लखनऊ शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 23 दिसंबर से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:



डेली न्यूज़

अंतर्राष्ट्रीय संबंध

भारत-क्यूबा संबंध

  • 21 Apr 2021
  • 7 min read

चर्चा में क्यों?

क्यूबा की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव के रूप में राउल कास्त्रो की सेवानिवृत्ति के साथ ही एक ऐसी पीढ़ी का छह दशक लंबा ऐतिहासिक शासन समाप्त हो गया है, जिसने फिदेल कास्त्रो के नेतृत्व में वर्ष 1959 में सशस्त्र क्रांति के माध्यम से सत्ता प्राप्त की थी।

  • इससे पूर्व जनवरी 2021 में अमेरिका (USA) के विदेश विभाग ने आतंकवादियों को सुरक्षित आश्रयस्थल उपलब्ध कराकर अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद का समर्थन करने को लेकर क्यूबा को एक आतंकवाद प्रायोजक राज्य के रूप में नामित किया था।

Cuba

प्रमुख बिंदु 

क्यूबा का इतिहास

  • 15वीं शताब्दी से लेकर वर्ष 1898 में स्पेनिश-अमेरिकी युद्ध तक क्यूबा, स्पेन का एक उपनिवेश था, इस युद्ध के बाद क्यूबा पर संयुक्त राज्य अमेरिका का कब्ज़ा हुआ और 1902 में इसे संयुक्त राष्ट्र द्वारा संरक्षित राष्ट्र के रूप में नाममात्र स्वतंत्रता प्राप्त हुई।
  • वर्ष 1940 में क्यूबा ने अपनी लोकतांत्रिक प्रणाली को मज़बूत करने का प्रयास किया, किंतु बढ़ती राजनीतिक कट्टरता और सामाजिक संघर्ष के कारण वर्ष 1952 में फुलगेनियो बतिस्ता के नेतृत्त्व में तख्तापलट हुआ और वहाँ तानाशाही शासन स्थापित हो गया।
  • फुलगेनियो बतिस्ता के शासन के दौरान बढ़ते भ्रष्टाचार और उत्पीड़न के कारण जनवरी 1959 में आंदोलन की शुरुआत हुई और बतिस्ता को सत्ता से हटा दिया गया, जिसके बाद फिदेल कास्त्रो के नेतृत्त्व में कम्युनिस्ट शासन की स्थापना हुई।
  • वर्ष 1965 से क्यूबा को कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा शासित किया जा रहा है।
  • क्यूबा, शीत युद्ध के दौरान सोवियत संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच विवाद का एक प्रमुख विषय था और वर्ष 1962 के क्यूबा मिसाइल संकट के दौरान दोनों महाशक्तियाँ परमाणु युद्ध की कगार पर मौजूद थीं।
  • वर्ष 2019 में क्यूबा में एक नए संविधान को मंज़ूरी दी गई, जो निजी संपत्ति के अधिकार को आधिकारिक मान्यता देता है, जबकि उत्पादन और भूमि के विनियमन पर केंद्र सरकार का अधिकार सुनिश्चित करता है।

भारत-क्यूबा संबंध

  • राजनीतिक संबंध
    • वर्ष 1959 की क्रांति के बाद भारत, क्यूबा को मान्यता देने वाले प्रारंभिक देशों में से एक था। दोनों देशों ने विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय मंचों जैसे- संयुक्त राष्ट्र (UN), गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM), विश्व व्यापार संगठन (WTO) आदि में एक-दूसरे के साथ निकट संपर्क बनाए रखा।
    • भारत संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में अमेरिका समर्थित प्रस्तावों के विरुद्ध क्यूबा का समर्थन करता रहा है और साथ ही उसने क्यूबा के विरुद्ध अमेरिकी प्रतिबंधों को हटाने के लिये संयुक्त राष्ट्र महासभा में क्यूबा प्रायोजित प्रस्तावों के पक्ष में लगातार मतदान किया है।
    • क्यूबा, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्य के रूप में भारत को शामिल किये जाने का प्रत्यक्ष समर्थन करता रहा है।
      • क्यूबा ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में गैर-स्थायी सदस्य के तौर पर भारत की उम्मीदवारी के पक्ष में भी मतदान किया था।
    • क्यूबा, अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन और भारत-फ्रांँस इनिशिएटिव आदि में भी शामिल है।
  • आर्थिक संबंध
    • वर्ष 2017 के आँकड़ों की माने तो भारत और क्यूबा के बीच कुल 38.81 मिलियन डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ है।
    • वर्ष 2019 में भारतीय राष्ट्रपति की क्यूबा यात्रा के दौरान दोनों देशों ने जैव प्रौद्योगिकी, होम्योपैथी और चिकित्सा की पारंपरिक प्रणाली में सहयोग करने को लेकर सहमति व्यक्त की है।
    • भारत विभिन्न क्षेत्रों में क्यूबा के विकास में सहायता प्रदान करता रहा है और जनवरी 2019 में भारत ने क्यूबा को आवश्यक वस्तु, दवा एवं चिकित्सा उपकरण आदि प्रदान किये थे।
  • सांस्कृतिक संबंध
    • क्यूबा में योग और विपश्यना ध्यान का अभ्यास प्रमुख रूप से किया जाता है। साथ ही वहाँ आयुर्वेद और भारतीय प्राकृतिक चिकित्सा के प्रति भी रुचि बढ़ रही है।
    • क्यूबा में प्रतिवर्ष रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती का आयोजन किया जाता है।
      • मई 2007 में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR) द्वारा क्यूबा को रवींद्रनाथ टैगोर की एक प्रतिमा प्रदान की गई थी, जिसका अनावरण ‘ओल्ड हवाना’ में किया गया था।
      • हवाना में महात्मा गांधी और मदर टेरेसा की भी प्रतिमा मौजूद है।
    • क्यूबा में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, महात्मा गांधी की 150वीं जयंती और गुरु नानक देव की 550वीं वर्षगाँठ भी मनाई गई थी।

आगे की राह

  • क्यूबा और भारत दोनों कई वर्षों से एकजुट होकर बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था स्थापित करने की दिशा में समान रूप से संघर्ष कर रहे हैं। दोनों देशों के सौहार्दपूर्ण संबंध बने हुए हैं, हालाँकि दोनों देश द्विपक्षीय संबंधों को आर्थिक और वाणिज्यिक क्षेत्र में और अधिक विकसित कर सकते हैं।

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2