रैपिड फायर
ज्ञान भारतम मिशन और राष्ट्रीय पाण्डुलिपि मिशन
- 04 Feb 2025
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स्रोत: द हिंदू
केंद्रीय बजट 2025-26 में 'ज्ञान भारतम मिशन' की शुरुआत की गई है, जिसका उद्देश्य भारत की विशाल पाण्डुलिपि विरासत का सर्वेक्षण, दस्तावेज़ीकरण और संरक्षण करना है।
- उद्देश्य: इस पहल का उद्देश्य शैक्षणिक संस्थानों, संग्रहालयों, पुस्तकालयों और निजी संग्रहों में रखी एक करोड़ से अधिक पाण्डुलिपियों को संरक्षित करना है।
- बजट आवंटन: इस नई पहल को समायोजित करने के लिये, राष्ट्रीय पांडुलिपि मिशन (NMM) के लिये बजट आवंटन 3.5 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 60 करोड़ रुपए कर दिया गया है।
राष्ट्रीय पाण्डुलिपि मिशन (NMM):
- NMM को वर्ष 2003 में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (IGNCA) के अंतर्गत संस्कृति मंत्रालय द्वारा लॉन्च किया गया था।
- इसका उद्देश्य भारत की विशाल पाण्डुलिपि विरासत को संरक्षित करना और उसे सुलभ बनाना है।
- IGNCA की स्थापना वर्ष 1987 में अनुसंधान, शैक्षणिक अनुसंधान और कला के प्रसार के लिये एक स्वायत्त संस्थान के रूप में की गई थी।
पांडुलिपि:
- पांडुलिपि कागज, छाल, कपड़े, धातु या ताड़ के पत्ते जैसी सामग्री पर बनाई गई हस्तलिखित रचना, जो कम-से-कम 75 वर्ष पुरानी हो।
- भारत में अनुमानतः 5 मिलियन पाण्डुलिपियाँ हैं, जो संभवतः विश्व का सबसे बड़ा संग्रह है।
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