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भारत का टीकाकरण अभियान

  • 27 Sep 2025
  • 56 min read

प्रिलिम्स के लिये: टीकाकरण, सार्वजनिक स्वास्थ्य हस्तक्षेप, विस्तारित टीकाकरण कार्यक्रम (EPI), राष्ट्रीय स्वास्थ्य परिवार सर्वेक्षण, सतत् विकास लक्ष्य (SDG), सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम (UIP), मिशन इन्द्रधनुष, न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन (PCV), मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता। 

मेन्स के लिये: भारत का टीकाकरण कार्यक्रम, चुनौतियाँ और सुधार। 

स्रोत: द हिंदू 

चर्चा में क्यों? 

भारत का सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम (UIP) विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम है, जिसके तहत प्रतिवर्ष 2.6 करोड़ शिशुओं और 2.9 करोड़ गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जाता है। 

  • इन उल्लेखनीय आँकड़ों के बावजूद, दूरस्थ क्षेत्रों, प्रवासी जनसंख्या, कम जागरूक समूहों और टीकाकरण में झिझक रखने वाले समुदायों तक पहुँचना अब भी चुनौतीपूर्ण बना हुआ है। 

भारत में टीकाकरण की स्थिति क्या है? 

  • UIP: यह भारत की सबसे व्यापक सार्वजनिक स्वास्थ्य पहलों में से एक है, जिसका लक्ष्य प्रतिवर्ष लाखों नवजात शिशुओं और गर्भवती महिलाओं को जीवन रक्षक टीके उपलब्ध कराना है। 
    • इसे आरंभ में वर्ष 1978 में विस्तारित टीकाकरण कार्यक्रम के रूप में शुरू किया गया था तथा वर्ष 1985 में इसका नाम बदलकर UIP कर दिया गया, जब स्वास्थ्य देखभाल तक पहुँच में असमानताओं को दूर करने के लिये इसका दायरा शहरी केंद्रों से आगे बढ़कर ग्रामीण क्षेत्रों तक बढ़ा दिया गया। 
    • UIP 12 बीमारियों के खिलाफ मुफ्त टीकाकरण प्रदान करता है। 
      • राष्ट्रीय स्तर पर: डिप्थीरिया, पर्टुसिस, टेटनस, पोलियो, खसरा, रूबेला, बाल क्षय रोग, हेपेटाइटिस B और मेनिन्जाइटिस/निमोनिया (हेमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप B के कारण)। 
      • उप-राष्ट्रीय स्तर पर: रोटावायरस, न्यूमोकोकल निमोनिया और जापानी इंसेफेलाइटिस। 

 

  • मिशन इंद्रधनुष: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने दिसंबर 2014 में मिशन इंद्रधनुष की शुरुआत की, जो कि सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम (UIP) के अंतर्गत सभी अटीकाकृत और आंशिक रूप से टीकाकृत बच्चों को टीका लगाने का विशेष अभियान था। 
    • टीकाकरण कार्यक्रम को और अधिक सशक्त बनाने के लिये अक्तूबर 2017 में गहन मिशन इंद्रधनुष (IMI) प्रारम्भ किया गया। 
    • गहन मिशन इंद्रधनुष (IMI) 5.0, 2023 एक विशेष अभियान है, जिसका उद्देश्य 5 वर्ष तक के ऐसे बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को टीका लगाना है जो अब तक छूट गए थे। 
    • वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिये देश में पूर्ण टीकाकरण कवरेज लगभग 98% है। 

Mission Indradhanush

  • प्रमुख उपलब्धियाँ 
    • पोलियो मुक्त: वर्ष 2014 में भारत का पोलियो-मुक्त दर्जा प्राप्त करना वैश्विक जनस्वास्थ्य की सबसे महत्त्वपूर्ण सफलताओं में से एक है। 
    • टिटनस उन्मूलन: भारत यॉज़-मुक्त घोषित होने वाला पहला देश है। अप्रैल 2015 में भारत को मातृ एवं नवजात टिटनस उन्मूलन (MNTE) के लिये प्रमाणित किया गया, जो वैश्विक लक्ष्य तिथि दिसंबर 2015 से काफी पहले था। 
    • U-WIN डिजिटल प्लेटफॉर्म: गर्भवती महिलाओं और 16 वर्ष तक के बच्चों के लिये संपूर्ण टीकाकरण ट्रैकिंग प्रदान करने के लिये, Co-WIN की सफलता के आधार पर, इसे देश भर में लॉन्च किया गया था, और विशेष रूप से प्रवासी आबादी के लिए, कभी भी, कहीं भी पहुँच को सक्षम बनाया गया था। 
    • लॉजिस्टिक्स एवं टीका स्टॉक प्रबंधन: इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क (eVIN) एक रियल टाइम मॉनिटरिंग प्लेटफॉर्म है, जो टीकों के लॉजिस्टिक्स का प्रबंधन करता है और इसे प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन के अंतर्गत व्यापक स्वास्थ्य ढाँचे से जोड़ा गया है। 

भारत में सार्वभौमिक टीकाकरण प्राप्त करने में क्या चुनौतियाँ हैं? 

  • दूरस्थ आबादी: भौगोलिक अलगाव, कमज़ोर स्वास्थ्य बुनियादी ढाँचे और समुदायों की उच्च गतिशीलता के कारण भारत में दूरस्थ और जनजातीय लोगों तक पहुँचना विशेष रूप से कठिन है, जो नियमित टीकाकरण सेवाओं की पहुँच को काफी सीमित करता है। 
    • विशेषकर उत्तर प्रदेश, बिहार और पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों में। 
  • टीकाकरण में हिचकिचाहट: कुछ विशेष समूहों में अब भी टीकाकरण को लेकर हिचक बनी हुई है, जिसका मुख्य कारण भ्रामक जानकारी, सांस्कृतिक धारणाएँ और टीकाकरण-विरोधी प्रचार हैं। 
  • महामारी व्यवधान: कोविड-19 महामारी ने नियमित टीकाकरण सेवाओं में अभूतपूर्व व्यवधान उत्पन्न किया, जिसके परिणामस्वरूप अस्थायी प्रतिरक्षा अंतराल और पूरे भारत में स्थानीय स्तर पर खसरे का प्रकोप बढ़ गया, विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहाँ पहले कम कवरेज था। 
  • कम जागरूकता: कम जागरूकता और स्वास्थ्य सेवाओं तक सीमित पहुँच वाले समूह सार्वभौमिक कवरेज में काफी हद तक बाधा डालते रहते हैं, विशेष रूप से घनी आबादी वाली झुग्गी बस्तियों और हाशिए के क्षेत्रों में, जहाँ स्वास्थ्य प्रणाली की पहुँच अक्सर अपर्याप्त होती है। 

भारत में सार्वभौमिक टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये क्या उपाय किये जा सकते हैं? 

  • राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस (NID) को मज़बूत करना: राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस (NIDs) जैसी पहलों की सफलता को अन्य टीकाकरण अभियानों में भी दोहराया जाना चाहिये, ताकि पोलियो उन्मूलन अभियान (पल्स पोलियो कार्यक्रम) की तरह विशेष अभियान हर वर्ष, हर बच्चे तक पहुँच सकें। 
  • रणनीतिक हस्तक्षेपों का विस्तार: जागरूकता बढ़ाने और उच्च टीकाकरण कवरेज को बढ़ावा देने के लिये समर्थन, सामाजिक लामबंदी, पारिवारिक स्तर पर पारस्परिक संचार तथा मीडिया की भागीदारी पर निरंतर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। 
  • सभी स्तरों पर टास्क फोर्स को मज़बूत करना: टीकाकरण पर राज्य, ज़िला एवं ब्लॉक टास्क फोर्स (STFI, DTFI, BTFI) को मज़बूत करने जैसी पहलों पर सभी क्षेत्रों में बेहतर समन्वय तथा प्रभावी कार्यक्रम कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिये और अधिक जोर दिया जाना चाहिये। 
  • पूरक टीकाकरण अभियानों का विस्तार: उन क्षेत्रों में जहाँ टीकाकरण कवरेज कम है, वहाँ अधिक व्यापक पूरक टीकाकरण अभियान चलाए जाने चाहिये, ताकि छूटे हुए और ड्रॉप-आउट बच्चों के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं को भी लक्षित किया जा सके और कोई पीछे न छूटे। 
  • ग्राम स्वास्थ्य और पोषण दिवस (VHND) को सुदृढ़ करना: अधिक बार और व्यापक रूप से VHND का आयोजन करने से विशेष रूप से दूरदराज और अल्पसेवित गाँवों में टीकाकरण सेवाओं तक पहुँच सुनिश्चित की जा सकती है। 
  • UWIN पोर्टल के माध्यम से डिजिटल ट्रैकिंग को बढ़ावा देना: टीकाकरण की डिजिटल पंजीकरण और ट्रैकिंग के लिये UWIN पोर्टल का उपयोग बढ़ाना प्राथमिकता होनी चाहिये, ताकि रिकॉर्डिंग सटीक हो और टीकाकरण कार्यक्रमों की निगरानी आसानी से की जा सके। 

निष्कर्ष: 

भारत का सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक अंतर्राष्ट्रीय उदाहरण पेश करता है, जिसने रणनीतिक अभियानों, डिजिटल नवाचारों और वैश्विक सहयोगों के माध्यम से महत्वपूर्ण प्रगति हासिल की है। कवरेज में बची हुई कमियाँ, टीकाकरण में संकोच और वंचित समुदायों तक पहुँच सुनिश्चित करना आवश्यक है, ताकि सार्वजनिक स्वास्थ्य के परिणामों को स्थायी रूप से बनाए रखा जा सके और उन्हें और सुदृढ़ किया जा सके। 

दृष्टि मुख्य परीक्षा प्रश्न:

प्रश्न: स्वास्थ्य सेवा के लिये टीकाकरण के महत्त्व पर चर्चा कीजिये, विशेष रूप से भारत जैसे विकासशील देशों में। साथ ही, भारत द्वारा अपनी जनसंख्या का सार्वभौमिक टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिये उठाए गए कदमों पर भी चर्चा कीजिये।

यूपीएससी विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)

प्रिलिम्स:

प्रश्न: भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया 'मिशन इंद्रधनुष' किससे संबंधित है? (2016)

(a) बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण

(b) देश भर में स्मार्ट शहरों का निर्माण

(c) बाह्य अंतरिक्ष में पृथ्वी जैसे ग्रहों की भारत द्वारा स्वयं की खोज

(d) नई शिक्षा नीति

उत्तर: A

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