लखनऊ शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 23 दिसंबर से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:



State PCS Current Affairs

छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ लघु वनोपजों के संग्रहण में अव्वल

  • 21 Sep 2021
  • 4 min read

चर्चा में क्यों?

हाल ही में जारी द ट्राइबल को-ऑपरेटिव मार्केटिंग डेवलपमेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (ट्राईफेड)’ के आँकड़ों के अनुसार चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान प्रथम तिमाही माह अप्रैल से जून तक न्यूनतम समर्थन मूल्य पर लघु वनोपजों की खरीदी में छत्तीसगढ़ पूरे देश में प्रथम स्थान पर है।

प्रमुख बिंदु

  • ट्राईफेड द्वारा जारी किये गए आँकड़ों के अनुसार राज्य में इस दौरान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 80 करोड़ 12 लाख रुपए की राशि के 2 लाख 77 हज़ार 958 क्विंटल लघु वनोपजों की खरीदी की गई है, जो देश में इस दौरान 93 करोड़ रुपए मूल्य के कुल संगृहीत लघु वनोपजों का 88.36 प्रतिशत है।
  • इनमें 40.90 करोड़ रुपए की राशि के 113614 क्विंटल इमली (बीज सहित) तथा 27.59 करोड़ रुपए की राशि के 1,37,946 क्विंटल साल बीज का संग्रहण किया गया है। इसी तरह 4.15 करोड़ रुपए की राशि के 6,595 क्विंटल फूल इमली, 2.92 करोड़ रुपए की राशि के 2390 क्विंटल चिंरौजी गुठली तथा 1.78 करोड़ रुपए की राशि के 10,493 क्विंटल बहेड़ा का संग्रहण शामिल है।
  • इस दौरान माहुल पत्ता, नागरमोथा, भेलवा, बहेड़ा कचरिया, धवई फूल (सूखा), हर्रा कचरिया, पुवाड़ (चरोटा), बेल गूदा, सतावर (सूखी), कुसुम बीज, फूल झाडू, रंगीनी लाख, वन तुलसी, फूल इमली, जामुन बीज (सूखा), वन जीरा, इमली बीज, आँवला बीजरहित, कुसुमी लाख, कुल्लू गोंद, महुआ बीज, करंज बीज तथा बायबडिंग का संग्रहण हुआ है। 
  • इसके अलावा पाताल कुम्हड़ा (बेदारी कंद), तिखुर, सवई घास, कोरिया छाल, छिन्द घास, आँवला (कच्चा), काँटा झाडू, कुटज छाल, अडुसा पत्ता, इंद्रजौ बीज, सफेद मूसली, पलाश फूल आदि का भी संग्रहण किया गया है।
  • राज्य लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक संजय शुक्ला ने बताया कि राज्य में वर्तमान में 52 लघु वनोपजों की खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जा रही है। जिनमें साल बीज, हर्रा, इमली बीज सहित, चिरौंजी गुठली, महुआ बीज, कुसुमी लाख, रंगीनी लाख, काल मेघ, बहेड़ा, नागरमोथा, कुल्लू गोंद, पुवाड़, बेल गूदा, शहद तथा फूल झाडू, महुआ फूल (सूखा) शामिल हैं। इसके अलावा जामुन बीज (सूखा), कौंच बीज, धवई फूल (सूखा), करंज बीज, बायबडिंग और आँवला (बीज सहित) तथा फूल इमली (बीजरहित), गिलोय तथा भेलवा, वन तुलसी बीज, वन जीरा बीज, इमली बीज, बहेड़ा कचरिया, हर्रा कचरिया तथा नीम बीज शामिल हैं। 
  • इसी तरह कुसुमी बीज, रीठा फल (सूखा), शिकाकाई फल्ली (सूखा), सतावर जड़ (सूखी), काजू गुठली, मालकांगनी बीज, माहुल पत्ता, पलास (फूल), सफेद मूसली (सूखी), इंद्रजौ, पाताल कुम्हड़ा तथा कुटज (छाल), अश्वगंधा, आँवला कच्चा, सवई घास, काँटा झाडू, तिखुर, बीहन लाख-कुसमी, बीहन लाख-रंगीनी, बेल (कच्चा) तथा जामुन (कच्चा) शामिल हैं।
  • राज्य सरकार द्वारा कुसुमी लाख, रंगीनी लाख और कुल्लू गोंद की खरीदी में समर्थन मूल्य के अलावा अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है।
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2