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अनावृष्टि संबंधी गुट्टाला अभिलेख

  • 22 May 2025
  • 2 min read

स्रोत: द हिंदू

कर्नाटक के हावेरी में खोजा गया एक दुर्लभ कन्नड़ अभिलेख, भारत में अनावृष्टि के कारण हुई व्यापक मानवीय आपदा (6,307 लोगों की मृत्यु) का पहला ज्ञात ऐतिहासिक दस्तावेज़ है, जिसका इतिहास 18 अगस्त 1539 ई. का है।

  • भगवान बसवेश्वर को श्रद्धांजलि देने के बाद शवों को दफनाया गया। यह भारत का सबसे पुराना ज्ञात अभिलेख है जिसमें प्राकृतिक आपदा में हुई मानवीय क्षति का स्पष्ट विवरण है।
    • अभिलेख पत्थर या धातु जैसी सतत् सामग्री पर उत्कीर्ण किये गए पाठ होते हैं, जो घटनाओं, शाही फरमानों, दान या विजयों के स्मरण हेतु ऐतिहासिक अभिलेख के रूप में कार्य करते हैं।
  • कर्नाटक में उल्लेखनीय अभिलेख:
    • मास्की अभिलेख (तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व): अशोक के लघु अभिलेखों में से एक, इसमें पहली बार अशोक के लिये "देवानामप्रिय" (देवताओं का प्रिय) शीर्षक का प्रयोग किया गया है।
    • ऐहोल अभिलेख (634 ई.): रविकीर्ति द्वारा संस्कृत में रचित इसमें पुलकेशिन द्वितीय की हर्षवर्धन सहित अन्य विजयों का वर्णन है।
    • हल्मिडी अभिलेख (450 ई.): यह सबसे पुराना ज्ञात कन्नड़ अभिलेख है तथा प्रारंभिक कन्नड़ लिपि और काव्यात्मक रूप में लिखा गया है।
      • इसमें कदंब राजा ककुस्थवर्मा का उल्लेख है और एक बलुआ पत्थर पर 16 पंक्तियाँ  उकेरी गई हैं।

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