उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश बनाएगा डिजिटल कृषि नीति
- 15 Oct 2025
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चर्चा में क्यों?
उत्तर प्रदेश कृषि वृद्धि एवं ग्रामीण उद्यम पारिस्थितिक तंत्र सुदृढ़ीकरण परियोजना (UP-Agrees) की समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे राष्ट्रीय तकनीकी मानकों के अनुरूप एक डिजिटल कृषि नीति तैयार करें, ताकि एक सुरक्षित और सुदृढ़ साइबर अवसंरचना सुनिश्चित की जा सके।
- “कृषि से उद्योग तक’’ (From Agriculture to Industry) के दृष्टिकोण पर बल देते हुए मुख्यमंत्री ने मूल्य संवर्द्धन, प्रसंस्करण तथा स्थानीय रोज़गार सृजन के महत्त्व पर भी प्रकाश डाला।
मुख्य बिंदु
- परिचय: प्रस्तावित डिजिटल कृषि प्रणाली के माध्यम से फसलों, मौसम, बीज, सिंचाई, उर्वरक, बीमा, बाज़ार, लॉजिस्टिक्स और संस्थागत सेवाओं से संबंधित आँकड़ों तक रियल-टाइम एकीकृत पहुँच उपलब्ध कराई जाएगी। यह प्रणाली कृषि क्षेत्र में नवाचार-आधारित अनुसंधान और डेटा-आधारित निर्णय-निर्माण को प्रोत्साहित करेगी।
- मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि उत्तर प्रदेश विविधीकृत कृषि सहयोग परियोजना (UP DASP) के समन्वय में इस पहल को कृषि विश्वविद्यालयों, कृषि विज्ञान केंद्रों (KVK) तथा किसान उत्पादक संगठनों (FPO) के सहयोग से लागू किया जाए।
- UP DASP: यह 4,000 करोड़ रुपये (500 मिलियन अमेरिकी डॉलर) की विश्व बैंक समर्थित परियोजना है, जिसे छह वर्षों की अवधि में पूर्वी उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड के 28 ज़िलों में लागू किया जा रहा है। परियोजना का मुख्य फोकस निम्नलिखित बिंदुओं पर है:
- बदलती जलवायु परिस्थितियों के अनुरूप संधारणीय कृषि वृद्धि को प्रोत्साहित करना।
- बाज़ार संपर्कों को सुदृढ़ करना और संसाधनों का अनुकूल उपयोग सुनिश्चित करना।
- उत्पादकता बढ़ाना तथा कृषि-आधारित उद्योगों के विकास को समर्थन देना।
- उत्पादकता संवर्द्धन पहल: उत्पादकता संवर्द्धन कार्यक्रम (Productivity Enhancement Programme) के तहत निम्नलिखित बिंदुओं पर ज़ोर दिया जा रहा है:
- भूमि विकास और जल संरक्षण।
- मृदा स्वास्थ्य सुधार और आधुनिक प्रौद्योगिकी-आधारित कृषि पद्धतियों को अपनाना।
- लघु और सीमांत किसानों को तकनीकी सहायता, प्रशिक्षण और विपणन सुविधाओं से जोड़ना।
- वस्तु क्लस्टर विकास: निम्नलिखित क्षेत्रों में क्लस्टर विकसित किये जा रहे हैं–
- बुंदेलखंड में मूंगफली क्लस्टर।
- वाराणसी में लाल मिर्च और सब्ज़ी क्लस्टर।
- बराबंकी और आज़मगढ़ के बीच केले के क्लस्टर।
- मत्स्य पालन क्षेत्र विकास: क्लस्टर दृष्टिकोण के तहत निम्नलिखित व्यापक उपाय किये जा रहे हैं:
- मछली उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाना।
- गुणवत्तापूर्ण बीज की आपूर्ति सुनिश्चित करना और आधुनिक तकनीकों को अपनाना।
- उत्पादन से लेकर विपणन तक प्रबंधन को सुदृढ़ करना।
- परियोजना का उद्देश्य लगभग 90,000 हेक्टेयर क्षेत्र को मत्स्य पालन हेतु विकसित करना है, जिससे करीब एक लाख परिवारों को लाभ पहुँचेगा।
- कृषि वित्त: मुख्यमंत्री ने कृषि वित्तीय प्रणाली को सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया, जिसमें शामिल हैं:
- लघु और सीमांत किसानों तथा कृषि-आधारित सूक्ष्म और लघु उद्यमों के लिये क्रेडिट सुविधाओं का विस्तार।
- सुदृढ़ जोखिम-प्रबंधन तंत्र की स्थापना।
- कृषि क्षेत्र में निजी निवेश को प्रोत्साहित करना।