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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 24 जून, 2022

  • 24 Jun 2022
  • 7 min read

भारत-नेपाल भारत गौरव पर्यटक ट्रेन

हाल ही में पहली भारत-नेपाल भारत गौरव पर्यटन ट्रेन को दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से रवाना किया गया है। इस ट्रेन में 500 भारतीय पर्यटक सवार हैं। यह पर्यटक ट्रेन पहली बार भारत और नेपाल को जोड़ेगी। भारत और नेपाल के बीच भारत गौरव पर्यटक ट्रेन देश भर के लोगों को देश के स्थापत्य, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों का दर्शन कराने का अवसर प्रदान करेगी। इस ट्रेन की पहली यात्रा (रामायण सर्किट) में अयोध्या, नंदीग्राम, वाराणसी, सीतामढ़ी, चित्रकूट, प्रयागराज, हम्पी, पंचवटी (नासिक), रामेश्वरम् और भद्राचलम् जैसे अन्य लोकप्रिय स्थलों के अलावा जनकपुर (नेपाल में) के धार्मिक गंतव्य को भी कवर किया जायेगा। भारत गौरव ट्रेनें भारत की समृद्ध आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को अपने लोगों को दिखाने का एक प्रयास है। इस अनोखे विचार की परिकल्पना रेल मंत्रालय ने की थी। यह अवधारणा देश भर में बड़े पैमाने पर पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद करेगी। यह लोगों को भारतीय संस्कृति का पता लगाने का अवसर भी प्रदान करेगा। यह ट्रेन 18 दिन की यात्रा पूरी करने के बाद वापस दिल्ली लौटेगी। यह पूरे रामायण दौरे में करीब 8000 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।

रुचिरा कंबोज

हाल ही में रुचिरा कंबोज को संयुक्त राष्ट्र में भारत की अगली स्थायी प्रतिनिधि के रूप में नियुक्त किया गया है। वह वर्तमान में भूटान में भारतीय राजदूत के पद पर कार्यरत्त हो।रुचिरा कंबोज टी.एस. तिरुमूर्ति का स्थान लेंगी तथा शीघ्र ही उनके द्वारा कार्यभार संभालने की संभावना है। रुचिरा कंबोज वर्ष 1987 के सिविल सेवा बैच की अखिल भारतीय महिला टॉपर और साथ ही वर्ष 1987 विदेश सेवा बैच की टॉपर रही है। उन्होंने पेरिस, फ्रांँस से अपनी राजनयिक यात्रा शुरू की और वह वर्ष1989-91 के दौरान फ्रांँस में भारतीय दूतावास में तीसरी सचिव के रूप में तैनात थीं। वह दक्षिण अफ्रीका में भारतीय उच्चायुक्त, पेरिस में यूनेस्को में भारत की स्थायी प्रतिनिधि और नई दिल्ली में प्रोटोकॉल की प्रमुख भी रही हैं। संयुक्त राष्ट्र में भारत का स्थायी प्रतिनिधि संयुक्त राष्ट्र में भारत का सबसे प्रमुख राजनयिक प्रतिनिधि होता है। यह न्यूयॉर्क शहर में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन का प्रमुख है। वर्तमान में, टी.एस. तिरुमूर्ति भारत के स्थायी प्रतिनिधि हैं। उन्हें मई 2020 में नियुक्त किया गया था।

सेंटर फॉर ब्रेन रिसर्च

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी द्वारा भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc), बेंगलुरु में सेंटर फॉर ब्रेन रिसर्च (Centre for Brain Research – CBR) का उद्घाटन किया गया है। इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने बागची पार्थसारथी मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल की आधारशिला भी रखी जो 832 बेड वाला अस्पताल है। CBR अपनी तरह की एक शोध सुविधा है, जो उम्र से संबंधित मस्तिष्क विकारों के प्रबंधन हेतु साक्ष्य-आधारित सार्वजनिक स्वास्थ्य हस्तक्षेप प्रदान करने के लिये महत्त्वपूर्ण शोध कार्य करने पर केंद्रित है। सेंटर फॉर ब्रेन रिसर्च को एक गैर-लाभकारी, स्वायत्त अनुसंधान संगठन के रूप में स्थापित किया गया था। यह गोपालकृष्णन और उनकी पत्नी सुधा गोपालकृष्णन की ओर से एक उदार उपहार था जो उनके द्वारा दी गई दान राशि द्वारा वित्त पोषित है और कई अनुदान एजेंसियों से विशिष्ट परियोजनाओं को संचालित करने हेतु अनुसंधान अनुदान प्राप्त करता है। गोपालकृष्णन ने अत्याधुनिक भवन के निर्माण के लिये धन उपलब्ध कराया है। बागची पार्थसारथी मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल को IISc बेंगलुरु परिसर में विकसित किया जाएगा। यह अस्पताल प्रतिष्ठित संस्थान में विज्ञान, चिकित्सा और इंजीनियरिंग को एकीकृत करने में मदद करेगा।

पासपोर्ट सेवा दिवस

हर साल 24 जून को पासपोर्ट सेवा दिवस (Passport Seva Divas) के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को 24 जून, 1967 में पासपोर्ट अधिनियम के अधिनियमन (enactment) के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। पासपोर्ट सेवा दिवस पर, भारत सरकार ने स्पष्ट किया कि चिप युक्त ई-पासपोर्ट के उत्पादन की प्रक्रिया चल रही है। इससे भारतीय यात्रा की सुरक्षा को काफी हद तक मज़बूत करने में मदद मिलेगी। चिप्स में आवेदकों के व्यक्तिगत विवरण को स्टोर कर उन्हें डिजिटल रूप से हस्ताक्षरित किया जाएगा। उनमे 64 केबी का मेमोरी स्पेस होगा। इस चिप में करीब 30 अंतर्राष्ट्रीय यात्राओं को स्टोर किया जाएगा। पासपोर्ट अधिनियम भारतीय पासपोर्ट प्राप्त करने की प्रक्रियाओं का वर्णन करता है। इस अधिनियम ने ब्रिटिश भारतीय पासपोर्ट और पासपोर्ट अधिनियम, 1920 का स्थान लिया था। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 9 के अनुसार, यह अधिनियम दोहरी नागरिकता की अनुमति नहीं देता है। इस अधिनियम के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति ने विदेशी नागरिकता हासिल कर ली है, तो उसे अपना पासपोर्ट सरेंडर करना होगा।

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