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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 28 दिसंबर, 2021

  • 28 Dec 2021
  • 6 min read

अंतर्राष्ट्रीय महामारी तत्परता दिवस

27 दिसंबर को विश्व भर में ‘अंतर्राष्ट्रीय महामारी तत्परता दिवस’ का आयोजन किया गया। इस दिवस का आयोजन पहली बार वर्ष 2020 में किया गया था, जब संयुक्त राष्ट्र महासभा ने महामारी के विरुद्ध तैयारियों, इसकी रोकथाम और साझेदारी के महत्त्व की वकालत करने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया था। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, विभिन्न महामारियों के प्रबंधन से सबक लेना और महामारी की रोकथाम के लिये मज़बूत उपाय को लागू करना काफी महत्त्वपूर्ण है ताकि भविष्य में किसी भी प्रतिकूल स्थिति में सबसे उपयुक्त प्रतिक्रिया दी जा सके। यह दिवस प्रत्येक अंतर्राष्ट्रीय संगठन और प्रत्येक समुदाय एवं व्यक्ति के बीच एकजुटता तथा साझेदारी के महत्त्व को भी रेखांकित करता है, ताकि कोविड-19 जैसी महामारी का मुकाबला आसानी से किया जा सके। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, मौजूदा समय में यह आवश्यक है कि ऐसी प्रणालियों में निवेश किया जाए, जो महामारी जैसे प्रकोपों ​​​​का पता लगाने, उन्हें रोकने और तत्काल प्रतिक्रिया देने में मदद कर सकती हैं, जिनमें स्वास्थ्य प्रणालियों, आपूर्ति शृंखलाओं और विशेष रूप से सबसे गरीब देशों की आजीविका को बाधित करने की क्षमता है। 

सुशासन दिवस

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को सुशासन दिवस का आयोजन किया जाता है। इस दिवस के आयोजन का उद्देश्य भारत के नागरिकों के मध्य सरकार की जवाबदेही के प्रति जागरूकता पैदा करना है। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर, 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। अटल बिहारी वाजपेयी अपने छात्र जीवन के दौरान सर्वप्रथम राष्ट्रवादी राजनीति में तब सामने आए जब उन्होंने वर्ष 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में हिस्सा लिया। कॉलेज के दिनों में ही उनकी रुचि विदेशी मामलों में काफी अधिक रही, यही कारण है कि बाद में उन्होंने विभिन्न बहुपक्षीय और द्विपक्षीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व कर अपने कौशल का परिचय दिया। वाजपेयी जी को प्रधानमंत्री के तौर पर कुल 3 कार्यकाल मिले, वर्ष 1996 में उनका पहला कार्यकाल केवल 13 दिनों तक चला, जिसके बाद वर्ष 1998 से वर्ष 1999 तक वह 13 महीने के लिये प्रधानमंत्री पद पर रहे और अंत में वर्ष 1999 से वर्ष 2004 तक उन्होंने सफलतापूर्वक अपना पाँच वर्षीय कार्यकाल पूरा किया। 16 अगस्त, 2018 को 93 वर्ष की उम्र में उनकी मृत्यु हो गई।

हरभजन सिंह

भारतीय ऑफ स्पिनर ‘हरभजन सिंह’ ने हाल ही में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा की है। पंजाब के 41 वर्षीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने अपने शानदार क्रिकेट कॅरियर में 103 टेस्ट में 417 विकेट, 236 एक दिवसीय मैचों में 269 विकेट और 28 टी20 मैचों में 25 विकेट लिये हैं। ‘इंडियन प्रीमियर लीग’ (IPL) में मुंबई इंडियंस, चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के लिये 13 सीज़न के 163 मैचों में 150 विकेट लिये हैं। वर्ष 1998 में शारजाह (संयुक्त अरब अमीरात) में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ एक दिवसीय मैच के दौरान अपने अंतर्राष्ट्रीय कॅरियर की शुरुआत करने वाले हरभजन ने आखिरी बार मार्च, 2016 में ढाका में संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ एक टी20 के दौरान देश के लिये खेला था। हरभजन वर्ष 2007 टी20 विश्व कप और वर्ष 2011 वनडे विश्व कप विजेता टीम का भी हिस्सा रहे हैं। 

बेल्जियम वर्ष 2025 तक सभी परमाणु संयंत्रों को बंद करेगा

बेल्जियम सरकार ने हाल ही में आगामी तीन वर्षों (वर्ष 2025 तक) में देश के सभी परमाणु ऊर्जा संयंत्रों को बंद करने की घोषणा की है। ऊर्जा संयंत्रों को बंद करने की यह प्रक्रिया वर्ष 2022 में शुरू की जाएगी। बेल्जियम के परमाणु बेड़े में सात दबावयुक्त जल रिएक्टर शामिल हैं। बेल्जियम में वर्ष 2003 में एक कानून पारित किया गया, जिसके माध्यम से बेल्जियम के सभी रिएक्टरों की परिचालन अवधि को 40 वर्षों तक सीमित कर दिया गया और नए रिएक्टर निर्माण को भी प्रतिबंधित कर दिया गया। ज्ञात हो कि जर्मनी ने भी वर्ष 2022 के अंत तक अपने सभी परमाणु ऊर्जा संयंत्रों को बंद करने की घोषणा की है। यह निर्णय जापान की ‘फुकुशिमा परमाणु आपदा’ के बाद लिया गया था। 

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