लखनऊ शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 23 दिसंबर से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:



डेली न्यूज़

जैव विविधता और पर्यावरण

ग्रेट इंडियन बस्टर्ड

  • 20 Apr 2021
  • 4 min read

चर्चा में क्यों? 

हाल ही में पाकिस्तान में दक्षिणी पंजाब के चोलिस्तान के एक संरक्षित क्षेत्र में शिकारियों के एक समूह ने दो ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (Great Indian Bustards- GIBs) की गोली मारकर हत्या कर दी।Indian-Bustard

प्रमुख बिंदु:

  • ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (GIB), राजस्थान का राज्य पक्षी है और भारत का सबसे गंभीर रूप से लुप्तप्राय पक्षी माना जाता है।
  • यह घास के मैदान की  प्रमुख प्रजाति मानी जाती है, जो चरागाह पारिस्थितिकी का प्रतिनिधित्व करती है।
  • इसकी अधिकतम आबादी राजस्थान और गुजरात तक ही सीमित है। महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में यह प्रजाति कम संख्या में पाई जाती है।
  • विद्युत लाइनों से टकराव/इलेक्ट्रोक्यूशन, शिकार (अभी भी पाकिस्तान में प्रचलित), आवास का नुकसान और व्यापक कृषि विस्तार आदि के परिणामस्वरूप यह पक्षी खतरे में है।

सुरक्षा की स्थिति:

भारत की चिंताएँ:

  • चोलिस्तान रेगिस्तान, जहाँ  GIBs मारे गए, की आवासीय विशेषताएँ राजस्थान के ‘डेज़र्ट नेशनल पार्क’ (Desert National Park) के समान हैं, यहाँ GIB’s की बची हुई जनसंख्या पाई जाती है।
    • DNP जैसलमेर और बाड़मेर के शहरों के पास स्थित है,
    • यह  थार मरुस्थल का एक हिस्सा है।
    • इसे ग्रेट इंडियन बस्टर्ड के निवास स्थान की सुरक्षा के लिये वर्ष 1981 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था।
  • राजस्थान पाकिस्तान के सिंध और पंजाब प्रांतों के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमा साझा करता है, ये पक्षी वहाँ बंदूकधारी शिकारियों के लिये एक आसान शिकार बन जाते हैं।
  • इस दुर्लभ पक्षी के शिकार से न केवल भारत में GIB की आबादी कम होगी, बल्कि मरुस्थलीय पारिस्थितिकी तंत्र भी प्रभावित होगा।

सरकार की पहलें:

  • इसे पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEFCC) के वन्यजीव आवासों के एकीकृत विकास कार्यक्रम के अंतर्गत ‘प्रजातियों की रिकवरी कार्यक्रम’ के तहत रखा गया है।
  • MoEFCC ने 'इंडियन हैबिटेट इंप्रूवमेंट एंड कंज़र्वेशन ब्रीडिंग ऑफ ग्रेट इंडियन बस्टर्ड-एन इंटीग्रेटेड अप्रोच' नामक एक कार्यक्रम भी शुरू किया है।
    • इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रेट इंडियन बस्टर्ड्स की आबादी को बढ़ाना और इसके लिये जंगल में इनके बच्चों (Chicks) को मुक्त करना है।
  • राजस्थान सरकार ने इस प्रजाति के प्रजनन बाड़ों के निर्माण और उनके आवासों पर मानव दबाव को कम करने के लिये एवं बुनियादी ढाँचे के विकास के उद्देश्य से ‘प्रोजेक्ट ग्रेट इंडियन बस्टर्ड ’लॉन्च किया है।

स्रोत- द हिंदू

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2