प्रारंभिक परीक्षा
विश्व शेर दिवस 2025
- 11 Aug 2025
- 40 min read
चर्चा में क्यों?
पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने गुजरात के बर्दा वन्यजीव अभयारण्य में विश्व शेर दिवस 2025 मनाया।
नोट: विश्व शेर दिवस (10 अगस्त) बिग कैट रेस्क्यू (बड़ी बिल्लियों के लिये समर्पित विश्व का सबसे बड़ा मान्यताप्राप्त अभयारण्य) द्वारा वर्ष 2013 में शुरू की गई एक पहल है, जिसका उद्देश्य तेज़ी से घटती शेरों की आबादी और उनके संरक्षण की तत्काल आवश्यकता के संबंध में जागरूकता बढ़ाना है।
- शेर (पैंथेरा लियो) सबसे बड़ी सामाजिक बिल्ली (Social Cat) है, जो मुख्यरूप से उप-सहारा अफ्रीका में पाए जाते हैं, भारत के गिर राष्ट्रीय उद्यान और पश्चिम अफ्रीका में इनकी एक छोटी एशियाई आबादी है।
फन फैक्ट्स
- शेर बड़े समूहों में रहते हैं, जिन्हें प्राइड कहा जाता है।
- नर शेर का वजन 500 पाउंड से अधिक हो सकता है और उसकी लंबाई आठ फीट तक होती है।
- "जंगल का राजा" कहलाने वाले शेर घास स्थलों और मैदानी क्षेत्रों में रहते हैं, न कि जंगलों में।
- मादा शेर और उनकी साथी शेरनियाँ जीवनभर साथ रहती हैं, जबकि नर शेर प्राइड के साथ तब तक रहते हैं, जब तक वे परिपक्व न हो जाएँ।
- शेर की दहाड़ पाँच मील तक सुनी जा सकती है।
- शेर दिन में लगभग 20 घंटे आराम अथवा सोते हुए व्यतीत करते हैं।
- नर शेर नियमित रूप से अपने क्षेत्र की रक्षा करते हैं।
- शेर रात्रि में शिकार करना पसंद करते हैं, जिससे उन्हें शिकार करने में सहजता होती है।
एशियाई शेरों के संबंध में मुख्य तथ्य क्या हैं?
- परिचय: एशियाई शेर (पैंथेरा लियो पर्सिका) अफ्रीकी शेर से थोड़ा छोटा होता है।
- एशियाई शेरों की एक अनूठी विशेषता उनके पेट पर त्वचा की एक अनुदैर्ध्य तह होती है, जो अफ्रीकी शेरों में बहुत कम देखी जाती है।
- अफ्रीकी नरों के विपरीत, एशियाई नरों में अयाल कम उभरी होती है, जिससे उनके कान हमेशा दिखाई देते रहते हैं।
- पर्यावास स्थान: घास के मैदान, सवाना, घनी झाड़ियाँ और खुले जंगल।
- पारिस्थितिक भूमिका: शेर सर्वोच्च शिकारी हैं, जो शाकाहारी आबादी को नियंत्रित करके और कमज़ोर शिकार को निशाना बनाकर बीमारी फैलने से रोककर पारिस्थितिकीय तंत्र में संतुलन बनाए रखते हैं।
- भारत में एशियाई शेर: शेरों की 16वीं गणना 2025 के अनुसार, एशियाई शेरों की संख्या वर्ष 2015 में 523 से बढ़कर वर्ष 2025 तक 891 हो गई।
- एशियाई शेर गिर वन, बर्दा वन्यजीव अभयारण्य और भारत के कुछ प्राणि उद्यानों में पाए जाते हैं।
- गिर के बाद बर्दा को इस प्रजाति के दूसरे आवास के रूप में ख्याति प्राप्त है।
- भारत में सांस्कृतिक महत्त्व: यह शक्ति का प्रतीक है और भारत के राष्ट्रीय प्रतीक एवं मुद्रा पर दिखाई देता है।
- संरक्षण की स्थिति:
- वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972: अनुसूची I में सूचीबद्ध।
- पैंथेरा लियो (शेर) IUCN लाल सूची: संकटग्रस्त और IUCN ग्रीन स्टेटस (काफी हद तक समाप्त)।
- CITES: परिशिष्ट I।
- एशियाई शेर प्रजाति पुनर्प्राप्ति कार्यक्रम का हिस्सा है।
- संरक्षण प्रयास:
- प्रोजेक्ट लायन: एशियाई शेरों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिये पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा 15 अगस्त, 2020 को लॉन्च किया गया।
- 10 वर्षों की अवधि में प्रोजेक्ट लायन का कार्यान्वयन गुजरात राज्य सरकार द्वारा सेंट्रल ज़ू अथॉरिटी जैसे हितधारकों के सहयोग से किया जा रहा है।
- यह केंद्रीय प्रायोजित योजना–वन्यजीव पर्यावास के विकास के अंतर्गत समर्थित है।
- यह योजना आवास में सुधार, संख्या निगरानी तथा मानव–वन्यजीव संघर्ष को कम करने पर केंद्रित है।
- अंतर्राष्ट्रीय बिग कैट्स एलायंस (IBCA): 97 बिग कैट्स संबद्ध देशों के बीच वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने के लिये अप्रैल 2023 में लॉन्च किया गया।
- IBCA वैश्विक स्तर पर बड़ी बिल्लियों, जिनमें एशियाई शेर भी शामिल हैं, के संरक्षण के लिये ज्ञान साझा करने और संसाधन आवंटन पर केंद्रित है।
- ग्रेटर गिर कॉन्सेप्ट: शेरों के आवास को गिर नेशनल पार्क से बाहर बढ़ाकर गिरनार, पनिया और मितियाला अभयारण्यों को भी शामिल करता है।
- इसका उद्देश्य संरक्षित क्षेत्रों को बढ़ाकर शेरों की स्थायी जनसंख्या सुनिश्चित करना है।
- शेर संरक्षण में उन्नत तकनीकें:
- ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) और भौगोलिक सूचना प्रणाली (GIS): शेरों और वाहनों की निगरानी के लिये उपयोग की जाती हैं, जिससे प्रभावी सर्विलांस संभव हो।
- GIS-आधारित रियल-टाइम मॉनिटरिंग: यह वास्तविक समय में विश्लेषण और संरक्षण प्रयासों के बेहतर प्रबंधन को सक्षम बनाती है।
- स्वचालित सेंसर ग्रिड: यह वन्यजीव गतिविधि को ट्रैक करने के लिये चुंबकीय, गति और इन्फ्रा-रेड हीट सेंसर का उपयोग करती है।
- ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) और भौगोलिक सूचना प्रणाली (GIS): शेरों और वाहनों की निगरानी के लिये उपयोग की जाती हैं, जिससे प्रभावी सर्विलांस संभव हो।
- प्रोजेक्ट लायन: एशियाई शेरों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिये पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा 15 अगस्त, 2020 को लॉन्च किया गया।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)
प्रिलिम्स
प्रश्न. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2024)
- सिंह की कोई विशेष प्रजनन ऋतु नहीं होती है।
- अधिकांश अन्य बड़ी बिल्लियों से भिन्न, चीता दहाड़ता नहीं है।
- नर सिंह से भिन्न, नर तेंदुए गंध चिह्न द्वारा अपना क्षेत्र घोषित नहीं करते हैं।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
उत्तर: (a)
प्रश्न. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2019)
- एशियाई शेर प्राकृतिक रूप से सिर्फ भारत में पाया जाता है।
- दो-कूबड़ वाला ऊँट प्राकृतिक रूप से सिर्फ भारत में पाया जाता है।
- एक-सींग वाला गैंडा प्राकृतिक रूप से सिर्फ भारत में पाया जाता है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) केवल 1 और 3
(d) 1,2 और 3
उत्तर: (a)