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कृषि

केरल सरकार द्वारा सुपरफूड को बढ़ावा

  • 04 Feb 2019
  • 4 min read

चर्चा में क्यों?


हाल ही में केरल सरकार द्वारा ‘सुपरफूड (Superfoods)’ और ‘ईट स्मार्ट (Eat Smart)’ रणनीति के अंतर्गत पोषक तत्त्वों से भरपूर बाजरे की कृषि को अधिक-से-अधिक ज़िलों में विस्तार करने पर बल दिया जा रहा है।


महत्त्वपूर्ण बिंदु

  • केरल राज्य कृषि विभाग द्वारा बाजरे को नवीनतम आहार की मुख्य सामग्री के रूप में शामिल किया गया है इसके अंतर्गत कुछ क्षेत्रों में बाजरा ग्राम योजना (Millet Village Scheme) का सफल क्रियान्वयन किया गया है।
  • राज्य कृषि मंत्री के अनुसार, योजना का परीक्षण सफल रहा, इसलिये पलक्कड़ जिले के अट्टापेडी के बाजरा गाँव योजना का विस्तार इडुक्की विभाग, वायनाड और पलक्कड़ के अन्य हिस्सों में करने की योजना है, अट्टापेडी में अधिकतर आदिवासी गाँव शामिल हैं।
  • इस परियोजना के लिये अतिरिक्त भूमि की आवश्यकता है जिस पर राज्य सरकार काम कर रही है।
  • केरल के राज्य कृषि मंत्री ने इस परियोजना के राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार के लिये केंद्र से समर्थन माँगा है।

बाजरा ग्राम परियोजना

  • बाजरा ग्राम योजना (Millet Village scheme) के तहत कृषि विभाग ने 1,200 एकड़ में रागी (Finger Millet), थिना (Thina-Foxtail Millet), चोलम (Sorghum-ज्वार) और कुथिरवली (Kuthiravaali-बार्नीयार्ड बाजरा) की फसलों का उत्पादन किया।
  • इसके अंतर्गत अट्टापेडी में चिया (Chia) की खेती के लिये एक पायलट परियोजना चलाई जा रही है। चिया एक मध्य अमेरिकी पौधा है , जो अब भारत में एक सुपरफूड के रूप में लोकप्रियता हासिल कर रहा है।
  • राज्य के कृषि मंत्री ने बताया कि बाजरा उच्च प्रोटीन युक्त, सामान्य मौसम एवं जलवायु परिवर्तन के अनुकूल तथा कम पानी की आवश्यकता जैसे कारकों के संयोजन के कारण राज्य के लिये एक आदर्श फसल है।
  • बाजरे की कटाई 60 से 97 दिनों में की जा सकती है। आजकल मधुमेह और मोटापे जैसी समस्याओं से जूझ रहे लोगों में इस अनाज की माँग तेजी से बढ़ रही है अतः किसानों के लिये यह एक उचित अवसर है।

सुपरफूड – सुपरफूड का तात्पर्य ऐसी खाद्य सामग्री से है जिसमें स्वास्थ्य के लिये लाभदायक सभी पोषक तत्त्व पाए जाते हैं जैसे - जामुन, मछली, पत्तेदार साग, नट, जैतून का तेल, साबुत अनाज, दही, पत्तेदार सब्जियाँ इत्यादि।

ईट स्मार्ट – इसके अंतर्गत स्वस्थ जीवन शैली के अनुरूप स्वादिष्ट शाकाहारी भोजन के साथ, प्रत्येक दिन, हर समय स्वस्थ खाना खाने पर बल दिया गया है। ईट स्मार्ट के माध्यम से ज़्यादा-से-ज़्यादा प्राकृतिक पदार्थों के उपभोग से स्वास्थ्य की बेहतर देखभाल के साथ ही यह ऊर्जा को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है।


स्रोत – द हिंदू

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