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विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

सीटी वैल्यू में परिवर्तनशीलता

  • 28 Feb 2022
  • 6 min read

प्रिलिम्स के लिये:

वायरल लोड, सीटी वैल्यू, आरटी-पीसीआर टेस्ट।

मेन्स के लिये:

आरटी-पीसीआर टेस्ट में सीटी वैल्यू का महत्त्व और इसकी परिवर्तनशीलता के कारक।

चर्चा में क्यों?

हाल ही में मानकीकृत प्रवीणता परीक्षण सामग्री का उपयोग करते हुए अमेरिका में 700 प्रयोगशालाओं के एक सर्वेक्षण के तहत 14 चक्रों द्वारा सीटी (साइकिल थ्रेशोल्ड) वैल्यू में परिवर्तनशीलता पाई गई है।

  • यहाँ तक ​​कि एक ही प्रयोगशाला में एक ही परीक्षण के भीतर अलग-अलग टारगेट जीन हेतु सीटी वैल्यू 3 चक्रों तक भिन्न हो सकते हैं और अलग-अलग प्रयोगशालाओं में एक ही टारगेट जीन के लिये 12 चक्र तक भिन्न हो सकते हैं।

सीटी वैल्यू में परिवर्तनशीलता का कारण: 

  • गतिशील उपाय और तीव्रता से विकसित:
    • निदान के समय कम सीटी मान का मतलब यह नहीं है कि यह अगले दिन भी कम रहेगा।
    • इसी तरह संक्रमण के दौरान बहुत जल्दी किया गया स्वाब एक उच्च सीटी वैल्यू प्रकट कर सकता है, जिसे एक या दो दिन बाद दोहराया जाने पर, कम सीटी मान प्राप्त हो सकता है।
    • इस कारण से यह संभव है कि सीटी वैल्यू रोग की गंभीरता के साथ विश्वसनीय रूप से सह संबद्ध नहीं हैं और रोग संबंधी भविष्यवाणी करने में कोई भूमिका नहीं निभाती है (फिर भी यह आमतौर पर परीक्षणों और दवाओं को निर्धारित करने के एक कारक के रूप में उपयोग की जाती है)।
  • तकनीकी और तार्किक कारकों का प्रभाव:
    • जिस तरह से नमूने एकत्र किये जाते हैं, नमूने का प्रकार, वह माध्यम जिसमें स्वाब ले जाया जाता है, नमूने के संग्रह और प्रसंस्करण के बीच का समय अंतराल। ये सब मौजूद वायरल आनुवंशिक सामग्री की मात्रा और बाद में सीटी वैल्यू को प्रभावित कर सकते हैं।

आरटी-पीसीआर परीक्षण और सीटी वैल्यू: 

  • आरटी-पीसीआर परीक्षण:
    • रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमरेज़ चेन रिएक्शन (Reverse Transcription Polymerase Chain Reaction-RT-PCR) परीक्षण यदि सकारात्मक है तो स्वाब (Swab) एकत्र किया जाता है और पॉलीमरेज़ चेन रिएक्शन (Polymerase Chain Reaction- PCR) किट का उपयोग करके एक राइबोन्यूक्लिक एसिड (Ribonucleic Acid- RNA) परीक्षण  किया जाता है। जब यह परिलक्षित होता है तो डीएनए (डिऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड) में परिवर्तित कर दिया जाता है।
    • प्रवर्द्धन (Amplification) इस मामले में यह डीएनए की आनुवंशिक सामग्री की कई प्रतिकृतियाँ बनाने की प्रक्रिया को संदर्भित करता है।
      • यह वायरस की उपस्थिति का पता लगाने के लिये परीक्षण की क्षमता में सुधार करता है।
    • प्रवर्द्धन चक्रीय शृंखला के माध्यम से होता है- एक की संख्या दो में और दो की संख्या चार में बदल जाती है, इसी तरह यह कई चक्रों के बाद वायरल लोड को निर्धारित करती है।
  • सीटी वैल्यू:
    • सीटी, साइकिल थ्रेशोल्ड (Cycle Threshold) का संक्षिप्त रूप है।
    • सीटी वैल्यू उन चक्रों की संख्या को संदर्भित करती है जिसके बाद वायरस का पता लगाया जा सकता है।
    • यदि चक्र की अधिक संख्या में आवश्यकता होती है, तो इसका अर्थ है कि जब चक्र की संख्या कम होगी तो वायरस को निर्धारित करना मुश्किल होगा।
    • सीटी वैल्यू जितनी कम होगी, वायरल लोड उतना ही अधिक होगा क्योंकि कम चक्रों के साथ वायरस को देखा जाता है।
    • इससे यह पता चलता है कि लक्षणों की शुरुआत के समय रोग की गंभीरता की तुलना में सीटी वैल्यू एक मज़बूत संबंध स्थापित करती है।  

Cycle-threshold-value

वायरल लोड:

  • संक्रमित व्यक्ति के रक्त में मौजूद वायरस केआनुवंशिक पदार्थ (Genetic Material) आमतौर पर आरएनए (RNA) की मात्रा को संदर्भित करते हैं।
  • इसे प्रति मिलीलीटर रक्त में मौजूद वायरल कणों (Viral Particles) की कुल संख्या के रूप में व्यक्त किया जाता है।
  • रक्त में अधिक वायरल लोड का मतलब है कि वायरस अपनी प्रतिकृति (Replicating) बना रहा है और संक्रमण को बढ़ा रहा है।
  • एक उच्च वायरल लोड वाले संक्रमित व्यक्ति में अधिक वायरस कणों के निर्मित होने की संभावना होती है,जिसे "वायरल शेडिंग" (Viral Shedding) के रूप में जाना जाता है।

स्रोत: द हिंदू 

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