इंदौर शाखा: IAS और MPPSC फाउंडेशन बैच-शुरुआत क्रमशः 6 मई और 13 मई   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

डेली अपडेट्स


रैपिड फायर

कोविशील्ड और कोवैक्सिन इम्यूनोजेनेसिटी

  • 16 Mar 2024
  • 2 min read

स्रोत: द हिंदू

राष्ट्रीय जैविक विज्ञान केंद्र (NCBS) के वैज्ञानिकों के नेतृत्व में और 11 संस्थानों में किये गए एक हालिया अध्ययन ने भारत में 2 प्राथमिक कोविड-19 वैक्सीन: कोविशील्ड और कोवैक्सिन की प्रतिरक्षात्मकता में आकर्षक अंतर्दृष्टि प्रदान की है।

  • इम्यूनोजेनेसिटी (प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया से संबंधित) शरीर में प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को उत्तेजित करने के लिये वैक्सीन या एंटीजन जैसे पदार्थ की क्षमता को संदर्भित करती है।
    • इस प्रतिक्रिया में आमतौर पर एंटीबॉडी का उत्पादन और प्रतिरक्षा कोशिकाओं की सक्रियता शामिल होती है, जिससे संक्रमण या बीमारी से सुरक्षा मिलती है।
  • हालिया अध्ययन में SARS-CoV-2 के खिलाफ कोविशील्ड और कोवैक्सिन टीकों से प्रेरित प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाओं की जाँच की गई।
    • कोविशील्ड, कोरोना वायरस स्पाइक प्रोटीन देने के लिये एक वायरस वेक्टर का उपयोग करते हुए, निष्क्रिय वायरस वैक्सीन कोवैक्सिन की तुलना में लगातार अधिक मज़बूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया (सेरोनिगेटिव (बिना पूर्व जोखिम वाले व्यक्तियों) और सेरोपॉजिटिव (पूर्व जोखिम वाले व्यक्तियों) दोनों में उच्च एंटीबॉडी स्तर) प्राप्त करता है।
    • इसके अतिरिक्त, कोविशील्ड ने अधिक संख्या में टी-सेल उत्पन्न कीं, जो एक मज़बूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया का संकेत है।

और पढ़ें: कोविशील्ड और कोवैक्सिन

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2