प्रारंभिक परीक्षा
ऑपरेशन सिंधु: ईरान से सुरक्षित निकासी
- 19 Jun 2025
- 6 min read
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
चर्चा में क्यों?
भारत ने ईरान पर इज़रायली-अमेरिकी सैन्य हमलों की आशंका बढ़ने के बीच आर्मेनिया के रास्ते भारतीय नागरिकों को ईरान से निकालने के लिये 'ऑपरेशन सिंधु' शुरू करने की घोषणा की है।
- इसमें सामरिक और व्यवहार्य निकासी मार्ग के रूप में आर्मेनिया की महत्त्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला गया, जिसका श्रेय इसकी भौगोलिक स्थिति और भारत के साथ दृढ़ राजनयिक संबंधों को जाता है।
- ईरान की सीमा उत्तर में अर्मेनिया, अज़रबैजान और तुर्कमेनिस्तान से लगती है। इसकी सीमा पूर्व में अफगानिस्तान और पाकिस्तान, पश्चिम में इराक, उत्तर-पश्चिम में तुर्की से लगती है और इसकी दक्षिणी तटरेखा फारस की खाड़ी और ओमान की खाड़ी के साथ है।
ऑपरेशन सिंधु के लिये आर्मेनिया रणनीतिक रूप से महत्त्वपूर्ण क्यों है?
- भू-रणनीतिक स्थिति: ईरान के साथ आर्मेनिया की 44 किलोमीटर लंबी सीमा और नूरदुज-अगारक क्रॉसिंग, जो 730 किलोमीटर लंबे राजमार्ग द्वारा तेहरान से जुड़ी है, तीव्र भारतीय निकासी के लिये सबसे व्यावहारिक तथा सुरक्षित भूमि मार्ग प्रदान करती है।
- सीमित विकल्प: अन्य सीमाएँ चुनौतियाँ प्रस्तुत करती हैं :
- पाकिस्तान: भू-राजनीतिक तनाव (ऑपरेशन सिंदूर के बाद ) ने ईरान-पाकिस्तान सीमा को दुर्गम बना दिया।
- तुर्की और अज़रबैजान: दोनों ही देश पाकिस्तान का समर्थन करते हैं, जिससे ईरान के साथ उनकी सीमाएँ भारत के लिये प्रतिकूल हो जाती हैं ।
- अफगानिस्तान: तालिबान शासित अफगानिस्तान के साथ कोई राजनयिक संबंध नहीं।
- इराक और तुर्कमेनिस्तान: इराक एक सक्रिय संघर्ष क्षेत्र हैं, जहाँ हवाई अड्डे बंद हैं, जबकि तुर्कमेनिस्तान की सीमा दूरस्थ और अविकसित है।
- मज़बूत राजनयिक संबंध: अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भारत को आर्मेनिया का समर्थन (जैसे कश्मीर मुद्दा, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता)।
- वर्ष 2022 में, भारत ने पिनाका रॉकेट लॉन्चर, आकाश-1S वायु रक्षा प्रणाली और अन्य हथियारों के लिये 250 मिलियन अमेरिकी डॉलर के सौदे के साथ आर्मेनिया के शीर्ष सैन्य आपूर्तिकर्ता के रूप में रूस को पीछे छोड़ दिया।
- क्षेत्रीय संपर्क: आर्मेनिया अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे (INSTC) का एक महत्त्वपूर्ण भाग है, जो भारत की इस व्यापक रणनीति के अनुरूप है । वह काकेशस- क्षेत्र के माध्यम से व्यापार और आपातकालीन निकासी मार्गों को सुरक्षित कर सके।
भारतीयों की निकासी हेतु अन्य प्रमुख ऑपरेशन क्या हैं?
ऑपरेशन |
वर्ष |
स्थान |
संदर्भ |
ऑपरेशन कावेरी |
2023 |
सूडान |
सैन्य संघर्ष के दौरान निकासी |
ऑपरेशन अजय |
2023 |
इज़रायल |
इज़रायल-हमास संघर्ष के दौरान निकासी |
ऑपरेशन गंगा |
2022 |
यूक्रेन |
रूस-यूक्रेन संघर्ष के दौरान निकासी |
ऑपरेशन देवी शक्ति |
2021 |
अफगानिस्तान |
तालिबान के कब्जे के बाद निकासी |
ऑपरेशन समुद्र सेतु |
2020 |
विविध (समुद्र मार्ग से) |
कोविड-19 महामारी के दौरान निकासी (वंदे भारत मिशन) |
ऑपरेशन राहत |
2015 |
यमन |
नागरिक संघर्ष के दौरान निकासी |
ऑपरेशन सेफ होमकमिंग |
2011 |
लीबिया |
अरब स्प्रिंग में नागरिक संघर्ष के दौरान निकासी |
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)प्रश्न . भूमध्य सागर निम्नलिखित में से किस देश की सीमा है? (2017)
निम्नलिखित कूट का उपयोग करके सही उत्तर चुनिये: (a) केवल 1, 2 और 3 उत्तर: (c) प्रश्न. कभी-कभी समाचारों में उल्लिखित पद "टू-स्टेट सोल्यूशन" किसकी गतिविधियों के संदर्भ में आता है? (2018) (a) चीन उत्तर: (b) |