उत्तर प्रदेश Switch to English
उत्तर प्रदेश में ऐतिहासिक इमारतों का हेरिटेज होटलों के रूप में विकास
चर्चा में क्यों?
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये प्राचीन किलों सहित 11 ऐतिहासिक इमारतों का जीर्णोद्धार करेगा तथा उन्हें सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के माध्यम से हेरिटेज होटल, सांस्कृतिक केंद्र या संग्रहालय में परिवर्तित करेगा।
मुख्य बिंदु
- परियोजना के बारे में:
- इस परियोजना का उद्देश्य उत्तर प्रदेश की स्थापत्य कला और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करना है तथा राज्य में हज़ारों लोगों के लिये रोज़गार के अवसर उत्पन्न करना है।
- इस पहल के तहत, निजी कंपनियाँ चिह्नित विरासत स्थलों का डिज़ाइन, विकास और जीर्णोद्धार करेंगी तथा उन्हें आगे उपयोग के लिये सरकार को सौंप देंगी।
- यह विरासत पुनरुद्धार कार्यक्रम सांस्कृतिक संरक्षण को आधुनिक विकास लक्ष्यों के साथ मिश्रित करने की एक बड़ी राज्य रणनीति का हिस्सा है, जो विरासत संरक्षण और स्थानीय विकास दोनों को सुनिश्चित करता है।
- इस पहल का उद्देश्य विरासत आधारित पर्यटन के माध्यम से बुंदेलखंड क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करना तथा सांस्कृतिक पहचान पर आधारित सतत् विकास को प्रोत्साहित करना है।
- नवीकरण के लिये चिह्नित प्रमुख स्थल:
- तालबेहट किला – ललितपुर
- रनगढ़ और भूरागढ़ किला – बाँदा
- वज़ीरगंज बारादरी – गोंडा
- आलमबाग भवन, गुलिस्तान-ए-इरम और दर्शन विलास – लखनऊ
- टिकैत राय बारादरी – कानपुर
- मस्तानी महल और सेनापति महल – महोबा
- टहरौली किला – झाँसी
- सीताराम महल/कोटवन किला – मथुरा
उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति 2022
- उद्देश्य:
- पर्यटन नीति के प्राथमिक उद्देश्य सतत् विकास सुनिश्चित करना, पर्यटकों की संतुष्टि बढ़ाना, आर्थिक विकास को बढ़ावा देना, सांस्कृतिक और प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करना तथा सामुदायिक समावेशिता और भागीदारी को बढ़ावा देना है।
- आकर्षक वित्तीय प्रोत्साहन:
- यह नीति उदार सब्सिडी और वित्तीय सहायता प्रदान करती है, जिनमें शामिल हैं:
- पूंजी निवेश सब्सिडी 10-25% तक (निवेश आकार के आधार पर 2-40 करोड़ रुपए तक सीमित)।
- 5 वर्षों तक 5 करोड़ रुपए तक के बैंक ऋण पर 5% ब्याज सब्सिडी।
- स्टांप ड्यूटी, भूमि रूपांतरण शुल्क तथा रोज़गार से जुड़े EPF प्रतिपूर्ति पर 100% छूट।
- अतिरिक्त प्रोत्साहनों का लक्ष्य टियर 2+ स्थान, महिला उद्यमी, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/पिछड़े वर्ग तथा पर्यटन स्थलों पर केंद्रित है।
- यह नीति उदार सब्सिडी और वित्तीय सहायता प्रदान करती है, जिनमें शामिल हैं:
- पारिस्थितिकी, विरासत और विशिष्ट पर्यटन पर ध्यान: नीति निम्नलिखित के विकास को बढ़ावा देती है:
- वन्यजीव अभयारण्य, कैंपिंग स्थल, ट्रैकिंग तथा प्रकृति भ्रमण जैसे पारिस्थितिकी पर्यटन सर्किट।
- PPP मॉडल के माध्यम से हेरिटेज, MICE (मीटिंग, इन्सेन्टिव, कॉन्फ्रेंस, एग्ज़ीबिशन), वेलनेस तथा मनोरंजन पार्क।
- थीम आधारित सर्किटों के साथ एकीकरण – रामायण, कृष्ण, बौद्ध, महाभारत तथा शक्ति पीठ।
- उत्तर प्रदेश में वर्ष 2024 में 65 करोड़ पर्यटक आए, जो अयोध्या, काशी और मथुरा जैसे प्रमुख धार्मिक और विरासत स्थलों तथा विभिन्न प्राचीन मंदिरों एवं तीर्थस्थलों के विकास से प्रेरित थे।
- निवेश सुविधा एवं वैश्विक प्रोत्साहन:
- उत्तर प्रदेश का लक्ष्य प्रतिवर्ष 5,000 करोड़ रुपए आकर्षित करना है, जिसके लिये निम्नलिखित उपाय किये गए हैं:
- बाज़ार अनुसधान, अनुमोदन और निवेश सहायता हेतु पर्यटन निवेशक सुविधा प्रकोष्ठ की स्थापना।
- रोड शो, अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन कार्यक्रमों में भागीदारी तथा सहयोगात्मक ब्रांडिंग एवं उत्तर प्रदेश को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने की दिशा में प्रयास।
- उत्तर प्रदेश का लक्ष्य प्रतिवर्ष 5,000 करोड़ रुपए आकर्षित करना है, जिसके लिये निम्नलिखित उपाय किये गए हैं: