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प्रारंभिक परीक्षा

फॉल्कन हैवी रॉकेट

  • 08 Nov 2022
  • 3 min read

हाल ही में स्पेसएक्स ने फाल्कन हेवी रॉकेट को अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर के लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39ए से भू-समकालिक पृथ्वी की कक्षा में लॉन्च किया।

  • यह विशाल रॉकेट प्रणाली का चौथा प्रक्षेपण है और वर्ष 2019 में हुए इसके अंतिम प्रक्षेपण के बाद से लगभग तीन वर्षों में पहला प्रक्षेपण है।

वर्तमान मिशन:

  • यह रॉकेट अमेरिकी अंतरिक्ष बल (USSF)-44 नामक मिशन हेतु अमेरिकी सेना के उपग्रहों को अंतरिक्ष में ले जाएगा।
    • इस मिशन के तहत दो अंतरिक्षयान पेलोड तैनात किये गए, जिनमें से पहला TETRA 1 माइक्रो सैटेलाइट है जिसे भू-समकालिक पृथ्वी की कक्षा में और उसके आसपास विभिन्न प्रोटोटाइप मिशनों के लिये बनाया गया है। दूसरा पेलोड राष्ट्रीय रक्षा उद्देश्यों हेतु है।
    • स्पेस सिस्टम्स कमांड के इनोवेशन और प्रोटोटाइपिंग के लिये यह उपग्रहों को स्थापित करेगा।

फॉल्कन हैवी रॉकेट:

  • स्पेसएक्स के अनुसार दो कारकों की वजह से फॉल्कन हैवी, दुनिया का सबसे शक्तिशाली रॉकेट है।
  • इस रॉकेट की ऊँचाई 70 मीटर, चौड़ाई 12.2 मीटर और वज़न 1,420,788 किलोग्राम है।
  • फॉल्कन हैवी में 27 मर्लिन इंजन हैं जो एक साथ लिफ्ट-ऑफ पर पाँच मिलियन पाउंड से अधिक की शक्ति उत्पन्न करते हैं। अपनी पूरी क्षमता पर यह लगभग अठारह, 747 विमानों के बराबर है, जो इसे सबसे सक्षम रॉकेट बनाता है।
    • मर्लिन फॉल्कन 1, फॉल्कन 9 और फॉल्कन हैवी प्रक्षेपण यानों में उपयोग होने वाले रॉकेट इंजनों का समूह है, जिसे स्पेसएक्स द्वारा विकसित किया गया है।
    • मर्लिन इंजन में गैस-जनरेटर शक्ति चक्र में रॉकेट प्रणोदक के रूप में RP-1 और तरल ऑक्सीजन का उपयोग किया जाता है।
    • इन इंजनों को पुनर्प्राप्ति और पुन: उपयोग के लिये डिज़ाइन किया गया था।
  • इस रॉकेट से लगभग 64 मीट्रिक टन भार को कक्षा में ले जाया जा सकता है।
  • फाल्कन हैवी अतिरिक्त थ्रस्ट और लिफ्ट क्षमता के लिये तीन बूस्टर का उपयोग करता है।
  • स्पेसएक्स ने आखिरी बार जून 2019 में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से अपना फाल्कन हैवी रॉकेट लॉन्च किया था।
    • यह रक्षा विभाग के अंतरिक्ष परीक्षण कार्यक्रम-2 के हिस्से के रूप में 24 उपग्रहों को ले गया।

स्रोत: द हिंदू

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