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प्रिलिम्स फैक्ट्स

  • 26 Aug, 2019
  • 7 min read
प्रारंभिक परीक्षा

प्रीलिम्स फैक्ट्स (26 अगस्त,2019)

बहरीन टेम्पल प्रोजेक्ट

(Bahrain temple project)

हाल ही में भारतीय प्रधानमंत्री ने बहरीन में 200 साल पुराने श्रीकृष्ण मंदिर हेतु 4.2 मिलियन डॉलर की पुनर्विकास परियोजना का शुभारंभ किया।

Bahrain temple

  • प्रमुख खाड़ी देशों की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने क्षेत्र के सबसे पुराने मंदिर श्रीनाथजी (मनामा) के दर्शन किये और RuPay कार्ड लॉन्च करने के बाद इसी से प्रसाद भी खरीदा।
  • मनामा में श्रीनाथजी (श्री कृष्ण) मंदिर के पुनर्निर्माण का कार्य इस साल के अंत में शुरू होगा।
  • मंदिर के पुनर्विकास में इसकी 200 साल पुरानी विरासत को उजागर किया जाएगा और नए प्रतिष्ठित परिसर में गर्भगृह और प्रार्थना हॉल होंगे।
  • पारंपरिक हिंदू विवाह समारोहों और अन्य अनुष्ठानों के लिये भी यहाँ सुविधाएँ होंगी, जिसका उद्देश्य बहरीन को शादी के गंतव्य के रूप में बढ़ावा देना तथा पर्यटन को विकसित करना है।

गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग

(Gravitational Lensing)

नासा के जेम्स वेब स्पेस (James Webb) टेलीस्कोप को मशीन के रूप में उपयोग करते हुए, शोधकर्त्ता यह जाँचने की योजना बना रहे हैं कि नए सितारे कैसे पैदा होते हैं। इसके लिये वे ‘गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग’ नामक एक प्राकृतिक घटना की मदद लेंगे।

  • यह घटना तब घटित होती है जब भारी मात्रा में पदार्थ, जैसे कि एक विशाल आकाशगंगा या आकाशगंगाओं का समूह, एक गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र बनाता है जो अपने पीछे की वस्तुओं के प्रकाश को बढ़ाता और विकृत करता है।

Gravitational Lensing

  • ये प्राकृतिक ब्रह्मांडीय दूरबीन हैं; जिन्हें गुरुत्वाकर्षण लेंस कहा जाता है। ये विशाल आकाशीय पिंड होते हैं और दूर की ऐसी आकाशगंगाओं के प्रकाश का आवर्द्धन करते हैं जो कि तारे के निर्माण के चरम पर या उसके निकट हैं। यह प्रभाव शोधकर्त्ताओं को दूर स्थित आकाशगंगाओं का अध्ययन करने में मदद करता है जिन्हें सबसे शक्तिशाली अंतरिक्ष दूरबीनों से देखा जा सकता है।
  • गुरुत्वीय लेंसिंग अंतरिक्ष में किसी बड़ी वस्तु के उस प्रभाव को कहते हैं जिसमें वह वस्तु अपने पास से गुज़रती प्रकाश की किरणों को मोड़कर एक लेंस जैसा काम करती है। भौतिकी के सामान्य सापेक्षता सिद्धांत की वजह से कोई भी वस्तु अपने आसपास के व्योम (‘दिक्-काल’ या स्पेस-टाइम) को मोड़ देती है और बड़ी वस्तुओं में यह झुकाव अधिक होता है।

जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप

(James Webb Space Telescope)

  • जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (इसे JWST या वेब्ब भी कहा जाता है) 6.5 मीटर प्राथमिक प्रतिबिंब के साथ एक बड़ा अवरक्त दूरबीन है जिसे 2021 में फ्रेंच गुयाना से एरियन 5 रॉकेट द्वारा लॉन्च किया जाएगा।
  • यह हमारे ब्रह्मांड के इतिहास में हुए हर चरण का अध्ययन करेगा, साथ ही बिग-बैंग के बाद पहली चमकदार उद्वीप्ति के विस्तार, सौरमंडल के गठन, पृथ्वी जैसे जीवन जीने में सक्षम ग्रहों और हमारे अपने सौर मंडल के विकास का विस्तृत अध्ययन करेगा।
  • यह नासा (NASA), यूरोपियन स्पेस एजेंसी (European Space Agency-ESA) और कनाडाई स्पेस एजेंसी (Canadian Space Agency-CSA) के बीच एक अंतरराष्ट्रीय मिशन है।

पानी में चलने वाले कीड़ों की 7 नई प्रजातियाँ

ज़ूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के वैज्ञानिकों ने पानी में चलने वाले, अर्द्ध-जलीय कीटों की सात प्रजातियों की खोज की है जो पानी की सतह पर चल या दौड़ सकते हैं।

  • नई वर्णित प्रजातियाँ जीनस मेसोवेलिया (Genus Mesovelia) से संबंधित हैं, जिनका आकार 1.5 मिमी से 4.5 मिमी तक होता है और वे अपने पैरों पर हाइड्रोफोबिक शूक (Hydrofobic Setea) से लैस होती हैं। हाइड्रोफोबिक शूक और पानी की सतह के तनाव का संयोजन उन्हें डूबने से बचाता है।
  • इन कीड़ों के पंखों का रंग चांदी के सामान सफेद होता है तथा यह हरे और पीले रंग के होते हैं। नई खोजों के बीच, मेसोवेलिया अंडमाना (Mesovelia andamana) अंडमान द्वीप समूह से हैं, एम. बिस्पिनोसा और एम. इसियासी (M. bispinosaand M. isiasi) मेघालय से हैं, एम. एक्वुलेटा और एम. तेनुया (M. occulta and M. tenuia) तमिलनाडु से और एम. ब्रेविया और एम. दिलाताता (M. brevia and M. dilatata) दोनों मेघालय और तमिलनाडु के हैं।
  • ये कीड़े लार्वाबोलस कीड़े होते हैं जो लार्वा चरण के बिना बड़े होते हैं, अर्थात, ये अंडे से बहार आने तक वयस्क हो जाते हैं। वे ताज़े पानी के पिंडों जैसे तालाबों, झीलों, पूलों, नदियों, चट्टानों के साथ और कभी-कभी एश्चुअरी पर पाए जाते हैं।
  • ये कीड़े शिकारियों और मैला ढोने वालों के रूप में काम करते हैं। मेसोवेलिया की मादाएँ नर से बड़ी होती हैं और पौधों पर कई छेद करती हैं तथा पौधों के ऊतकों में एक विशेष रूप से अनुकूलित लंबे दाँतेदार ओवीपोसिटर के साथ अंडे देती हैं।
  • देश में जीनस मेसोवेलिया की 12 प्रजातियाँ पाई जाती हैं। जबकि बड़े जल स्ट्राइडर (लिमोनोगोनस, कुंभ राशि, सिलिंड्रोस्टेथस, गेरिस, पाइलोमेरा) को पानी की सतह पर आसानी से देखा जाता है जबकि छोटे मेसोवेलिया उतने प्रसिद्ध नहीं हैं।

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