रैपिड फायर
आईएमडीईएक्स एशिया 2025
- 13 May 2025
- 3 min read
स्रोत: पी.आई.बी
INS किल्टान (P30) ने सिंगापुर के चांगी प्रदर्शनी केंद्र में अंतर्राष्ट्रीय समुद्री रक्षा प्रदर्शनी (IMDEX) एशिया 2025 में भाग लिया, जिससे भारत की सामरिक समुद्री उपस्थिति की पुष्टि हुई और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में नौसैनिक संबंधों को मज़बूती मिली।
IMDEX एशिया
- IMDEX एशिया : वर्ष 1997 से सिंगापुर में प्रत्येक दो वर्ष में आयोजित होने वाला IMDEX एशिया, एशिया-प्रशांत क्षेत्र में एक प्रमुख समुद्री और रक्षा प्रदर्शनी है।
- यह नौसेनाओं, तट रक्षकों और समुद्री रक्षा उद्योगों के लिये नौसैनिक प्लेटफार्मों को प्रदर्शित करने, उन्नत प्रौद्योगिकियों को पेश करने एवं रणनीतिक नीति संवाद में शामिल होने के लिये एक वैश्विक मंच के रूप में कार्य करता है।
-
प्रमुख विशेषताएँ: अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सुरक्षा सम्मेलन (IMSC), IMDEX एशिया का एक प्रमुख घटक है, जो आपसी सुरक्षा को बढ़ावा देने और वैश्विक समुद्री चुनौतियों के लिये सहकारी समाधान को आगे बढ़ाने के लिये नौसेना प्रमुखों, तट रक्षक प्रमुखों, नीति निर्माताओं व समुद्री विशेषज्ञों को एक साथ लाता है।
- इसमें समुद्री सूचना साझाकरण अभ्यास (MARISX) भी शामिल है, जो समुद्री सुरक्षा में समन्वय को बेहतर बनाने और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के लिये एक परिदृश्य-आधारित अभ्यास है।
INS किल्टान
- INS किल्टान एक स्वदेश निर्मित पनडुब्बी रोधी युद्धक स्टील्थ कार्वेट है तथा प्रोजेक्ट 28 के तहत चार कामोर्टा श्रेणी के जहाज़ों में से तीसरा है।
- जहाज़ का नाम रणनीतिक रूप से स्थित लक्षद्वीप और मिनिकॉय द्वीपों के अमिनिदिवि समूह के एक द्वीप के नाम पर रखा गया है।
- यह कार्बन फाइबर कंपोजिट अधिसंरचना वाला भारत का पहला प्रमुख युद्धपोत है, जो इसकी स्टेल्थ क्षमता को बढ़ाता है, वज़न को कम करता है तथा रखरखाव लागत में कटौती करता है।
- यह जहाज़ पूर्व पेट्या श्रेणी के जहाज़ 'किल्टान (P79)' की विरासत को आगे बढ़ाता है , जिसने वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान 'ऑपरेशन ट्राइडेंट' में भाग लिया था।
और पढ़ें: भारतीय नौसेना के जहाजों ने समुद्री साझेदारी को मज़बूत किया