राष्ट्रीय करेंट अफेयर्स
क्यूएस रैंकिंग एशिया 2026 में 137 भारतीय संस्थान
- 05 Nov 2025
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चर्चा में क्यों?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने QS रैंकिंग में भारतीय विश्वविद्यालयों की रिकॉर्ड वृद्धि को रेखांकित करते हुए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।
- क्वाक्वेरेली साइमंड्स (QS) एक लंदन स्थित वैश्विक उच्च शिक्षा विश्लेषक संस्था है, जो व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग जारी करने के लिये जानी जाती है।
मुख्य बिंदु
- परिचय:
- QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग एशिया 2026 के अनुसार, यद्यपि कोई भी भारतीय विश्वविद्यालय शीर्ष 50 में शामिल नहीं है, परंतु भारत ने 137 विश्वविद्यालयों की वृद्धि के साथ वर्ष 2016 की तुलना में 1,125% की वृद्धि दर्ज की है।
- QS एशिया रैंकिंग में अब भारत के 294 विश्वविद्यालय शामिल हैं, जिससे वह चीन के बाद दूसरे स्थान पर है।
- चीन ने इस वर्ष 261 विश्वविद्यालयों को जोड़ा है, जिससे उसकी कुल संख्या 395 हो गई है।
- भारतीय संस्थान शैक्षणिक प्रतिष्ठा, अनुसंधान उत्पादकता और नियोजक प्रतिष्ठा के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं, हालाँकि अंतर्राष्ट्रीयकरण तथा अनुसंधान दृश्यता के मामले में अभी भी पिछड़े हुए हैं।
- एशिया में शीर्ष प्रदर्शनकर्त्ता:
- हांगकांग विश्वविद्यालय : प्रथम स्थान
- पेकिंग विश्वविद्यालय : दूसरा स्थान
- नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर (NUS) और नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (NTU) : तीसरा स्थान (संयुक्त)
- शीर्ष भारतीय संस्थान :
- IIT दिल्ली: 59वाँ स्थान (2025 में 44वें से नीचे)
- IIT बॉम्बे: 71वाँ स्थान (2025 में 48वें से नीचे)
- IISc बेंगलुरु: 64वाँ स्थान (2025 में 62वें से नीचे)
- IIT मद्रास: 70वाँ स्थान (2025 में 56वें से नीचे)
- IIT कानपुर: 77वाँ स्थान (2025 में 67वें से नीचे)
- दिल्ली विश्वविद्यालय: 95वाँ स्थान (2025 में 81वें से नीचे)
- निजी संस्थानों की प्रगति:
- चंडीगढ़ विश्वविद्यालय ने सुधार करते हुए 109वाँ स्थान प्राप्त किया (2025 में 120वें से ऊपर)।
- BITS पिलानी, शूलिनी विश्वविद्यालय तथा ओ.पी. जिंदल ग्लोबल विश्वविद्यालय ने भी अपने अब तक के सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग स्तर हासिल किये हैं।