मुख्य परीक्षा
राष्ट्रीय ब्लॉकचेन फ्रेमवर्क
- 27 Oct 2025
- 68 min read
चर्चा में क्यों?
सार्वजनिक सेवाओं में पारदर्शिता, जवाबदेही और दक्षता बढ़ाने के लिये सितंबर 2024 में राष्ट्रीय ब्लॉकचेन फ्रेमवर्क (NBF) के शुभारंभ के साथ ब्लॉकचेन तकनीक एक प्रमुख डिजिटल नवाचार बन गई है।
- अक्तूबर 2025 तक ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करके 34 करोड़ से अधिक दस्तावेज़ों का सत्यापन किया जा चुका है।
राष्ट्रीय ब्लॉकचेन फ्रेमवर्क ((NBF)) क्या है ?
NBF
यह ब्लॉकचेन-आधारित सार्वजनिक सेवाओं को बढ़ावा देने के लिये भारत का स्वदेशी मंच है, जो सरकारी क्षेत्रों में सुरक्षित, पारदर्शी और मापनीय समाधानों के लिये एकीकृत वास्तुकला प्रदान करता है।
मुख्य घटक:
- NBF के मुख्य घटकों में विश्वस्य ब्लॉकचेन स्टैक, एनबीएफलाइट, प्रमाणिक एवं राष्ट्रीय ब्लॉकचेन पोर्टल शामिल हैं।
- विश्व ब्लॉकचेन स्टैक: यह एक स्वदेशी, मॉड्यूलर प्लेटफॉर्म है जो ब्लॉकचेन-आधारित गवर्नेंस अनुप्रयोगों के विकास और कार्यान्वयन के लिये तकनीकी आधार प्रदान करता है। इसकी प्रमुख विशेषताएँ हैं:
- ब्लॉकचेन-एज़-अ-सर्विस (BaaS): सरकारी संस्थाओं द्वारा आसान एप्लीकेशन परिनियोजन के लिये साझा ब्लॉकचेन अवसंरचना प्रदान करता है।
- वितरित अवसंरचना: मापनीयता एवं लचीलेपन के लिये भुवनेश्वर, पुणे और हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) डेटा केंद्रों के माध्यम से संचालित होती है।
- अनुमति प्राप्त परत: यह सुनिश्चित करती है कि केवल सत्यापित प्रतिभागी ही लेनदेन को मान्य कर सकें।
- ओपन API: प्रमाणीकरण और डेटा विनिमय के लिये एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफ़ेस (API) के साथ मॉड्यूल प्रदान करता है।
- विश्व ब्लॉकचेन स्टैक: यह एक स्वदेशी, मॉड्यूलर प्लेटफॉर्म है जो ब्लॉकचेन-आधारित गवर्नेंस अनुप्रयोगों के विकास और कार्यान्वयन के लिये तकनीकी आधार प्रदान करता है। इसकी प्रमुख विशेषताएँ हैं:
- एनबीएफलाइट: स्टार्टअप्स, शिक्षाविदों और शोधकर्त्ताओं के लिये नियंत्रित वातावरण में अनुप्रयोगों के प्रोटोटाइप बनाने हेतु ब्लॉकचेन स्टैक का एक सैंडबॉक्स संस्करण।
- प्रमाणिक: एक अभिनव समाधान जो मोबाइल अनुप्रयोगों की प्रामाणिकता और स्रोत को सत्यापित करने के लिये ब्लॉकचेन का उपयोग करता है, उपयोगकर्त्ताओं को धोखाधड़ी से बचाता है।
- राष्ट्रीय ब्लॉकचेन पोर्टल: भारत के रणनीतिक दृष्टिकोण को रेखांकित करने वाला और विभिन्न क्षेत्रों में अपनाने का समर्थन करने वाला एक केंद्रीय मंच।
NBF भारत में डिजिटल गवर्नेंस में बदलाव ला रहा है:
- प्रमाणपत्र एवं दस्तावेज़ शृंखला: शैक्षणिक दस्तावेज़ों और सरकारी प्रमाणपत्रों (जाति, आय आदि) को सुरक्षित रूप से संग्रहीत करता है और इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से 34 करोड़ से अधिक दस्तावेज़ों का सत्यापन किया जाता है।
- लॉजिस्टिक्स शृंखला: कर्नाटक की औषध प्रणाली की तरह माल की आवाजाही पर नज़र रखता है, दवाओं की प्रामाणिकता सुनिश्चित करता है, रोगी सत्यापन को सक्षम बनाता है और नकली दवाओं पर अंकुश लगाता है।
- न्यायपालिका एवं ICJS शृंखला: न्यायिक डेटा का एक सुरक्षित, अपरिवर्तनीय रिकॉर्ड प्रदान करता है, जिससे समन और आदेशों की इलेक्ट्रॉनिक डिलीवरी संभव होती है।
- अंतर-संचालनीय आपराधिक न्याय प्रणाली (ICJS) केस रिकॉर्ड, साक्ष्य और न्यायिक दस्तावेज़ों के लिये आपराधिक न्याय पारिस्थितिकीय तंत्र को एकीकृत करती है।
- प्रॉपर्टी चेन: संपत्ति के लेन-देन को सुरक्षित रूप से रिकॉर्ड करता है, पूर्ण स्वामित्व इतिहास प्रदान करता है, मुकदमेबाज़ी को कम करता है और विवाद समाधान में तेज़ी लाता है।
ब्लॉकचेन
- परिचय: ब्लॉकचेन एक वितरित, अपरिवर्तनीय और पारदर्शी डिजिटल खाता बही है जो कई कंप्यूटरों (नोड्स) में लेन-देन को सुरक्षित रूप से रिकॉर्ड करता है।
- यह प्रतिभागियों के बीच सत्यापन योग्य विश्वास को सक्षम करके मध्यस्थों की आवश्यकता को समाप्त करता है।
- विशेषताएँ: प्रमुख विशेषताओं में विकेंद्रीकरण, अपरिवर्तनीयता, पारदर्शिता और सुरक्षा शामिल हैं - ये सभी विश्वसनीय शासन प्रणालियों के लिये महत्त्वपूर्ण हैं।
भारत में ब्लॉकचेन अपनाने को बढ़ावा देने वाली प्रमुख पहलें
- ब्लॉकचेन पर राष्ट्रीय रणनीति: MeitY द्वारा तैयार ब्लॉकचेन पर राष्ट्रीय रणनीति भारत में ब्लॉकचेन विकास के लिये एक रोडमैप प्रस्तुत करती है, जिसमें चुनौतियों की पहचान की गई है तथा विभिन्न क्षेत्रों में इसके एकीकरण हेतु अल्पकालिक और दीर्घकालिक लक्ष्य निर्धारित किये गए हैं।
- ब्लॉकचेन में उत्कृष्टता केंद्र (CoE): NIC ने ब्लॉकचेन परियोजनाओं के बड़े पैमाने पर कार्यान्वयन से पहले पायलट परियोजनाओं के लिये परामर्श, प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता प्रदान करने हेतु एक उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया है।
- TRAI की भूमिका: भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने SMS प्रसारण में स्पैम और धोखाधड़ी को रोकने के लिये वितरित लेज़र तकनीक (DLT) को एकीकृत किया है।
- RBI की ब्लॉकचेन पहलें: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने खुदरा लेनदेन में डिजिटल रुपया (ई₹) का पायलट प्रोजेक्ट चलाया है, जिससे ब्लॉकचेन आधारित पारदर्शी, त्वरित और समावेशी भुगतान प्रणाली को प्रोत्साहन मिला है।
- NSDL द्वारा ब्लॉकचेन अपनाना: नेशनल सिक्योरिटीज़ डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) ने डिबेंचर अनुबंध निगरानी (Debenture Covenant Monitoring System) विकसित की है, जो संपत्ति से जुड़े चार्ज और करारों को एक छेड़छाड़-रहित लेज़र पर ट्रैक करती है, जिससे निवेशकों के विश्वास में वृद्धि हुई है।
भारत ब्लॉकचेन-रेडी वर्कफोर्स कैसे तैयार कर रहा है?
- कौशल विकास: 214 से अधिक कार्यक्रमों के माध्यम से 21,000 से अधिक सरकारी अधिकारियों को ब्लॉकचेन समेत उभरती प्रौद्योगिकियों में प्रशिक्षित किया गया है।
- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन फिनटेक एंड ब्लॉकचेन: यह 900 घंटे का प्रशिक्षण कार्यक्रम है जिसमें ब्लॉकचेन, फिनटेक, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), साइबर सुरक्षा और नियामक ढाँचे पर शिक्षा दी जाती है।
- C-DAC द्वारा BLEND कार्यक्रम: ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी एंड एप्लीकेशन डेवलपमेंट (BLEND) एक ऑनलाइन कोर्स है जो इंजीनियरिंग छात्रों एवं पेशेवरों को ब्लॉकचेन आर्किटेक्चर और उसके वास्तविक जीवन अनुप्रयोगों के विषय में प्रशिक्षण प्रदान करता है।
- फ्यूचरस्किल्स PRIME: यह MeitY द्वारा समर्थित पहल है, जिसका उद्देश्य ब्लॉकचेन सहित 10 उभरती प्रौद्योगिकियों में IT पेशेवरों के कौशल को उन्नत करना है।
निष्कर्ष:
डिजिटल इंडिया और आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्यों के अनुरूप, राष्ट्रीय ब्लॉकचेन फ्रेमवर्क (NBF) विश्वास-आधारित डिजिटल शासन को बढ़ावा देता है। यह स्वदेशी तकनीक, विनियमन और कौशल को एकीकृत कर भारत को ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी में वैश्विक अग्रणी बनाने की दिशा में अग्रसर है।
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दृष्टि मेन्स प्रश्न: प्रश्न. भारत में विश्वास-आधारित डिजिटल शासन को बढ़ावा देने में राष्ट्रीय ब्लॉकचेन फ्रेमवर्क (NBF) के महत्त्व पर चर्चा कीजिये। |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
राष्ट्रीय ब्लॉकचेन फ्रेमवर्क (NBF) क्या है?
यह ब्लॉकचेन-आधारित सार्वजनिक सेवाओं को बढ़ावा देने के लिये भारत का स्वदेशी मंच है, जो सरकारी क्षेत्रों में सुरक्षित, पारदर्शी और मापनीय समाधानों के लिये एकीकृत वास्तुकला प्रदान करता है।
NBF के मुख्य घटक कौन-कौन से हैं?
इसके चार प्रमुख घटक हैं — विश्वास्य ब्लॉकचेन स्टैक (Vishvasya Blockchain Stack), NBF-Lite, प्रामाणिक (Praamaanik) और राष्ट्रीय ब्लॉकचेन पोर्टल (National Blockchain Portal)।
भारत ब्लॉकचेन कौशल कैसे विकसित कर रहा है?
भारत फ्यूचरस्किल्स PRIME, BLEND और पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन फिनटेक एंड ब्लॉकचेन जैसी पहलों के माध्यम से ब्लॉकचेन कौशल को प्रोत्साहित कर रहा है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)
प्रिलिम्स
प्रश्न. ‘‘ब्लॉकचेन तकनीकी’’ के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2020)
- यह एक सार्वजनिक खाता है, जिसका हर कोई निरीक्षक कर सकता है, परंतु जिसे कोई भी एक उपभोक्ता नियंत्रित नहीं करता।
- ब्लॉकचेन की संरचना और डिज़ाइन ऐसा है कि इसका समूचा डेटा केवल क्रिप्टोकरेंसी के विषय में है।
- ब्लॉकचेन के आधारभूत वैशिष्ट्यों पर आधारित अनुप्रयोगों को बिना किसी व्यक्ति की अनुमति के विकसित किया जा सकता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) केवल 1 और 2
(d) केवल 1 और 3
उत्तर: (d)
प्रश्न. भारत में, ‘‘पब्लिक की इंफ्रास्ट्रक्चर’’ (Public Key Infrastructure) पदबंध किसके प्रसंग में प्रयुक्त किया जाता है? (2020)
(a) डिजिटल सुरक्षा आधारभूत संरचना
(b) खाद्य सुरक्षा आधारभूत संरचना
(c) स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा आधारभूत संरचना
(d) दूरसंचार और परिवहन आधारभूत संरचना
उत्तर: (a)
प्रश्न. कभी-कभी समाचारों में आने वाले 'बिटकॉइन्स (Bitcoins)' के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (2016)
- बिटकॉइन्स की खोज-खबर देशों के केंद्रीय बैंकों द्वारा रखी जाती है।
- बिटकॉइन के पते वाला कोई भी व्यक्ति, बिटकॉइन के पते वाले किसी अन्य व्यक्ति को बिटकॉइन्स भेज सकता है या उससे प्राप्त कर सकता है।
- ऑनलाइन अदायगी, दोनों तरफ में से किसी भी तरफ की पहचान जाने बिना की जा सकती है।
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये।
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 3
(d) 1, 2 और 3
उत्तर: (b)
मेन्स
प्रश्न. चर्चा कीजिये कि किस प्रकार उभरती प्रौद्योगिकियाँ और वैश्वीकरण मनी लॉन्ड्रिंग में योगदान करते हैं। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर मनी लॉन्ड्रिंग की समस्या से निपटने के लिये किये जाने वाले उपायों को विस्तार से समझाइये। (2021)
प्रश्न. क्रिप्टोकरेंसी क्या है? वैश्विक समाज को यह कैसे प्रभावित करती है? क्या यह भारतीय समाज को भी प्रभावित कर रही है? (2021)


