दृष्टि के NCERT कोर्स के साथ करें UPSC की तैयारी और जानें
ध्यान दें:

डेली अपडेट्स


चर्चित स्थान

बगराम एयर बेस

  • 22 Sep 2025
  • 15 min read

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

अमेरिकी राष्ट्रपति ने अफगानिस्तान को चेतावनी दी कि अगर बगराम एयर बेस वापस नहीं किया गया तो इसके परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं, साथ ही संभवतः सैन्य कार्रवाई का संकेत भी दिया। यह बेस अमेरिकी सैनिकों द्वारा वर्ष 2021 में अफगानिस्तान से वापसी से पहले खाली किया गया था। 

  • परिचय: काबुल से लगभग 60 किमी उत्तर में स्थित बगराम एयरफील्ड अफगानिस्तान का सबसे बड़ा सैन्य अड्डा है जो महत्त्वपूर्ण परवान प्रांत में स्थित है। 
    • यह प्रांत 2.6 किलोमीटर लंबी सलांग सुरंग के साथ एक रणनीतिक प्रवेशद्वार के रूप में कार्य करता है जो काबुल को मज़ार-ए-शरीफ और अन्य उत्तरी शहरों से जोड़ता है। 
    • इसके अलावा, परवान से राजमार्ग काबुल को दक्षिण में गज़नी और कंधार तथा पश्चिम में बामियान से जोड़ते हैं, जिससे यह अफगानिस्तान की कनेक्टिविटी तथा नियंत्रण का केंद्र बन जाता है। 
  • ऐतिहासिक विकास: इस अड्डे का निर्माण 1950 के दशक में सोवियत संघ द्वारा किया गया था और शीत युद्ध तथा सोवियत-अफगान युद्ध (1979-1989) के दौरान यह प्रमुखता में आया। 
    • वर्ष 2001 में अफगानिस्तान पर अमेरिका के नेतृत्व वाले आक्रमण के बाद, बगराम अमेरिकी सेनाओं के लिये मुख्य परिचालन केंद्र बन गया तथा आतंकवाद के विरुद्ध युद्ध के दौरान रसद, खुफिया और कमान केंद्र के रूप में कार्य करता रहा। 
  • सामरिक महत्त्व: अमेरिकी सेनाओं की वापसी के बावजूद, बगराम का सामरिक महत्त्व अभी भी बहुत अधिक है। 
    • इसकी अवस्थिति क्षेत्रीय गतिशीलता पर एक महत्त्वपूर्ण दृष्टिकोण प्रदान करती है। चीन के तालिबान के साथ घनिष्ठ संबंध बनाने के साथ, एयरबेस की भूमिका नई प्रासंगिकता प्राप्त करती है। 
    • संवेदनशील चीनी स्थलों की निकटता के कारण इसका महत्त्व और भी बढ़ जाता है - झिंजियांग में लोप नूर परमाणु परीक्षण स्थल केवल 2,000 किमी दूर है, जबकि कोको नूर परमाणु हथियार सुविधा किंघई प्रांत में पूर्व में स्थित है। 

Bagram_Air_Base

और पढ़ें: बगराम एयरफील्ड 
close
Share Page
images-2
images-2