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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 02 मई, 2020

  • 02 May 2020
  • 7 min read

श्रमिक स्पेशल ट्रेन

हाल ही में केंद्र सरकार ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा की है। आधिकारिक सूचना के अनुसार, इनमें केवल वही व्यक्ति सफर करेगा, जिसे राज्य सरकार द्वारा अनुमति दी जाएगी। श्रमिक स्पेशल ट्रेन का संचालन रेलवे द्वारा किया जाएगा, शेष सभी प्रकार की औपचारिकताएँ राज्य सरकार द्वारा पूरी की जाएंगी। भारतीय रेलवे के अनुसार, श्रमिक स्पेशल गाड़ियों में केवल ज़िला प्रशासन द्वारा नामित व्यक्ति ही यात्रा कर सकता है। रेलवे के मुताबिक कोई भी व्यक्ति जो दूसरे राज्य में फँसा हुआ है और अपने घर जाना चाहता है तो वह इस संबंध में ज़िला प्रशासन से संपर्क कर सकता है। श्रमिक स्पेशल गाड़ी के लिये राज्यों को पूर्ण अथॉरिटी बनाया गया है। रेलवे प्रशासन केवल उन्हीं लोगों को स्टेशन परिसर में प्रवेश देगा, जिनके पास ज़िला प्रशासन की मंज़ूरी होगी। रेलवे स्टेशनों पर भीड़ न हो इसके लिये राज्य सरकारें समूह में लोगों को भेजेंगी। एक ट्रेन में केवल 1000 से 1200 लोग ही यात्रा कर सकेंगे। ट्रेन में सवार होने से पहले सभी लोगों की मेडिकल जाँच की जाएगी और उन्हें इस संबंध में प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा। इसके अतिरिक्त गाड़ी में सवार सभी लोगों को मास्क लगाना ज़रूरी होगा।

प्रो. बी. बी. लाल

हाल ही में केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने महान पुरातत्त्ववेत्ता प्रो. बी बी लाल के शताब्दी वर्ष के अवसर पर नई दिल्ली में ई-बुक ‘प्रो. बी. बी. लाल-इंडिया रिडिस्कवर्ड‘ (B. B. Lal-India Rediscovered) का विमोचन किया है। ध्यातव्य है कि प्रो. बी. बी. लाल का जन्म उत्तर प्रदेश के झाँसी ज़िले में बैडोरा गाँव में 02 मई, 1921 को हुआ। यह पुस्तक एक शताब्दी विशेष संस्करण है जो कि संस्कृति मंत्रालय की प्रो. बी. बी. लाल शताब्दी समारोह समिति द्वारा तैयार की गई है। प्रो. बी. बी. लाल को इसी वर्ष (वर्ष 2020) में पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वह वर्ष 1968 से वर्ष 1972 तक भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण (Archaeological Survey of India-ASI) के महानिदेशक थे और उन्होंने भारतीय उन्नत अध्ययन संस्थान, शिमला के निदेशक के रूप में भी कार्य किया है। इसके अतिरिक्त प्रो. बी. बी. लाल ने यूनेस्को (UNESCO) की विभिन्न समितियों में भी कार्य किया है। लगभग पाँच दशक तक लंबे अपने कैरियर में प्रो. लाल ने पुरातत्त्व विज्ञान के क्षेत्र में काफी महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है। प्रो. बी. बी. लाल ने हस्तिनापुर (उत्तर प्रदेश), शिशुपालगढ़ (ओडिशा), पुराना किला (दिल्ली), कालिबंगन (राजस्थान) समेत कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थलों की खुदाई की। वर्ष 1975-76 के पश्चात् प्रो. बी. बी. लाल ने रामायण के पुरातात्त्विक स्थलों के तहत अयोध्या, भारद्वाज आश्रम, श्रंगवेरपुरा, नंदीग्राम एवं चित्रकूट जैसे स्थलों की भी जाँच की थी।

राॅस टेलर 

हाल ही में अनुभवी बल्लेबाज राॅस टेलर (Ross Taylor) को न्यूज़ीलैंड का वर्ष का सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर चुना गया है। धयातव्य है कि राॅस टेलर ने तीनों प्रारूप में शानदार प्रदर्शन के लिये तीसरी बार सर रिचर्ड हैडली मेडल (Sir Richard Hadlee Medal) प्राप्त किया है। टेलर इस सत्र में स्टीफन फ्लेमिंग को पीछे छोड़कर टेस्ट क्रिकेट में न्यूज़ीलैंड की तरफ से सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बने। इसके अतिरिक्त वे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में 100 मैच खेलने वाले विश्व के पहले खिलाड़ी भी हैं। विदित हो कि सर रिचर्ड हैडली मेडल न्यूज़ीलैंड का सर्वोच्च क्रिकेट सम्मान है, जो कि न्यूज़ीलैंड के पूर्व क्रिकेटर और क्रिकेट इतिहास में सबसे महान तेज़ गेंदबाज़ों तथा ऑलराउंडरों में से एक सर रिचर्ड जॉन हैडली के सम्मान में प्रदान किया जाता है। राॅस टेलर ने न्यूज़ीलैंड के लिये कुल 232 वनडे, 100 T20 और 101 टेस्ट मैच खेले हैं। 08 मई, 1984 को न्यूज़ीलैंड में पैदा हुए राॅस टेलर ने अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच 1 मार्च, 2006 को वेस्टइंडीज़ के विरुद्ध खेला था। राॅस टेलर के अंतर्राष्ट्रीय कैरियर की बात करें तो उन्होंने कुल 101 टेस्ट मैचों में 7239 रन, 233 वनडे में 8569 रन और 100 T20 में 1909 रन बनाए हैं। ध्यातव्य है कि राॅस टेलर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की ओर से खेलते हैं।

भारतमार्केट

खुदरा कारोबारियों के संगठन ‘कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स’ (Confederation of All India Traders-CAIT) ने घोषणा की है कि वह जल्द ही विभिन्न प्रौद्योगिकी भागीदारों के साथ मिलकर सभी खुदरा व्यापारियों के लिये एक राष्ट्रीय ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस ‘भारतमार्केट’ (BharatMarket) शुरू करेगी। CAIT ने एक विज्ञप्ति में कहा कि यह विनिर्माताओं के लिये लॉजिस्टिक्स से लेकर आपूर्ति श्रृंखला तथा उपभोक्ताओं को घर पर सामान पहुँचाने के लिये विभिन्न प्रौद्योगिकी कंपनियों की क्षमताओं को एकीकृत करेगा और इसमें देश भर के विभिन्न खुदरा कारोबारियों की भागीदारी होगी। इस राष्ट्रीय ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस को व्यापारियों द्वारा चलाया जाएगा। वर्ष 1990 में कुछ समर्पित व्यापारियों ने व्यापारियों की समस्याओं को संभालने और उन्हें प्रभावी सेवा प्रदान करने के उद्देश्य से कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) का गठन किया था। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।

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