदित हो कि पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने कुलभूषण जाधव को जासूसी के मामले में मृत्युदंड की सज़ा सुनाई थी। पाकिस्तानी अदालत के इस फैसले को भारत ने मई 2017 में चुनौती दी थी, जिसके बाद जुलाई 2018 में सज़ा पर रोक लगा दी गई। द हेग के पीस पैलेस में प्रेसीडेंट ऑफ द कोर्ट न्यायाधीश अब्दुलकावी अहमद यूसुफ ने सार्वजनिक सुनवाई के दौरान फैसला सुनाया। इस बहुचर्चित मामले में न्यायाधीश यूसुफ के नेतृत्व में न्यायालय की 15 सदस्यीय पीठ ने भारत और पाकिस्तान की मौखिक दलीलें सुनने के बाद 21 फरवरी को आदेश सुरक्षित रख लिया था। ज्ञातव्य है कि अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय संयुक्त राष्ट्र का प्रमुख न्यायिक अंग है। इसकी स्थापना संयुक्त राष्ट्र के चार्टर द्वारा जून 1945 में की गई थी और इसने अप्रैल 1946 में काम करना शुरू किया था। संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 94 के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देश अदालत के उस फैसले को मानेंगे, जिसमें वह स्वयं पक्षकार हैं। ज्ञातव्य है कि वर्तमान में भारत के दलवीर भंडारी अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में न्यायाधीश हैं। वे न्यायाधीश के तौर पर वे 27 अप्रैल, 2012 को चुने गए थे। इसके बाद नवंबर 2017 में वे दूसरे कार्यकाल के लिए भी चुने गए।
  • संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (UNFAO) ने 15 जुलाई को एक रिपोर्ट जारी की। इसके मुताबिक वर्ष 2018 में 82.10 करोड़ लोग हर रात भूखे सोने के लिये मजबूर थे। वर्ष 2017 में यह संख्या 81.10 करोड़ थी। रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में दुनिया के 14.9 करोड़ बच्चे भूख की समस्या का सामना कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2030 तक इस समस्या को पूरी तरह खत्म करने का लक्ष्य रखा है, ताकि लोगों का शारीरिक-मानसिक विकास हो सके। रिपोर्ट में बताया गया है कि जलवायु परिवर्तन और युद्ध जैसे हालात के कारण विश्व में कुपोषण और भुखमरी की समस्या बढ़ी है। वर्तमान में खाद्य सुरक्षा की स्थिति बहुत खराब है और इससे उत्पन्न कुपोषण की समस्या को मज़बूत अर्थव्यवस्था और पुख्ता सामाजिक योजनाओं के बिना खत्म नहीं किया जा सकता। अफ्रीकी देशों में कुल जनसंख्या के लगभग 20% लोग कुपोषण से ग्रस्त हैं, वहीं एशिया में यह 12% है। लैटिन अमेरिका और कैरेबियन देशों में कुल जनसंख्या के 7% लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं। उत्तर अमेरिका और यूरोप में 8% लोग कुपोषण से ग्रस्त हैं। विश्व खाद्य कार्यक्रम के प्रमुख डेविड बैसली के मुताबिक, वर्ष 2030 तक शून्य भुखमरी का लक्ष्य हासिल कर पाना बहुत मुश्किल है।
  • फ्राँस के मोंट-डे-मारसन में 1 से 12 जुलाई तक भारत और फ्राँस के बीच द्विपक्षीय युद्धाभ्यास गरुड़-4 आयोजित किया गया। इस युद्धाभ्यास में भारत की ओर से चार SU-30 MKI, फ्यूल रिफिलर IL-78, C-17 ग्लोबमास्टर एयरक्राफ्ट के साथ कुल 120 वायु सैनिकों ने हिस्सा लिया, जिसमें गरुड़ कमांडो का दस्ता भी शामिल था। यह गरु़ड़ युद्धाभ्यास का छठा संस्करण था, पाँचवां संस्करण जून 2014 में जोधपुर वायुसेना स्टेशन में आयोजित किया गया था। फ्राँस की वायुसेना की तरफ से अन्य विमानों के अलावा राफेल विमान ने भी युद्धाभ्‍यास में हिस्सा लिया। विदित हो कि भारत ने फ्राँस से वर्ष 2016 में 36 राफेल युद्धक विमानों का सौदा किया था, जिसकी पहली खेप इसी वर्ष सितंबर में मिलने की आशा है।
  • सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व जस्टिस ए.के. सीकरी सिंगापुर अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्यिक न्यायालय (SICC) में अंतर्राष्ट्रीय जज नियुक्त किये गए हैं। उनका कार्यकाल 4 जनवरी 2021 तक होगा। आपको बता दें कि SICC सिंगापुर हाईकोर्ट की एक डिवीजन और देश के सुप्रीम कोर्ट का हिस्सा है। इसका कार्य अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्यिक विवादों का निपटारा करना है। वर्तमान में 16 अंतर्राष्ट्रीय न्यायाधीश इसमें शामिल हैं। जस्टिस सीकरी इसी वर्ष 6 मार्च को सुप्रीम कोर्ट से सेवानिवृत्त हुए थे और इससे पहले वह पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश तथा दिल्ली हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं। कुछ समय पूर्व उन्हें न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन (NBA) ने न्यूज ब्रॉडकास्टिंग स्टैंड‌र्ड्स अथॉरिटी (NBSA) का चेयरपर्सन बनाया था।
  • संगीत नाटक अकादमी ने वर्ष 2018 के लिये उस्ताद बिस्मिल्लाह खां युवा पुरस्‍कारों की घोषणा कर दी है। नृत्य, संगीत, पारंपरिक/लोक/जनजातीय संगीत/नृत्‍य/थियेटर और कठपुतली क्षेत्र में 8-8 कलाकारों को पुरस्कृत किया जाना है, जबकि थियेटर के क्षेत्र में 7 पुरस्‍कार दिये जाने हैं। उस्‍ताद बिस्मिल्‍लाह खां युवा पुरस्‍कार कला प्रदर्शन के विविध क्षेत्रों में उत्‍कृष्‍ट युवा प्रतिभाओं की पहचान करने, उन्‍हें प्रोत्‍साहन देने और शीघ्र राष्‍ट्रीय मान्‍यता देने के उद्देश्‍य से 40 वर्ष से कम आयु के कलाकारों को प्रदान किया जाता है। इस पुरस्‍कार में 25 हज़ार रुपए की नकद राशि दी जाती है। आपको बता दें कि संगीत नाटक अकादमी, संगीत, नृत्‍य और नाटक की राष्‍ट्रीय अकादमी है तथा यह देश में कला प्रदर्शन का शीर्ष निकाय भी है। इसके साथ ही संगीत नाटक अकादमी पुरस्कारों की भी घोषणा की गई है। वर्ष 2018 के लिये संगीत नाटक अकादमी की आम परिषद ने कुल 44 कलाकारों का चयन किया है। इनमें संगीत के क्षेत्र में 11, नृत्‍य के क्षेत्र में 9, रंगमंच के क्षेत्र में 9 तथा पारंपरिक/लोक/ जनजातीय संगीत/नृत्य/रंगमंच और कठपुतली कला के क्षेत्र में 10 कलाकारों को चुना गया है। अकादमी पुरस्‍कार 1952 से दिया जा रहा है। यह सम्‍मान न केवल उत्‍कृष्‍टता और उपलब्धियों के सर्वोच्‍च मानक का प्रतीक है, बल्कि निरंतर व्‍यक्तिगत कार्य और योगदान को मान्‍यता प्रदान करता है। अकादमी फैलो को 3 लाख रुपए और अकादमी पुरस्‍कार के रूप में ताम्रपत्र और अंगवस्‍त्रम के अलावा एक लाख रुपए दिये जाते हैं।
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