ध्यान दें:



डेली अपडेट्स

रैपिड फायर

माउंट कंचनजंगा

  • 31 May 2025
  • 3 min read

स्रोत: TH

सिक्किम ने केंद्र सरकार से माउंट कंचनजंगा पर पर्वतारोहण गतिविधियों को प्रतिबंधित करने पर विचार करने का आग्रह किया है, क्योंकि राज्य के स्थानीय समुदायों के लिये इसका विशेष धार्मिक महत्त्व है।

  • माउंट कंचनजंगा के संदर्भ में: यह भारत की सबसे ऊँची चोटी ( 8,568 मीटर) और दुनिया की तीसरी सबसे ऊँची चोटी है, जो सिक्किम-नेपाल सीमा पर स्थित है।
    • यह सिक्किम के आदिवासी लोगों के लिये पवित्र है और इसे संरक्षक देवता दोज़ो-नगा (फो-ल्हा) के निवास के रूप में पूजा जाता है।
    • दोज़ो-नगा को सिक्किम के संरक्षक संत, उग्येन गुरु रिनपोछे (गुरु पद्मसंभव) द्वारा भूमि के संरक्षक के रूप में मान्यता दी गई है।
      • लेप्चा समुदाय, जो पारंपरिक रूप से मुन धर्म का पालन करता है, के पुरोहितों को बोंगथिंग कहा जाता है। इस समुदाय की समृद्ध मौखिक परंपरा में कविताएँ, गीत और मिथक शामिल हैं।
    • सिक्किम की ओर से आरोहण प्रतिबंधित है, लेकिन नेपाल की ओर से आरोहण की अनुमति है। इस पर्वत पर प्रथम बार वर्ष 1955 में चार्ल्स बैंड और जो ब्राउन ने सफलतापूर्वक आरोहण किया।

और पढ़ें: कंचनजंगा को बायोस्फीयर रिज़र्व के विश्व नेटवर्क में शामिल किया जाएगा 

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2