मध्य प्रदेश
कार्बन क्रेडिट अर्जित करने हेतु स्वच्छ सिंहस्थ
- 13 Dec 2025
- 19 min read
चर्चा में क्यों?
मध्य प्रदेश सरकार उज्जैन में आयोजित होने वाले सिंहस्थ कुंभ 2028 के लिये अपनी तरह की पहली सतत् विकास योजना को विकसित कर रही है, जिसका उद्देश्य इसे पर्यावरण के प्रति ज़िम्मेदार बनाना और कार्बन क्रेडिट के लिये पात्र बनाना है।
प्रमुख बिंदु
- भारी संख्या में तीर्थयात्री आने की उम्मीद: लगभग 30 करोड़ तीर्थयात्रियों के आने की संभावना है, पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने और स्वच्छता एवं सुरक्षा में सुधार लाने के लिये प्रणालियाँ तैयार की जा रही हैं।
- स्वच्छ घाट: श्रद्धालुओं को कम-से-कम अपशिष्ट, प्लास्टिक की पूर्ण रीसाइक्लिंग और बेहतर स्वच्छता वाले स्वच्छ घाट देखने को मिलेंगे।
- नदी का पुनरुद्धार: क्षिप्रा नदी को और अधिक स्वच्छ बनाया जाएगा, जिससे तीर्थयात्रा के दौरान अनुष्ठानिक स्नान के लिये सुरक्षित और बेहतर गुणवत्ता वाला जल सुनिश्चित होगा।
- कार्बन क्रेडिट पर ध्यान केंद्रित: सिंहस्थ प्रशासन कार्बन क्रेडिट अर्जित करने के लिये कार्बन अकाउंटिंग, अपशिष्ट-से-संसाधन प्रणालियों, प्लास्टिक पुनर्चक्रण प्रौद्योगिकियों और नदी शुद्धिकरण से संबंधित प्रस्तावों की समीक्षा कर रहा है।
- वैश्विक मानक: अधिकारियों का लक्ष्य वर्ष 2028 के सिंहस्थ की मुख्य योजना में वैश्विक मानकों के अनुरूप वैज्ञानिक और सतत प्रथाओं को एकीकृत करना है।
- इंदौर मॉडल: यह पहल बायो-मेथेनाइजेशन, बायो-CNG और अपशिष्ट-से-ऊर्जा परियोजनाओं के माध्यम से कार्बन क्रेडिट अर्जित करने और महत्त्वपूर्ण राजस्व उत्पन्न करने में इंदौर की सफलता पर आधारित है।
- अपशिष्ट प्रबंधन चुनौती: 30 करोड़ आगंतुकों द्वारा उत्पन्न अपशिष्ट का प्रबंधन सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है, जिसके लिये 100% प्लास्टिक पृथक्करण और पुनर्चक्रण के प्रस्ताव दिये गए हैं।
- जल एवं ऊर्जा उपाय: योजनाओं में कृषि और उद्योग के लिये उपचारित जल का पुन: उपयोग करना, बुनियादी ढाँचे, परिवहन, अपशिष्ट और ऊर्जा क्षेत्रों से कार्बन उत्सर्जन को कम करना शामिल है।
- चरणबद्ध कार्यान्वयन: स्वच्छ, सुरक्षित और अधिक संधारणीय आयोजन सुनिश्चित करने के लिये, सिंहस्थ कुंभ 2028 से पूर्व प्रस्तावों का मूल्यांकन और कार्यान्वयन चरणों में किया जाएगा ।
सिंहस्थ कुंभ
- सिंहस्थ कुंभ मेला एक हिंदू धार्मिक त्योहार है जो प्रत्येक 12 वर्ष में भारतीय राज्य मध्य प्रदेश के उज्जैन में आयोजित किया जाता है ।
- इस त्योहार को "सिंहस्थ" कहा जाता है क्योंकि यह तब मनाया जाता है जब बृहस्पति सिंह राशि में प्रवेश करता है ।
- ज्योतिषीय ग्रहों की यह विशेष स्थिति उज्जैन कुंभ मेले के समय को निर्धारित करती है, जो इसे अन्य स्थानों पर आयोजित होने वाले कुंभ मेलों से अलग बनाती है।
