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प्रारंभिक परीक्षा

प्रीलिम्स फैक्ट्स 10 सितंबर, 2018

  • 10 Sep 2018
  • 7 min read
रोबैट (Robat)

हाल ही में वैज्ञानिकों द्वारा दावा किया गया है कि उन्होंने पहला पूर्ण रूप से स्वायत्त रोबोट विकसित किया है जो चमगादड़ की तरह ही किसी माध्यम में आगे बढ़ने के लिये ध्वनि का उपयोग करता है।

  • इस रोबोट को इज़रायल की तेल अवीव यूनिवर्सिटी (Tel Aviv University) के शोधकर्त्ताओं द्वारा तैयार किया गया है। चूँकि यह चमगादड़ के समान ही दृष्टिकोण का उपयोग करता है, इसलिये इसे रोबैट (Robat) नाम दिया गया है।
  • PLOS कंप्यूटेशनल बायोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, इस प्रक्रिया में आस-पास की वस्तुओं से निकलने वाली आवाजों का पता लगाना तथा उनका विश्लेषण कर जानकारी हासिल करना शामिल है।
  • रोबैट में एक अल्ट्रासोनिक स्पीकर स्थापित किया गया है जो मुख की तरह काम करता है, आमतौर पर चमगादड़ के समान आवृत्ति वाली ध्वनि का उत्पन्न करता है, साथ ही इसमें दो अल्ट्रासोनिक माइक्रोफ़ोन भी लगे हैं जो कान की तरह कार्य करते हैं।
पुद्दुचेरी शार्क

हाल ही में EGREE फाउंडेशन के फील्ड जीव वैज्ञानिकों ने कुम्भाभिषेकम के लैंडिंग प्वाइंट में 'पुद्दुचेरी शार्क' की उपस्थिति दर्ज की है। उल्लेखनीय है कि 2007 और 2016 के बाद यह तीसरी बार है जब इसे देखा गया है।

  • पुद्दुचेरी शार्क वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम के प्रावधानों के तहत संरक्षित हैं।
  • IUCN की रेडलिस्ट में इसे गंभीर रूप से संकटग्रस्त प्रजाति (Critically Endangered) की श्रेणी में रखा गया है।
  • ये लुप्तप्राय प्रजातियाँ वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम के प्रावधानों के तहत संरक्षित हैं।
  • पुद्दुचेरी शार्क आकार में छोटी होती है यानी कि इसकी लंबाई 1 मीटर (3.3 फीट) से अधिक नहीं होती,  जबकि इसका रंग भूरा होता है।  
  • इस प्रजाति की पहचान इसके ऊपरी दाँतों से की जा सकती है, जो कि आधार की ओर मज़बूत तथा ऊपर की ओर मुलायम होते हैं।
  • इसके अतिरिक्त इसकी पहचान पृष्ठीय पंखों से भी की जा सकती है, जो कि बड़े होते हैं।  
  • इस शार्क को उन 25 ‘मोस्ट वांटेड लॉस्ट’ (most wanted lost) प्रजातियों की सूची में शामिल किया गया है जो वैश्विक वन्यजीव संरक्षण की ‘खोई हुई प्रजातियों की खोज’ (Search for Lost Species) पहल का हिस्सा है।

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2018

8 सितंबर को पूरी दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के रूप में मनाया गया। उल्लेखनीय कि भारत में राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 11 नवंबर को मनाया जाता है।

  • विश्व में बड़े स्तर पर व्याप्त निरक्षरता को कम करने  के उद्देश्य से अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाने का विचार पहली बार 1965 में 8 से 19 सितंबर तक ईरान की राजधानी तेहरान में शिक्षा मंत्रियों के विश्व सम्मेलन के दौरान हुई चर्चा में सामने आया।
  • अक्तूबर 1966 में संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को-UNESCO) के 14वें आम सम्मेलन में यह घोषणा की गई कि प्रतिवर्ष 8 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
  • 8 सितंबर, 1967 को पूरी दुनिया में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया गया।
  • इस दिवस को मनाने का उद्देश्य व्यक्तिगत, सामुदायिक और सामाजिक रूप से साक्षरता के महत्व पर प्रकाश डालना है।
  • इस वर्ष 52वें अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस की थीम 'साक्षरता और कौशल विकास' (Literacy and skills development) है।
  • वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, भारत में 22 प्रतिशत लोग अनपढ़ हैं।
  • सर्वाधिक साक्षरता दर वाले राज्य क्रमशः केरल (93.91%) लक्षद्वीप (92.28%), मिज़ोरम (91.58%), त्रिपुरा (87.75%) और गोवा (87.40%) हैं।
  • बिहार और तेलंगाना सबसे कम साक्षरता दर वाले राज्य हैं।

बिमल जालान

कुछ समय पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविन्द सुब्रमण्यम द्वारा इस्तीफा दिये जाने के बाद सरकार ने अगले मुख्य आर्थिक सलाहकार का चयन करने हेतु भारतीय रिज़र्व बैंक के पूर्व गवर्नर बिमल जालान (1997-2003) की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया है।

  • जालान के अलावा, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के सचिव सी. चंद्रमौली और आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग इस समिति के सदस्य होंगे।
  • हालाँकि अगले मुख्य आर्थिक सलाहकार की नियुक्ति के संदर्भ में अंतिम फैसला प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति करेगी।
स्लिनेक्स- 2018

भारत और श्रीलंका के बीच द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास स्लिनेक्स (SLINEX-2018) के छठे संस्करण का आयोजन (7-13 सितंबर, 2018) किया जा रहा है।

  • इस नौसैनिक अभ्यास का आयोजन त्रिंकोमली (श्रीलंका) में किया जा रहा है।
  • भारत तथा श्रीलंका के बीच इस नौसैनिक अभ्यास की शुरुआत वर्ष 2005 में की गई थी।
  • इस अभ्यास में भारत की ओर से तीन नौसैनिक जहाज़ किर्च, सुमित्रा और कोरा दिव्ह (KORA DIVH) के अलावा दो समुद्री गश्ती विमान और एक हेलीकॉप्टर को शामिल किया गया है।
  • श्रीलंका की वायु सेना के कर्मचारी इस सैन्य अभ्यास में पहली बार भाग ले रहे हैं।

 

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